"प्रेमलता अग्रवाल": अवतरणों में अंतर
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*[[झारखण्ड]] राज्य के [[जमशेदपुर]] की प्रेमलता अग्रवाल ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी [[माउंट एवरेस्ट]] को | '''प्रेमलता अग्रवाल''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Premlata Agrawal'', जन्म- [[1963]]) भारतीय पर्वतारोही हैं। उन्होंने [[20 मई]], [[2011]] को 48 साल की उम्र में 29,029 फुट की ऊंचाई पर पहुँचकर [[माउंट एवरेस्ट]] के शिखर को छूकर प्रथम भारतीय महिला होने का गौरव हासिल किया। वहीं 50 वर्ष की उम्र में [[23 मई]], [[2013]] को उत्तरी अमेरिका के अलास्का के माउंट मैकेनले को फतह करके उन्होने नई उपलब्धि हासिल की। प्रेमलता अग्रवाल सात महाद्वीपों की सात सबसे ऊंची चोटियों को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला पर्वतारोही हैं।<br /> | ||
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*[[झारखण्ड]] राज्य के [[जमशेदपुर]] की प्रेमलता अग्रवाल ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी [[माउंट एवरेस्ट]] को फ़तह कर नया भारतीय रिकॉर्ड बनाया। वे देश की सबसे अधिक उम्र की पर्वतारोही बन गईं, जिन्होंने माउंट एवरेस्ट फ़तह किया है। प्रेमलता ने [[20 मई]], [[2011]] को सुबह 9:35 बजे माउंट एवरेस्ट पर [[तिरंगा]] फहराया। प्रेमलता दो बच्चों की माँ हैं।<ref> {{cite web |url=http://www.bhaskar.com/article/JHA-RAN-new-record-at-the-age-of-45-everest-2122713.html?HF-1= |title=नया रिकॉर्ड, 45 की उम्र में एवरेस्ट फ़तह |accessmonthday=[[20 मई]] |accessyear=[[2011]] |last= |first= |authorlink= |format=एच.टी.एम.एल |publisher=दैनिक भास्कर |language=[[हिन्दी]]}}</ref> | |||
*इस अभियान के लिए 18000 पुट की ऊंचाई पर लगे आधार शिविर तथा एवरेस्ट चोटी के बीच तीन अन्य शिविर लगाए गए थे। वर्ष 1984 में लगभग 29 साल की उम्र में एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला का गौरव हासिल करने वाली [[बछेंद्री पाल]] भी उनके अभियान की निगरानी कर रही थी। बछेंद्री के प्रोत्साहित किए जाने पर पर्वतारोहण सीखने वाली प्रेमलता अग्रवाल [[नेपाल]] की एशियन ट्रेकिंग कंपनी की देख रेख में [[मार्च]] के अंत में शुरू हुए इको एवरेस्ट अभियान 2011 के 22 सदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय दल का हिस्सा थीं।<ref> {{cite web |url=http://www.patrika.com/news.aspx?id=598280 |title=एवरेस्ट पर चढ़ प्रेमलता ने रचा नया इतिहास |accessmonthday=[[20 मई]] |accessyear=[[2011]] |last= |first= |authorlink= |format=ए.एस.पी |publisher=पत्रिका डॉट कॉम |language=[[हिन्दी]]}}</ref> | *इस अभियान के लिए 18000 पुट की ऊंचाई पर लगे आधार शिविर तथा एवरेस्ट चोटी के बीच तीन अन्य शिविर लगाए गए थे। वर्ष 1984 में लगभग 29 साल की उम्र में एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला का गौरव हासिल करने वाली [[बछेंद्री पाल]] भी उनके अभियान की निगरानी कर रही थी। बछेंद्री के प्रोत्साहित किए जाने पर पर्वतारोहण सीखने वाली प्रेमलता अग्रवाल [[नेपाल]] की एशियन ट्रेकिंग कंपनी की देख रेख में [[मार्च]] के अंत में शुरू हुए इको एवरेस्ट अभियान 2011 के 22 सदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय दल का हिस्सा थीं।<ref> {{cite web |url=http://www.patrika.com/news.aspx?id=598280 |title=एवरेस्ट पर चढ़ प्रेमलता ने रचा नया इतिहास |accessmonthday=[[20 मई]] |accessyear=[[2011]] |last= |first= |authorlink= |format=ए.एस.पी |publisher=पत्रिका डॉट कॉम |language=[[हिन्दी]]}}</ref> | ||
*दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे उम्रदराज भारतीय महिला होने का गौरव प्रेमलता अग्रवाल को हासिल है। उनकी इसी उपलब्धियों के लिए देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान '[[पद्मश्री]]' ([[2013]]) से नवाजा गया है। | |||
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प्रेमलता अग्रवाल (अंग्रेज़ी: Premlata Agrawal, जन्म- 1963) भारतीय पर्वतारोही हैं। उन्होंने 20 मई, 2011 को 48 साल की उम्र में 29,029 फुट की ऊंचाई पर पहुँचकर माउंट एवरेस्ट के शिखर को छूकर प्रथम भारतीय महिला होने का गौरव हासिल किया। वहीं 50 वर्ष की उम्र में 23 मई, 2013 को उत्तरी अमेरिका के अलास्का के माउंट मैकेनले को फतह करके उन्होने नई उपलब्धि हासिल की। प्रेमलता अग्रवाल सात महाद्वीपों की सात सबसे ऊंची चोटियों को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला पर्वतारोही हैं।
- झारखण्ड राज्य के जमशेदपुर की प्रेमलता अग्रवाल ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फ़तह कर नया भारतीय रिकॉर्ड बनाया। वे देश की सबसे अधिक उम्र की पर्वतारोही बन गईं, जिन्होंने माउंट एवरेस्ट फ़तह किया है। प्रेमलता ने 20 मई, 2011 को सुबह 9:35 बजे माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया। प्रेमलता दो बच्चों की माँ हैं।[1]
- इस अभियान के लिए 18000 पुट की ऊंचाई पर लगे आधार शिविर तथा एवरेस्ट चोटी के बीच तीन अन्य शिविर लगाए गए थे। वर्ष 1984 में लगभग 29 साल की उम्र में एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला का गौरव हासिल करने वाली बछेंद्री पाल भी उनके अभियान की निगरानी कर रही थी। बछेंद्री के प्रोत्साहित किए जाने पर पर्वतारोहण सीखने वाली प्रेमलता अग्रवाल नेपाल की एशियन ट्रेकिंग कंपनी की देख रेख में मार्च के अंत में शुरू हुए इको एवरेस्ट अभियान 2011 के 22 सदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय दल का हिस्सा थीं।[2]
- दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे उम्रदराज भारतीय महिला होने का गौरव प्रेमलता अग्रवाल को हासिल है। उनकी इसी उपलब्धियों के लिए देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान 'पद्मश्री' (2013) से नवाजा गया है।
विजय यात्रा
- 6 जून, 2008 - किलिमंजारो
- 20 मई, 2011 - माउंट एवरेस्ट
- 10 फ़रवरी, 2012 - माउंट एकानगुआ
- 12 अगस्त, 2012 - माउंट एल्ब्रुस
- 22 अक्टूबर, 2012 - कार्सटेन्स्ज पिरामिड
- 5 जून, 2013 - विन्सन मैसिफ़
- 23 मई, 2017 - माउंट मैककिनले
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ नया रिकॉर्ड, 45 की उम्र में एवरेस्ट फ़तह (हिन्दी) (एच.टी.एम.एल) दैनिक भास्कर। अभिगमन तिथि: 20 मई, 2011।
- ↑ एवरेस्ट पर चढ़ प्रेमलता ने रचा नया इतिहास (हिन्दी) (ए.एस.पी) पत्रिका डॉट कॉम। अभिगमन तिथि: 20 मई, 2011।