"रामनाथ कोविंद" के अवतरणों में अंतर

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'''रामनाथ कोविंद''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Ramnath Kovind'', जन्म- [[1 अक्टूबर]], [[1945]], [[कानपुर]], [[उत्तर प्रदेश]]) [[भारतीय जनता पार्टी]] (भाजपा) के राजनेता हैं। वे [[राज्य सभा]] के भी सदस्य रह चुके हैं। वर्तमान में वे [[बिहार|बिहार राज्य]] के [[राज्यपाल]] हैं। रामनाथ कोविंद का नाम एनडीए द्वारा [[19 जून]], [[2017]] को [[भारत के राष्ट्रपति]] पद हेतु उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया है। पेशे से वकील रामनाथ कोविंद भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रमुख भी रहे हैं। [[हरिद्वार]] में [[गंगा]] के तट पर स्थित [[कुष्ठ]] रोगियों की सेवा के लिए समर्पित संस्था 'दिव्य प्रेम सेवा मिशन' के वे आजीवन संरक्षक हैं।
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'''रामनाथ कोविंद''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Ramnath Kovind'', जन्म- [[1 अक्टूबर]], [[1945]], [[कानपुर]], [[उत्तर प्रदेश]]) [[भारतीय जनता पार्टी]] (भाजपा) के राजनेता हैं। वे [[राज्य सभा]] के भी सदस्य रह चुके हैं। वर्तमान में वे [[बिहार|बिहार राज्य]] के [[राज्यपाल]] हैं। रामनाथ कोविंद का नाम एन.डी.ए. द्वारा [[19 जून]], [[2017]] को [[भारत के राष्ट्रपति]] पद हेतु उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया है। पेशे से वकील रामनाथ कोविंद भाजपा के 'अनुसूचित जाति मोर्चा' के प्रमुख भी रहे हैं। [[हरिद्वार]] में [[गंगा]] के तट पर स्थित [[कुष्ठ]] रोगियों की सेवा के लिए समर्पित संस्था 'दिव्य प्रेम सेवा मिशन' के वे आजीवन संरक्षक हैं।
 
==परिचय==
 
==परिचय==
रामनाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर, 1945 को [[कानपुर]]<ref>वर्तमान में कानपुर देहात ज़िला</ref>, [[उत्तर प्रदेश]] की तहसील डेरापुर के एक छोटे से [[गांव]] परौंख में हुआ था। उनका सम्बन्ध कोरी या कोली जाति से है, जो उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती है। उनके पिता का नाम मैकू लाल तथा माता कलावती थीं। रामनाथ कोविंद तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं। वे परौंख गांव में अपना पैतृक मकान बारातशाला के रूप में दान कर चुके हैं। उनके बड़े भाई प्यारेलाल व स्वर्गीय शिवबालक राम हैं।
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रामनाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर, 1945 को [[कानपुर]]<ref>वर्तमान में कानपुर देहात ज़िला</ref>, [[उत्तर प्रदेश]] की तहसील डेरापुर के एक छोटे से [[गांव]] परौंख में हुआ था। उनका सम्बन्ध 'कोरी या कोली जाति' से है, जो उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती है। उनके [[पिता]] का नाम 'मैकू लाल' तथा [[माता]] 'कलावती' थीं। रामनाथ कोविंद तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं। वे परौंख गांव में अपना पैतृक मकान बारातशाला के रूप में दान कर चुके हैं। उनके बड़े भाई प्यारेलाल व स्वर्गीय शिवबालक राम हैं।
  
