"कवर्धा महल": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) ('{{पुनरीक्षण}} [[चित्र:Kawardha-Palace.jpg|thumb|250px|कवर्धा महल, [[छत्तीसग...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "नक्काशी " to "नक़्क़ाशी ") |
||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
*कवर्धा महल का निर्माण महाराजा धर्मराज सिंह ने 1936-39 ई. में कराया था और यह महल 11 एकड़ में फैला हुआ है। | *कवर्धा महल का निर्माण महाराजा धर्मराज सिंह ने 1936-39 ई. में कराया था और यह महल 11 एकड़ में फैला हुआ है। | ||
*कवर्धा महल के निर्माण में इटैलियन मार्बल और सफ़ेद संगमरमर का उपयोग किया है। | *कवर्धा महल के निर्माण में इटैलियन मार्बल और सफ़ेद संगमरमर का उपयोग किया है। | ||
*कवर्धा महल के दरबार के गुम्बद पर [[सोना|सोने]] और [[चांदी]] से | *कवर्धा महल के दरबार के गुम्बद पर [[सोना|सोने]] और [[चांदी]] से नक़्क़ाशी की गई है। | ||
*कवर्धा महल के प्रवेश द्वार का नाम हाथी दरवाज़ा है, जो बहुत सुन्दर है। | *कवर्धा महल के प्रवेश द्वार का नाम हाथी दरवाज़ा है, जो बहुत सुन्दर है। | ||
*कवर्धा महल कारीगरों की निपुणता, शिल्प कौशल और घाघ कौशल को दर्शाता है। | *कवर्धा महल कारीगरों की निपुणता, शिल्प कौशल और घाघ कौशल को दर्शाता है। |
11:59, 16 फ़रवरी 2012 के समय का अवतरण
![]() |
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |

कवर्धा महल छत्तीसगढ़ राज्य के कवर्धा ज़िले में स्थित मुख्य आकर्षण का केंद्र है।
- कवर्धा महल का निर्माण महाराजा धर्मराज सिंह ने 1936-39 ई. में कराया था और यह महल 11 एकड़ में फैला हुआ है।
- कवर्धा महल के निर्माण में इटैलियन मार्बल और सफ़ेद संगमरमर का उपयोग किया है।
- कवर्धा महल के दरबार के गुम्बद पर सोने और चांदी से नक़्क़ाशी की गई है।
- कवर्धा महल के प्रवेश द्वार का नाम हाथी दरवाज़ा है, जो बहुत सुन्दर है।
- कवर्धा महल कारीगरों की निपुणता, शिल्प कौशल और घाघ कौशल को दर्शाता है।
- कवर्धा महल को कवर्धा के शाही परिवारों के अंतर्गत रखा गया है और अब यह महल एक अतिथि गृह रूप में उपयोग किए जाने लगा है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