"चित्र:Chausath-Yogini-Temple-Jabalpur.jpg": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{चित्र सूचना | |||
|विवरण=[[चौंसठ योगिनी मंदिर, जबलपुर|चौंसठ योगिनी मंदिर]]<br />Chausath Yogini Temple, Jabalpur | |||
|चित्रांकन=[https://www.flickr.com/people/varunshiv/ Varun Shiv Kapur] | |||
|दिनांक= | |||
|स्रोत=www.flickr.com | |||
|प्रयोग अनुमति= | |||
|चित्रकार= | |||
|उपलब्ध=[https://www.flickr.com/photos/varunshiv/16289377956/in/photolist-qzaNyy-qRz7Da-qRJ8W6-qziK3M-qza3Gd-qzixQr-qzaPyE-qzaMCq-qRz3MH-qPrjy5-qRyVAP-qzaHEA-6rAuFh-qzhaj8-qRDVPL-qzh8kP-qRzfuF-qzaaou-qzabqj-qziSMp-mnAR9-o1CPaK-6rwmA6-qziTQB-qzagM1-qRHZHc-qzaEZf-qziUQT-6rwmdx Chausath Yogini Temple] | |||
|प्राप्ति स्थान= | |||
|समय-काल= | |||
|संग्रहालय क्रम संख्या= | |||
|आभार=[https://www.flickr.com/photos/varunshiv/ Varun Shiv Kapur photostream] | |||
|आकार= | |||
|अन्य विवरण='चौंसठ योगिनी मंदिर' [[जबलपुर]], [[मध्य प्रदेश]] का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह मंदिर जबलपुर की ऐतिहासिक संपन्नता में एक और अध्याय जोड़ता है। प्रसिद्ध संगमरमर चट्टान के पास स्थित इस मंदिर में [[दुर्गा|देवी दुर्गा]] की 64 अनुषंगिकों की प्रतिमा है। इस मंदिर की विषेशता इसके बीच में स्थापित [[शिव|भागवान शिव]] की प्रतिमा है, जो कि देवियों की प्रतिमा से घिरी हुई है। | |||
}} | |||
{{चयनित चित्र नोट}} | |||
{{CCL | |||
|Attribution={{Attribution}} | |||
|Noncommercial= | |||
|Share Alike= | |||
|No Derivative Works= | |||
}} | |||
__INDEX__ |
13:43, 4 मई 2016 के समय का अवतरण
विवरण (Description) | चौंसठ योगिनी मंदिर Chausath Yogini Temple, Jabalpur |
चित्रांकन (Author) | Varun Shiv Kapur |
स्रोत (Source) | www.flickr.com |
उपलब्ध (Available) | Chausath Yogini Temple |
आभार (Credits) | Varun Shiv Kapur photostream |
अन्य विवरण | 'चौंसठ योगिनी मंदिर' जबलपुर, मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह मंदिर जबलपुर की ऐतिहासिक संपन्नता में एक और अध्याय जोड़ता है। प्रसिद्ध संगमरमर चट्टान के पास स्थित इस मंदिर में देवी दुर्गा की 64 अनुषंगिकों की प्रतिमा है। इस मंदिर की विषेशता इसके बीच में स्थापित भागवान शिव की प्रतिमा है, जो कि देवियों की प्रतिमा से घिरी हुई है। |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
यह चित्र क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के अंतर्गत उसके 'उपयोग के अधिकारों' का हनन किए बिना उपयोग किया गया है। कृपया चित्र के उपयोग अधिकार देखे बिना उनका उपयोग न करें। इससे चित्रों से संबधित अधिकारों के उल्लंघन होने की संभावना है। |
![]()
![]() |
This file is used under the Creative Commons license. |
![]() | ||
चित्र का इतिहास
फ़ाइल पुराने समय में कैसी दिखती थी यह जानने के लिए वांछित दिनांक/समय पर क्लिक करें।
दिनांक/समय | अंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल) | आकार | सदस्य | टिप्पणी | |
---|---|---|---|---|---|
वर्तमान | 14:09, 29 अप्रैल 2016 | ![]() | 2,048 × 1,536 (1.38 MB) | रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) |
आप इस चित्र को ओवर्राइट नहीं कर सकते।
चित्र का उपयोग
4 ये पृृष्ठ इस चित्र का इस्तेमाल करते हैं: