"सदस्य:लक्ष्मी गोस्वामी/अभ्यास5" के अवतरणों में अंतर

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||[[चित्र:Darbarscene-Aurangzeb.jpg|right|120px|औरंगज़ेब का दरबार]]1636 ई. से 1644 ई. एवं 1652 ई. से 1657 ई. तक [[औरंगज़ेब]] [[गुजरात]], मुल्तान एवं [[सिंध]] का भी गर्वनर रहा। [[आगरा]] पर क़ब्ज़ा कर जल्दबाज़ी में औरंगज़ेब ने अपना राज्याभिषक 'अबुल मुजफ़्फ़र मुहीउद्दीन मुजफ़्फ़र औरंगज़ेब बहादुर आलमगीर' की उपाधि से 31 जुलाई, 1658 ई. को [[दिल्ली]] में करवाया। ‘खजुवा’ एवं ‘देवराई’ के युद्ध में सफल होने के बाद 15 मई, 1659 ई. को औरंगज़ेब ने दिल्ली में प्रवेश किया, जहाँ [[शाहजहाँ]] के शानदार महल में औरंगज़ेब का दूसरी बार राज्याभिषेक हुआ।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[औरंगजेब]]
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||[[चित्र:Darbarscene-Aurangzeb.jpg|right|120px|औरंगज़ेब का दरबार]]1636 ई. से 1644 ई. एवं 1652 ई. से 1657 ई. तक [[औरंगज़ेब]] [[गुजरात]], मुल्तान एवं [[सिंध]] का भी गर्वनर रहा। [[आगरा]] पर क़ब्ज़ा कर जल्दबाज़ी में औरंगज़ेब ने अपना राज्याभिषक 'अबुल मुजफ़्फ़र मुहीउद्दीन मुजफ़्फ़र औरंगज़ेब बहादुर आलमगीर' की उपाधि से 31 जुलाई, 1658 ई. को [[दिल्ली]] में करवाया। ‘खजुवा’ एवं ‘देवराई’ के युद्ध में सफल होने के बाद 15 मई, 1659 ई. को औरंगज़ेब ने दिल्ली में प्रवेश किया, जहाँ [[शाहजहाँ]] के शानदार महल में औरंगज़ेब का दूसरी बार राज्याभिषेक हुआ।
 
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-[[रघुनाथराव]]
 
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+[[माधवराव प्रथम]]
 
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||माधवराव प्रथम के समय ऐसा प्रतीत हो रहा था कि, [[पानीपत]] की तीसरी लड़ाई के फलस्वरूप [[मराठा|मराठों]] की शक्ति को जितनी क्षति पहुँची थी, उस सब की भरपाई कर ली गई है। इसी समय अचानक 1772 ई. में महान [[पेशवा]] [[माधवराव प्रथम]] का देहान्त हो गया। इस बारे में 'ग्राण्ट डफ़' ने लिखा है कि, '[[मराठा साम्राज्य]] के लिए पानीपत का मैदान उतना घातक सिद्ध नहीं हुआ, जितना इस श्रेष्ठ शासक का असामयिक देहावसान'।
 
||माधवराव प्रथम के समय ऐसा प्रतीत हो रहा था कि, [[पानीपत]] की तीसरी लड़ाई के फलस्वरूप [[मराठा|मराठों]] की शक्ति को जितनी क्षति पहुँची थी, उस सब की भरपाई कर ली गई है। इसी समय अचानक 1772 ई. में महान [[पेशवा]] [[माधवराव प्रथम]] का देहान्त हो गया। इस बारे में 'ग्राण्ट डफ़' ने लिखा है कि, '[[मराठा साम्राज्य]] के लिए पानीपत का मैदान उतना घातक सिद्ध नहीं हुआ, जितना इस श्रेष्ठ शासक का असामयिक देहावसान'।
 
{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[माधवराव प्रथम]]
 
{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[माधवराव प्रथम]]

06:55, 11 अगस्त 2011 का अवतरण

इतिहास

1 हड़प्पा निवासी किस वस्तु के उत्पादन में सर्वप्रथम थे?

मुद्राएँ
कांसे के औजार
कपास
जौ

2 महावीर ने जैन संघ की स्थापना कहाँ की थी?

कुण्डग्राम
वैशाली
पावापुरी
वाराणसी

3 मौर्य काल में शिक्षा का प्रमुख केन्द्र क्या था?

वैशाली
नालंदा
तक्षशिला
उज्जैन

4 मौर्य काल में गुप्तचरों को क्या कहा जाता था?

गूढ़ पुरुष
गुप्तचर
संस्था एवं संचार
खोजी

5 अशोक के बारे में जानने के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्रोत क्या हैं?

आहत मुद्रा
यूनानी लेख
शिलालेख
बौद्ध साहित्य

6 निम्नलिखित में से कौन-सा शहर चोल राजाओं की राजधानी था?

सांची
तंजौर
मदुरै
त्रिचिनापल्ली

7 निम्न में से संगीत के किस वाद्य यंत्र को हिन्दू-मुस्लिम गान वाद्यों का सबसे श्रेष्ठ मिश्रण माना गया है?

वीणा
ढोलक
सितार
सारंगी

8 किस मुग़ल शासक को 'आलमगीर' कहा जाता था?

अकबर
शाहजहाँ
औरंगजेब
जहाँगीर

9 पटना को प्रातीय राजधानी किसने बनाया था?

शेरशाह ने
दारा शिकोह ने
इब्राहिम लोदी ने
बाबर ने

10 मुग़ल सम्राट अकबर के समय का प्रसिद्ध चित्रकार कौन था?

अबुल फ़ज़ल
बिशनदास
दशवत
उस्ताद मसूर

12 शिवाजी के राजनीतिक गुरु एवं संरक्षक कौन थे?

समर्थ रामदास
शाहजी भोंसले
दादाजी कोण्डदेव
इनमें से कोई नहीं

14 निम्नलिखित में से कौन बीजगणित के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए विशेष रूप से जाना जाता है?

आर्यभट्ट
भास्कर
लल्ल
ब्रह्मगुप्त

15 बाल गंगाधर तिलक द्वारा शुरु की गई साप्ताहिक पत्रिका कौन-सी थी?

यंग इंडिया
कामरेड
केसरी
अल हिलाल