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शाहजी (जन्म- 15 मार्च, 1594, मृत्यु- 23 जनवरी 1664) स्वतंत्र मराठा राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी के पिता थे। शाहजी बड़ा नीति कुशल व्यक्ति था। उन्होंने सुल्तान की सेना में सैनिक के रूप में काम किया और योग्यता के कारण ऊँचे औहदे पर पहुंच गये।

परिचय

स्वतंत्र मराठा राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी के पिता शाहजी का जन्म 15 मार्च, 1594 ई. को हुआ था। इनके पिता का नाम मालोजी भोंसले था। शिवाजी के जन्म के बाद शाह जी ने अपनी पत्नी जीजाबाई को त्याग दिया था और पुत्र के पालन-पोषण का भार जीजाबाई को अकेले उठाना पड़ा। शाहजी बड़ा नीति कुशल व्यक्ति था। उसने अहमदनगर के सुल्तान की सेना में सैनिक के रूप में काम शुरू किया योग्यता के बल पर उच्च पद पर पहुंच गया।

जागीर की प्राप्ती

जब अहमदनगर में शाहजहां ने अधिकार कर लिया तो शाहजी ने 1636 में बीजापुर में नौकरी करके कर्नाटक में एक बड़ी जागीर प्राप्त कर ली थी। इस बीच शिवाजी बड़ी हो गए थे और उन्होंने बीजापुर पर धावा मारना आरंभ कर दिया। इस पर अपने पुत्र को उकसाने के संदेह में शाहजी को बंदी बना लिया गया। शाहजहां के हस्तक्षेप से वह जेल से बाहर निकल सका। 1659 में जब बाजीपुर के सुल्तान और शिवाजी के बीच अस्थाई संधि हुई तभी पिता-पुत्र की भी भेंट हुई थी।

मृत्यु

23 जनवरी 1664 ईस्वी को शिकार खेलते समय घोड़े से गिर जाने के कारण शाहजी की मृत्यु हो गई।


स्वतंत्र मराठा राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी के पिता शाहजी का जन्म 15 मार्च 1594 ईस्वी को हुआ था। इनके पिता का नाम मालोजी भोसले था। शिवाजी के जन्म के बाद शाह जी ने अपनी पत्नी जीजाबाई को त्याग दिया था और पुत्र के पालन-पोषण का भार जीजाबाई को अकेले उठाना पड़ा। शाहजी बड़ा नीति कुशल व्यक्ति था। उसने अहमदनगर के सुल्तान की सेना में सैनिक के रूप में काम शुरू किया योग्यता के बल पर उच्च पद पर पहुंच गया।

जब अहमदनगर में शाहजहां ने अधिकार कर लिया तो शाह जी ने 1636 में बीजापुर में नौकरी करके कर्नाटक में एक बड़ी जागीर प्राप्त कर ली। इस बीच शिवाजी बड़ी हो गए थे और उन्होंने बीजापुर पर धावा मारना आरंभ कर दिया। इस पर अपने पुत्र को उकसाने के संदेह में शाहजी को बंदी बना लिया गया। शाहजहां के हस्तक्षेप से वह जेल से बाहर निकल सका 1659 में जब बाजीपुर के सुल्तान और शिवाजी के बीच अस्थाई संधि हुई तभी पिता-पुत्र की भी भेंट हुई थी। 23 जनवरी 1664 ईस्वी को शिकार खेलते समय घोड़े से गिर जाने के कारण शाह जी की मृत्यु हो गई।

भारतीय चरित्र कोश 839