रामनाथ कोविंद की पहचान एक दलित चेहरे के रूप में अहम रही है। छात्र जीवन में उन्होंने अनुसूचित जाति, जनजाति और महिलाओं के लिए काम किया। 12 साल की सांसदी में रामनाथ कोविंद ने शिक्षा से जुड़े कई मुद्दों को उठाया। ऐसा कहा जाता है कि वकील रहने के दौरान उन्होंने ग़रीब दलितों के लिए मुफ़्त में क़ानूनी लड़ाई लड़ी। रामनाथ कोविंद का [[विवाह]] [[30 मई]], [[1974]] को सविता कोविंद से हुई थी। इनके एक बेटे प्रशांत हैं और बेटी का नाम स्वाति है।<ref>{{cite web |url=http://www.bbc.com/hindi/india-40325878 |title=रामनाथ कोविंद के बारे में क्या क्या जानते हैं? |accessmonthday=20 जून|accessyear= 2017|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=bbc.com |language=हिन्दी }}</ref>
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रामनाथ कोविंद की पहचान एक दलित चेहरे के रूप में अहम रही है। छात्र जीवन में उन्होंने अनुसूचित जाति, जनजाति और महिलाओं के लिए काम किया। 12 साल की सांसदी में रामनाथ कोविंद ने शिक्षा से जुड़े कई मुद्दों को उठाया। ऐसा कहा जाता है कि वकील रहने के दौरान उन्होंने ग़रीब दलितों के लिए मुफ़्त में क़ानूनी लड़ाई लड़ी। रामनाथ कोविंद का [[विवाह]] [[30 मई]], [[1974]] को 'सविता कोविंद' से हुई थी। इनके एक बेटे प्रशांत हैं और बेटी का नाम स्वाति है।<ref>{{cite web |url=http://www.bbc.com/hindi/india-40325878 |title=रामनाथ कोविंद के बारे में क्या क्या जानते हैं? |accessmonthday=20 जून|accessyear= 2017|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=bbc.com |language=हिन्दी }}</ref>
 
====शिक्षा====
 
====शिक्षा====
रामनाथ कोविंद की प्रारंभिक शिक्षा संदलपुर ब्लॉक के ग्राम खानपुर परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय से हुई। बीएनएसडी इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने डीएवी कॉलेज से बी.कॉम व डीएवी लॉ कालेज से विधि स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद रामनाथ कोविंद ने [[दिल्ली]] में रहकर आईएएस की परीक्षा तीसरे प्रयास में पास की, लेकिन मुख्य सेवा के बजाय एलायड सेवा में चयन होने पर नौकरी ठुकरा दी। वकालत की उपाधि लेने के पश्चात रामनाथ कोविंद ने [[दिल्ली उच्च न्यायालय]] में वकालत प्रारम्भ की। वह [[1977]] से [[1979]] तक दिल्ली उच्च न्यायालय में केंद्र सरकार के वकील रहे थे।
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रामनाथ कोविंद की प्रारंभिक शिक्षा संदलपुर ब्लॉक के ग्राम खानपुर परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय से हुई। बी.एन.एस.डी. इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने डी.ए.वी. कॉलेज से बी.कॉम व डी.ए.वी. लॉ कालेज से विधि स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद रामनाथ कोविंद ने [[दिल्ली]] में रहकर आई.ए.एस. की परीक्षा तीसरे प्रयास में पास की, लेकिन मुख्य सेवा के बजाय एलायड सेवा में चयन होने पर नौकरी ठुकरा दी। वकालत की उपाधि लेने के पश्चात रामनाथ कोविंद ने [[दिल्ली उच्च न्यायालय]] में वकालत प्रारम्भ की। वह [[1977]] से [[1979]] तक दिल्ली उच्च न्यायालय में केंद्र सरकार के वकील रहे थे।
 
==राजनीति==
 
==राजनीति==
 
[[जून]], [[1975]] में [[आपातकाल]] के बाद जनता पार्टी की सरकार बनने पर रामनाथ कोविंद वित्तमंत्री [[मोरारजी देसाई]] के निजी सचिव रहे। जनता पार्टी की सरकार में [[उच्चतम न्यायालय]] के जूनियर काउंसलर के पद पर कार्य किया। वर्ष [[1977]] में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद वह तत्कालीन [[प्रधानमंत्री]] मोरारजी देसाई के निजी सचिव बने थे। इसके बाद भाजपा नेतृत्व के संपर्क में आए। वर्ष [[1991]] में रामनाथ कोविंद [[भारतीय जनता पार्टी]] में सम्मिलित हो गये थे। [[1994]] में वे उत्तर प्रदेश राज्य से [[राज्य सभा]] के लिये निर्वाचित हुए। फिर वर्ष [[2000]] में पुनः उत्तर प्रदेश राज्य से राज्य सभा के लिए निर्वाचित हुए। इस प्रकार कोविन्द लगातार बारह वर्ष तक राज्य सभा के सदस्य रहे। वे दो बार 'भाजपा अनुसूचित मोर्चा' के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा [[उत्तर प्रदेश]] के महामंत्री रह चुके हैं।
 
