"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/3": अवतरणों में अंतर
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+[[मणिपुर]] | +[[मणिपुर]] | ||
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||[[चित्र:View-Of-Manipur.jpg|right|120px|मणिपुर का एक दृश्य]]मणिपुर [[भारत]] के पूर्वी सिरे पर स्थित है। इसके पूर्व में [[ | ||[[चित्र:View-Of-Manipur.jpg|right|120px|मणिपुर का एक दृश्य]]मणिपुर [[भारत]] के पूर्वी सिरे पर स्थित है। इसके पूर्व में [[म्यांमार]] और उत्तर में [[नागालैंड]] राज्य है। पश्चिम में [[असम]] राज्य और दक्षिण में [[मिज़ोरम]] राज्य है। [[मणिपुर]] का क्षेत्रफल 22,327 वर्ग कि.मी. है। भौगोलिक रूप से मणिपुर के दो भाग हैं- पहाडियाँ और घाटियाँ। घाटी मध्य में है और उसके चारों तरफ़ पहाडियाँ हैं। ये पहाडियाँ राज्य के कुल क्षेत्रफल का लगभग 9/10 भाग हैं। मणिपुर की घाटी [[समुद्र]] के तल से लगभग 790 मीटर ऊपर है। यह पर्वतीय श्रृंखला उत्तर में ऊंची है और धीरे-धीरे मणिपुर के दक्षिणी हिस्से में पहुँचने पर यह कम ऊंची रह जाती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मणिपुर]] | ||
{निम्न में से किस राज्य की सीमाएँ [[भारत]] के अधिकतम अन्य राज्यों से मिलती हैं?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 71, प्र. 25) | {निम्न में से किस राज्य की सीमाएँ [[भारत]] के अधिकतम अन्य राज्यों से मिलती हैं?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 71, प्र. 25) | ||
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+[[अरावली पर्वत श्रृंखला|अरावली]] | +[[अरावली पर्वत श्रृंखला|अरावली]] | ||
-[[नीलगिरि पहाड़ियाँ|नीलगिरि]] | -[[नीलगिरि पहाड़ियाँ|नीलगिरि]] | ||
||[[चित्र:Aravalli-Mountains-1.jpg|right|120px|अरावली पर्वतमाला]]'अरावली' या 'अर्वली' उत्तर भारतीय पर्वतमाला है। [[राजस्थान]] राज्य के पूर्वोत्तर क्षेत्र से गुज़रती 560 किलोमीटर लम्बी इस पर्वतमाला की कुछ चट्टानी पहाड़ियाँ [[भारत]] की राजधानी [[दिल्ली]] के दक्षिण हिस्से तक चली गई हैं। इसके शिखरों एवं कटकों की श्रृखलाएँ, जिनका फैलाव 10 से 100 किलोमीटर है, सामान्यत: 300 से 900 मीटर ऊँची हैं। इस पर्वतमाला से अनेक प्रमुख नदियाँ बाना, [[लूनी नदी|लूनी]], साखी एवं [[साबरमती नदी|साबरमती]] का उदगम स्थल है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अरावली पर्वत श्रृंखला|अरावली]] | |||
{[[हिमालय]] का विस्तार अराकान योमा कहाँ स्थित है?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 73, प्र. 11) | {[[हिमालय]] का विस्तार [[अराकान योमा]] कहाँ स्थित है?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 73, प्र. 11) | ||
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-[[बलूचिस्तान]] में | -[[बलूचिस्तान]] में | ||
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-[[नेपाल]] में | -[[नेपाल]] में | ||
-[[कश्मीर]] में | -[[कश्मीर]] में | ||
||[[चित्र:Myanmar-Flag.jpg|right|120px|म्यांमार का ध्वज]]'म्यांमार' [[जम्बूद्वीप]], [[एशिया]] का एक देश है। इस देश का भारतीय नाम 'ब्रह्मदेश' है। पहले [[म्यांमार]] का नाम '[[बर्मा]]' हुआ करता था। इसका यह नाम यहाँ बड़ी संख्या में आबाद बर्मी नस्ल के नाम पर पड़ा था। म्यांमार के उत्तर में [[चीन]], पश्चिम में [[भारत]], [[बांग्लादेश]] और [[हिन्द महासागर]] तथा दक्षिण-पूर्व की दिशा में इंडोनेशिया स्थित हैं। इसकी राजधानी '[[नाएप्यीडॉ]]' और सबसे बड़ा शहर देश की भूतपूर्व राजधानी [[यांगून]] है, जिसे पहले '[[रंगून]]' के नाम से जाना जाता था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[म्यांमार]] | |||
{[[कृष्णा नदी|कृष्णा]] एवं [[गोदावरी नदी]] का डेल्टा किस राज्य में पड़ता है?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 74, प्र. 14) | {[[कृष्णा नदी|कृष्णा]] एवं [[गोदावरी नदी]] का डेल्टा किस राज्य में पड़ता है?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 74, प्र. 14) | ||
