केसरिया करना
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:34, 20 मई 2021 का अवतरण (''''केसरिया करना''' राजस्थान के राजपूत समाज में प्र...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
केसरिया करना राजस्थान के राजपूत समाज में प्रचलित एक प्रथा थी।
- राजपूत योद्धाओं द्वारा पराजय की स्थिति में पलायन करने या शत्रु के समक्ष आत्म-समर्पण करने की बजाय केसरिया वस्त्र धारण कर दुर्ग के द्वार पर भूखे शेर की भांति शत्रु पर टूट पड़ना व उन्हें मौत के घाट उतारते हुए स्वयं भी वीरगति को प्राप्त हो जाना केसरिया करना कहा जाता था।
|
|
|
|
|