[[जून]], [[1975]] में [[आपातकाल]] के बाद जनता पार्टी की सरकार बनने पर रामनाथ कोविंद वित्तमंत्री [[मोरारजी देसाई]] के निजी सचिव रहे। जनता पार्टी की सरकार में [[उच्चतम न्यायालय]] के जूनियर काउंसलर के पद पर कार्य किया। वर्ष [[1977]] में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद वह तत्कालीन [[प्रधानमंत्री]] मोरारजी देसाई के निजी सचिव बने थे। इसके बाद भाजपा नेतृत्व के संपर्क में आए। वर्ष [[1991]] में रामनाथ कोविंद [[भारतीय जनता पार्टी]] में सम्मिलित हो गये थे। [[1994]] में वे उत्तर प्रदेश राज्य से [[राज्य सभा]] के लिये निर्वाचित हुए। फिर वर्ष [[2000]] में पुनः उत्तर प्रदेश राज्य से राज्य सभा के लिए निर्वाचित हुए। इस प्रकार कोविन्द लगातार बारह वर्ष तक राज्य सभा के सदस्य रहे। वे दो बार 'भाजपा अनुसूचित मोर्चा' के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा [[उत्तर प्रदेश]] के महामंत्री रह चुके हैं।
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वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे। [[8 अगस्त]], [[2015]] को रामनाथ कोविंद की [[बिहार]] के [[राज्यपाल]] के पद पर नियुक्ति हुई। केंद्र में [[नरेंद्र मोदी]] की सरकार बनने के बाद रामनाथ कोविंद [[उत्तर प्रदेश के राज्यपाल|उत्तर प्रदेश से राज्यपाल]] बनने वाले तीसरे व्यक्ति हैं।
 
वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे। [[8 अगस्त]], [[2015]] को रामनाथ कोविंद की [[बिहार]] के [[राज्यपाल]] के पद पर नियुक्ति हुई। केंद्र में [[नरेंद्र मोदी]] की सरकार बनने के बाद रामनाथ कोविंद [[उत्तर प्रदेश के राज्यपाल|उत्तर प्रदेश से राज्यपाल]] बनने वाले तीसरे व्यक्ति हैं।
 
==राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार==
 
==राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार==
श्री रामनाथ कोविंद का नाम भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष [[अमित शाह]] ने [[19 जून]], [[2017]] को एनडीए के सर्वसम्मत राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में घोषित किया।
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श्री रामनाथ कोविंद का नाम भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष [[अमित शाह]] ने [[19 जून]], [[2017]] को एन.डी.ए. के सर्वसम्मत राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में घोषित किया।
  
