आयरन डोम
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आयरन डोम एक सी-रैम (काउंटर- रॉकेट आर्टिलरी मोर्टार) सिस्टम है जिसका काम आबादी वाले हिस्से में निशाना लगाकर दागे गए राकेट या आर्टिलगी शेल्स को इंटरसेप्ट कर उसे खत्म करना है।
- आयरन डोम एक मोबाइल वायु रक्षा प्रणाली है। इसे इजरायल की सरकारी रक्षा एजेंसी 'राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स' की ओर से डेवलप किया गया है।
- इसे रक्षा मिसाइल बैटरी भी कहते हैं। पूरे इजरायल में इस तरह की सात रक्षा मिसाइल बैटरी लगी हुई है। हर बैटरी इंटरसेप्ट मिसाइल क्षमता से लैस है। इसे सिक्योर्ड वायरलेस कनेक्शन के जरिए ऑपरेट किया जाता है।[1]
- आयरन डोम में एक रडार यूनिट, मिसाइल कंट्रोल यूनिट और कई लॉन्चर्स शामिल हैं।
- यह रक्षा प्रणाली हर मौसम में काम करने में सक्षम है।
- 70 कि.मी. के दायरे में आयरन डोम से निकली एंटी मिसाइल हमास रॉकेट को हवा में नेस्तनाबूत कर देती है।
- आयरन डोम का पहला परीक्षण नवंबर 2012 में किया गया था।
- हालांकि यह तकनीक किसी निर्जन या सुनसान जगह पर होने वाले रॉकेट हमलों को विफल नहीं करती। इसका मकसद रिहायशी इलाकों को सुरक्षा प्रदान करना है।
- हमास द्वारा किए जा रहे 90 फीसदी रॉकेट हमलों को इस डिफेंस तकनीक के जरिए इजरायल ने नाकाम किया है।
- सबसे पहले आयरन डोम सिस्टम, रॉकेट की पहचान करता है। इसके बाद रेंज और निशाने पर लिए गए क्षेत्र की दिशा की जांच करता है। इसके बाद वॉर्निंग सायरन बजाया जाता है। सायरन के बाद स्थानीय लोगों के पास सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए 30 से 90 सेकंड का समय होता है। इसके बाद नुकसान का अंदाजा लगाते हुए आयरन डोम ऑपरेटर्स काउंटर मिसाइल लॉन्च करता है और रॉकेट को हवा में नष्ट कर देता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ जानें क्या है बराक मिसाइल की खासियत, किस-किस के पास है ऐसी मिसाइल (हिंदी) livehindustan.com। अभिगमन तिथि: 24 जून, 2020।
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