रायचसा

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  • यह एक रासो काव्य है।
  • रायचसा भी शिवनाथ की रचना है।
  • इसमें भी रचना काल नहीं दिया है।
  • उपर्युक्त 'रासा भइया बहादुर सिंह' के आधार पर ही इसे भी सं. 1853 के आसपास का ही माना जा सकता है।
  • इसमें धारा के जसवंतसिंह और रीवां के अजीतसिंह के मध्य हुए एक युद्ध का वर्णन है।[1]



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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. रासो काव्य : वीरगाथायें (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 15 मई, 2011।

बाहरी कड़ियाँ

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