रामनाथ कोविंद स्वयंसेवक हैं। भाजपा के पुराने नेता हैं। संघ और भाजपा में कई प्रमुख पदों पर रहे हैं। सांसद रहे हैं। एससीएसटी प्रकोष्ठ के प्रमुख का दायित्व भी उन्होंने निभाया है और संगठन की मुख्यधारा की ज़िम्मेदारियां भी कुशलतापूर्वक निभाई हैं। दिल्ली हाईकोर्ट के अधिवक्ता के तौर पर रामनाथ कोविंद का एक अच्छा खासा अनुभव है। सरकारी वकील भी रहे हैं। [[राष्ट्रपति]] पद के लिए जिस तरह की मूलभूत आवश्यकताएं समझी जाती हैं, वह उनमें हैं और मृदुभाषी भी हैं। कम बोलना और शांति के साथ काम करना रामनाथ कोविंद की [[शैली]] है।<ref>{{cite web |url=http://aajtak.intoday.in/story/nda-president-candidate-ramnath-kovind-reach-delhi-live-updates-1-936332.html |title=रामनाथ गोविंद, राजभवन से राष्ट्रपति भवन तक |accessmonthday=20 जून|accessyear= 2017|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=aajtak.intoday.in |language=हिन्दी }}</ref>
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रामनाथ कोविंद स्वयंसेवक हैं। भाजपा के पुराने नेता हैं। संघ और भाजपा में कई प्रमुख पदों पर रहे हैं। सांसद रहे हैं। एस.सी.एस.टी. प्रकोष्ठ के प्रमुख का दायित्व भी उन्होंने निभाया है और संगठन की मुख्यधारा की ज़िम्मेदारियां भी कुशलतापूर्वक निभाई हैं। दिल्ली हाईकोर्ट के अधिवक्ता के तौर पर रामनाथ कोविंद का एक अच्छा खासा अनुभव है। सरकारी वकील भी रहे हैं। [[राष्ट्रपति]] पद के लिए जिस तरह की मूलभूत आवश्यकताएं समझी जाती हैं, वह उनमें हैं और मृदुभाषी भी हैं। कम बोलना और शांति के साथ काम करना रामनाथ कोविंद की [[शैली]] है।<ref>{{cite web |url=http://aajtak.intoday.in/story/nda-president-candidate-ramnath-kovind-reach-delhi-live-updates-1-936332.html |title=रामनाथ गोविंद, राजभवन से राष्ट्रपति भवन तक |accessmonthday=20 जून|accessyear= 2017|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=aajtak.intoday.in |language=हिन्दी }}</ref>
 
==महत्त्वपूर्ण तथ्य==
 
==महत्त्वपूर्ण तथ्य==
*रामनाथ कोविंद [[उत्तर प्रदेश]] से [[भाजपा]]के दलित नेता हैं।
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*रामनाथ कोविंद [[उत्तर प्रदेश]] से [[भाजपा]] के दलित नेता हैं।
 
*वे दो बार [[राज्य सभा]] के सदस्य रहे हैं।
 
*वे दो बार [[राज्य सभा]] के सदस्य रहे हैं।
 
*वे सरकारी वकील रहे और [[1971]] में बार काउंसिल के लिए नामांकित हुए।
 
*वे सरकारी वकील रहे और [[1971]] में बार काउंसिल के लिए नामांकित हुए।
 
*उन्होंने [[दिल्ली उच्च न्यायालय]] तथा [[उच्चतम न्यायालय]] में 16 साल तक प्रैक्टिस की है।
 
*उन्होंने [[दिल्ली उच्च न्यायालय]] तथा [[उच्चतम न्यायालय]] में 16 साल तक प्रैक्टिस की है।
*रामनाथ कोविंद ने कानपुर यूनिवर्सिटी से बी.कॉम और एलएलबी की पढ़ाई की है।
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*रामनाथ कोविंद ने कानपुर यूनिवर्सिटी से बी.कॉम और एल.एल.बी. की पढ़ाई की है।
 
*दिल्ली हाईकोर्ट में कोविंद [[1977]] से [[1979]] तक केंद्र सरकार के वकील रहे। [[1980]] से [[1993]] तक केंद्र सरकार के स्टैंडिग काउंसिल में थे।
 
*दिल्ली हाईकोर्ट में कोविंद [[1977]] से [[1979]] तक केंद्र सरकार के वकील रहे। [[1980]] से [[1993]] तक केंद्र सरकार के स्टैंडिग काउंसिल में थे।
 
*वर्ष [[1994]] में रामनाथ कोविंद [[उत्तर प्रदेश]] से [[राज्य सभा]] के लिए [[सांसद]] चुने गए थे। वह 12 साल तक राज्य सभा सांसद रहे। वे कई संसदीय समितियों के सदस्य भी रहे हैं।
 
*वर्ष [[1994]] में रामनाथ कोविंद [[उत्तर प्रदेश]] से [[राज्य सभा]] के लिए [[सांसद]] चुने गए थे। वह 12 साल तक राज्य सभा सांसद रहे। वे कई संसदीय समितियों के सदस्य भी रहे हैं।