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-[[उड़ीसा]] | -[[उड़ीसा]] | ||
-[[पश्चिम बंगाल]] | -[[पश्चिम बंगाल]] | ||
||[[चित्र:Krishna-River.jpg|right|120px|कृष्णा नदी का एक दृश्य]]आंध्र प्रदेश राज्य में तीन प्रमुख भौतिक-भौगोलिक क्षेत्र हैं। तटीय मैदान राज्य की लगभग पूरी लंबाई में फैले हैं, जहाँ पश्चिम से पूर्व की ओर पहाड़ियों से होकर खाड़ी में गिरने वाली अनेक नदियाँ हैं। इनमें से दो प्रमुख नदियों, [[गोदावरी नदी|गोदावरी]] और [[कृष्णा नदी|कृष्णा]] के डेल्टा मैदानों का उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी से युक्त मध्य भाग बनाते हैं। पूर्वी घाट विशाल नदी घाटियों के कारण एक सतत श्रेणी नहीं बनाते। ये घाट मध्य [[भारत]] से सुदुर दक्षिण तक फैली एक बड़ी पर्वतश्रेणी का हिस्सा हैं, जो पूर्वी तट के समानांतर हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[आन्ध्र प्रदेश]] | |||
{'[[दोआब]]' शब्द से आप क्या समझते हैं?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 74, प्र. 19) | {'[[दोआब]]' शब्द से आप क्या समझते हैं?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 74, प्र. 19) | ||
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+नदी की दो शाखाओं के बीच की भूमि | +नदी की दो शाखाओं के बीच की भूमि | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||किसी स्थान पर परस्पर मिलने वाली दो नदियों के बीच में स्थित मैदानी भाग को '[[दोआब]]' कहा जाता है। संसार के विभिन्न भागों में दोआब पाये जाते हैं, जो अधिकांशतः उर्वर, खेती के लिए अत्यधिक उपजाऊ और प्रमुख [[कृषि]] प्रदेश होते हैं। [[उत्तर भारत]] में [[गंगा]] और [[यमुना]] के बीच का तथा [[दक्षिण भारत]] में [[कृष्णा नदी|कृष्णा]] और [[तुंगभद्रा नदी|तुंगभद्रा]] के बीच का दोआब क्षेत्र सर्वाधिक उपजाऊ भू-भाग माना जाता है। इन क्षेत्रों पर अधिकार करने के लिए आस-पास के राजा बराबर प्रयत्नशील रहते थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[दोआब]] | |||
{किस राज्य में बंजर भूमि का क्षेत्रफल सर्वाधिक है?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 74, प्र. 22) | {किस राज्य में बंजर भूमि का क्षेत्रफल सर्वाधिक है?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 74, प्र. 22) | ||
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-[[गुजरात]] | -[[गुजरात]] | ||
-[[उत्तर प्रदेश]] | -[[उत्तर प्रदेश]] | ||
||[[चित्र:Kashmir-Valley.jpg|right|120px|कश्मीर की घाटी]]पहले 'जम्मू-कश्मीर' [[भारत]] की बड़ी रियासतों में से एक था। यह पूर्वात्तर में सिंक्यांग का स्वायत्त क्षेत्र व तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र से, दक्षिण में [[हिमाचल प्रदेश]] व [[पंजाब]] राज्यों से, पश्चिम में [[पाकिस्तान]] और पश्चिमोत्तर में पाकिस्तान अधिकृत भू-भाग से घिरा है। यहाँ [[वर्षा]] 380 से 500 मिमी. वार्षिक तक होती है। गर्मी के मौसम में जब मानसूनी हवाएँ चलती हैं, तब तेज़ लेकिन अनियमित फुहारों के रूप में वर्षा होती है। अंदरूनी इलाक़ा पेड़ों से पूरी तरह विहीन हो गया है और कंटीली झाड़ियाँ या मोटी घास ही यहाँ की मुख्य वनस्पति है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जम्मू-कश्मीर]] | |||
{[[गंगा नदी]] की निम्न सहायक नदियों में से किसका मार्ग उत्तरमुखी है?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 75, प्र. 07) | {[[गंगा नदी]] की निम्न सहायक नदियों में से किसका मार्ग उत्तरमुखी है?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 75, प्र. 07) | ||
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+[[सोन नदी|सोन]] | +[[सोन नदी|सोन]] | ||
-[[गंडक नदी|गंडक]] | -[[गंडक नदी|गंडक]] | ||
