अजीत सिंह की समाधि, डलहौजी
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अजीत सिंह की समाधि हिमाचल प्रदेश में चंबा ज़िले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल डलहौजी का विशेष आकर्षण है। सरदार अजीत सिंह भारत के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी सरदार भगत सिंह के चाचा थे।
- बीसवी शताब्दी के पितामह कहे जाने वाले अजीत सिंह की समाधि डलहौजी में स्थित है।
- सन 1905 ई. में जब सारे पंजाब की पुलिस अजीत सिंह के पीछे लगी थी, तब अजीत सिंह मुसलमान के वेष में डलहौजी पहुंचे थे। यहीं से काबुल के रास्ते वे ईरान, इटली, और फिर ब्राजील चले गए तथा वहीं से देश की सेवा करते रहे।[1]
- चालीस वर्षों तक देश के बाहर रहने के बाद 1946 में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अजीत सिंह को स्वदेश बुला लिया।
- 14 अगस्त, 1947 को अजीत सिंह डलहौजी में थे। उन्होंने रात 12 बजे भारत के स्वतंत्र होने की घोषणा सुनी और सुबह पांच बजे शरीर त्याग दिया।
- अजीत सिंह की समाधि आज भी देश प्रेमियों को उस बहादुर सपूत की याद दिलाती है।
इन्हें भी देखें: आधुनिक काल, आधुनिक भारत का इतिहास, भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ डलहौजी, हिमाचल प्रदेश (हिन्दी) एक्सप्लोर इण्डिया। अभिगमन तिथि: 02 जनवरी, 2015।