12:54, 20 जून 2017 का अवतरण

रामनाथ कोविंद
रामनाथ कोविंद
पूरा नाम रामनाथ कोविंद
जन्म 1 अक्टूबर, 1945
जन्म भूमि परौंख गांव, कानपुर देहात ज़िला, उत्तर प्रदेश
अभिभावक पिता- मैकू लाल, माता- कलावती
पति/पत्नी सविता कोविंद
संतान प्रशांत और स्वाति
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि राजनीतिज्ञ
पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
कार्य काल राज्यपाल, बिहार - 8 अगस्त, 2015 से वर्तमान
शिक्षा वकालत की उपाधि
अन्य जानकारी रामनाथ कोविंद वर्ष 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के निजी सचिव बने थे। इसके बाद भाजपा नेतृत्व के संपर्क में आए।
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रामनाथ कोविंद (अंग्रेज़ी: Ramnath Kovind, जन्म- 1 अक्टूबर, 1945, कानपुर, उत्तर प्रदेश) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राजनेता हैं। वे राज्य सभा के भी सदस्य रह चुके हैं। वर्तमान में वे बिहार राज्य के राज्यपाल हैं। रामनाथ कोविंद का नाम एन.डी.ए. द्वारा 19 जून, 2017 को भारत के राष्ट्रपति पद हेतु उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया है। पेशे से वकील रामनाथ कोविंद भाजपा के 'अनुसूचित जाति मोर्चा' के प्रमुख भी रहे हैं। हरिद्वार में गंगा के तट पर स्थित कुष्ठ रोगियों की सेवा के लिए समर्पित संस्था 'दिव्य प्रेम सेवा मिशन' के वे आजीवन संरक्षक हैं।

परिचय

रामनाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर, 1945 को कानपुर[1], उत्तर प्रदेश की तहसील डेरापुर के एक छोटे से गांव परौंख में हुआ था। उनका सम्बन्ध 'कोरी या कोली जाति' से है, जो उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती है। उनके पिता का नाम 'मैकू लाल' तथा माता 'कलावती' थीं। रामनाथ कोविंद तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं। वे परौंख गांव में अपना पैतृक मकान बारातशाला के रूप में दान कर चुके हैं। उनके बड़े भाई प्यारेलाल व स्वर्गीय शिवबालक राम हैं।

रामनाथ कोविंद की पहचान एक दलित चेहरे के रूप में अहम रही है। छात्र जीवन में उन्होंने अनुसूचित जाति, जनजाति और महिलाओं के लिए काम किया। 12 साल की सांसदी में रामनाथ कोविंद ने शिक्षा से जुड़े कई मुद्दों को उठाया। ऐसा कहा जाता है कि वकील रहने के दौरान उन्होंने ग़रीब दलितों के लिए मुफ़्त में क़ानूनी लड़ाई लड़ी। रामनाथ कोविंद का विवाह 30 मई, 1974 को 'सविता कोविंद' से हुई थी। इनके एक बेटे प्रशांत हैं और बेटी का नाम स्वाति है।[2]

शिक्षा

रामनाथ कोविंद की प्रारंभिक शिक्षा संदलपुर ब्लॉक के ग्राम खानपुर परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय से हुई। बी.एन.एस.डी. इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने डी.ए.वी. कॉलेज से बी.कॉम व डी.ए.वी. लॉ कालेज से विधि स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद रामनाथ कोविंद ने दिल्ली में रहकर आई.ए.एस. की परीक्षा तीसरे प्रयास में पास की, लेकिन मुख्य सेवा के बजाय एलायड सेवा में चयन होने पर नौकरी ठुकरा दी। वकालत की उपाधि लेने के पश्चात रामनाथ कोविंद ने दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत प्रारम्भ की। वह 1977 से 1979 तक दिल्ली उच्च न्यायालय में केंद्र सरकार के वकील रहे थे।