||'सोन नदी' का उदगम मैकाल पर्वत के [[अमरकण्टक]] नामक पठारी भाग से है। यह नदी [[झारखण्ड]] के उत्तरी-पश्चिमी छोर पर सीमा का निर्माण करती है। यह नदी [[पलामू]] की उत्तरी सीमा बनाती हुई प्रवाहित होती है। [[सोन नदी]] मानपुर तक उत्तर की ओर बहने के बाद पूर्वोतर दिशा में मुड़ती जाती है। यह नदी [[मिर्ज़ापुर ज़िला|मिर्ज़ापुर ज़िले]] के दक्षिणी भाग से प्रवाहित होती है और [[पटना]] से पहले दीनापुर से 16 किलोमीटर ऊपर [[गंगा नदी]] से मिल जाती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सोन नदी|सोन]] | |||
{[[भारत]] में "मरुस्थल की राजधानी" किसे कहा जाता है?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 79, प्र. 17) | {[[भारत]] में "मरुस्थल की राजधानी" किसे कहा जाता है?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 79, प्र. 17) | ||
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-[[बीकानेर]] | -[[बीकानेर]] | ||
+[[जैसलमेर]] | +[[जैसलमेर]] | ||
||[[चित्र:Jaisalmer-Desert.jpg|right|120px|मरुस्थल का दृश्य, जैसलमेर]]जैसलमेर शहर, पश्चिमी [[राजस्थान]] राज्य, पश्चिमोत्तर [[भारत]] में स्थित है। विश्वविख्यात विशाल [[थार मरुस्थल]] का भाग होने के कारण यह क्षेत्र रेतीला, सूखा तथा पानी की कमी वाला है। पूरे [[जैसलमेर]] में विभिन्न आकार-प्रकार के बालू के ऊँचे-ऊँचे टिब्बों का विशाल सागर-सा दिखाई देता है। यहाँ दूर-दूर तक स्थाई व अस्थाई रेत के ऊँचे-ऊँचे टीले हैं, जो कि हवा, आंधियों के साथ-साथ अपना स्थान भी बदलते रहते हैं। इन्हीं रेतीले टीलों के मध्य कहीं-कहीं पर पथरीले पठार व पहाड़ियाँ भी स्थित हैं। अपनी इन्हीं विशेषताओं के कारण जैसलमेर 'मरुस्थल की राजधानी' कहलाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जैसलमेर]] | |||
{'[[जोग प्रपात]]' कहाँ पर स्थित है?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 76, प्र. 27) | {'[[जोग प्रपात]]' कहाँ पर स्थित है?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 76, प्र. 27) | ||
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-[[केरल]] | -[[केरल]] | ||
-[[तमिलनाडु]] | -[[तमिलनाडु]] | ||
||[[चित्र:Jog-Falls.jpg|right|100px|जोग जलप्रपात, कर्नाटक]]कर्नाटक के खनिज संसाधन, [[भद्रावती]] में [[लौह-इस्पात उद्योग]] और [[बंगलोर]] में भारी इंजीनियरिंग कारख़ाने को आधार प्रदान करते हैं। राज्य के अन्य उद्योगों में सूती वस्त्र की मिलें, चीनी प्रसंस्करण, वस्त्र निर्माण, खाद्य सामग्री, बिजली की मशीनरी, [[उर्वरक]] और [[काग़ज़]] उद्योग शामिल हैं। [[मैसूर]] शहर और बंगलोर में प्राचीन काल से स्थापित रेशम उद्योग हैं, जहाँ [[भारत]] के मलबेरी रेशम का अधिकांश हिस्सा उत्पादित होता है। [[जोग जलप्रपात]] के पास स्थित 'शरवती परियोजना' [[कर्नाटक]] के उद्योगों को बिजली प्रदान करने वाले अनेक जलविद्युत संयंत्रों में सबसे बड़ी है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कर्नाटक]] | |||
{[[भारत]] की ताजे पानी की सबसे बड़ी झील कौन-सी है?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 76, प्र. 32) | {[[भारत]] की ताजे पानी की सबसे बड़ी झील कौन-सी है?(अरिहंत, तरुण गोयल, पृ. 76, प्र. 32) | ||
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+[[वुलर झील]] | +[[वुलर झील]] | ||
-गोविन्द सागर झील | -गोविन्द सागर झील | ||
||[[चित्र:Wular-Lake.jpg|right|120px|वुलर झील, कश्मीर]]'वुलर झील' [[जम्मू और कश्मीर]] के [[बांदीपुर ज़िला|बांदीपुर ज़िले]] में स्थित एक प्रसिद्ध [[झील]] है। [[वुलर झील]] [[भारत]] की सबसे बड़ी ताजे पानी की झीलों में से एक है। यह [[एशिया]] की मीठे पानी की सबसे बडी झील हुआ करती थी, लिकिन अब यहाँ सिर्फ हरित क्षेत्र ही अधिकांशत: रह गया है। कहा जाता है कि 'वुलर' शब्द शायद 'उल्लोल' (ऊँची चंचल लहरियों वाली) का अपभ्रंश है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[वुलर झील]] | |||
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07:09, 9 अगस्त 2012 का अवतरण
भूगोल सामान्य ज्ञान
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