राजनीति

जून, 1975 में आपातकाल के बाद जनता पार्टी की सरकार बनने पर रामनाथ कोविंद वित्तमंत्री मोरारजी देसाई के निजी सचिव रहे। जनता पार्टी की सरकार में उच्चतम न्यायालय के जूनियर काउंसलर के पद पर कार्य किया। वर्ष 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद वह तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के निजी सचिव बने थे। इसके बाद भाजपा नेतृत्व के संपर्क में आए। वर्ष 1991 में रामनाथ कोविंद भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित हो गये थे। 1994 में वे उत्तर प्रदेश राज्य से राज्य सभा के लिये निर्वाचित हुए। फिर वर्ष 2000 में पुनः उत्तर प्रदेश राज्य से राज्य सभा के लिए निर्वाचित हुए। इस प्रकार कोविन्द लगातार बारह वर्ष तक राज्य सभा के सदस्य रहे। वे दो बार 'भाजपा अनुसूचित मोर्चा' के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा उत्तर प्रदेश के महामंत्री रह चुके हैं।

राज्यपाल

वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे। 8 अगस्त, 2015 को रामनाथ कोविंद की बिहार के राज्यपाल के पद पर नियुक्ति हुई। केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश से राज्यपाल बनने वाले तीसरे व्यक्ति हैं।

राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार

श्री रामनाथ कोविंद का नाम भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 19 जून, 2017 को एन.डी.ए. के सर्वसम्मत राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में घोषित किया।

रामनाथ कोविंद स्वयंसेवक हैं। भाजपा के पुराने नेता हैं। संघ और भाजपा में कई प्रमुख पदों पर रहे हैं। सांसद रहे हैं। एस.सी.एस.टी. प्रकोष्ठ के प्रमुख का दायित्व भी उन्होंने निभाया है और संगठन की मुख्यधारा की ज़िम्मेदारियां भी कुशलतापूर्वक निभाई हैं। दिल्ली हाईकोर्ट के अधिवक्ता के तौर पर रामनाथ कोविंद का एक अच्छा खासा अनुभव है। सरकारी वकील भी रहे हैं। राष्ट्रपति पद के लिए जिस तरह की मूलभूत आवश्यकताएं समझी जाती हैं, वह उनमें हैं और मृदुभाषी भी हैं। कम बोलना और शांति के साथ काम करना रामनाथ कोविंद की शैली है।[3]

महत्त्वपूर्ण तथ्य

  • रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश से भाजपा के दलित नेता हैं।
  • वे दो बार राज्य सभा के सदस्य रहे हैं।
  • वे सरकारी वकील रहे और 1971 में बार काउंसिल के लिए नामांकित हुए।
  • उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायालय तथा उच्चतम न्यायालय में 16 साल तक प्रैक्टिस की है।
  • रामनाथ कोविंद ने कानपुर यूनिवर्सिटी से बी.कॉम और एल.एल.बी. की पढ़ाई की है।
  • दिल्ली हाईकोर्ट में कोविंद 1977 से 1979 तक केंद्र सरकार के वकील रहे। 1980 से 1993 तक केंद्र सरकार के स्टैंडिग काउंसिल में थे।
  • वर्ष 1994 में रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश से राज्य सभा के लिए सांसद चुने गए थे। वह 12 साल तक राज्य सभा सांसद रहे। वे कई संसदीय समितियों के सदस्य भी रहे हैं।
  • कोविंद गवर्नर्स ऑफ़ इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट के भी सदस्य रहे हैं।
  • 2002 में रामनाथ कोविंद ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। वे कई देशों की यात्रा कर चुके हैं।
  • रामनाथ कोविंद बीजेपी दलित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कोली समाज के अध्यक्ष रहे हैं।
  • 8 अगस्त, 2015 में उनकी बिहार के राज्यपाल पद पर नियुक्ति हुई थी।


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शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. वर्तमान में कानपुर देहात ज़िला
  2. रामनाथ कोविंद के बारे में क्या क्या जानते हैं? (हिन्दी) bbc.com। अभिगमन तिथि: 20 जून, 2017।
  3. रामनाथ गोविंद, राजभवन से राष्ट्रपति भवन तक (हिन्दी) aajtak.intoday.in। अभिगमन तिथि: 20 जून, 2017।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख