"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/3": अवतरणों में अंतर

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||[[चित्र:Gandhi-Ji-Statue.jpg|right|100px|गाँधीजी की प्रतिमा]]तामलुक पूर्वी [[मिदनापुर ज़िला]], [[पश्चिम बंगाल]] का मुख्‍यालय है। यह कलकत्‍ता (वर्तमान [[कोलकाता]]) से सड़क द्वारा जुड़ा हुआ है, यहाँ से यह लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। [[महात्मा गाँधी]] ने अपनी कई गतिविधियाँ यहाँ से संचालित की थीं। '[[भारत छोड़ो आन्दोलन]]' के समय संयुक्त प्रांत में [[बलिया]] एवं [[बस्ती ज़िला|बस्ती]], [[बम्बई]] में [[सतारा]], [[बंगाल (आज़ादी से पूर्व)|बंगाल]] में [[मिदनापुर ज़िला|मिदनापुर]] एवं [[बिहार]] के कुछ भागों में अस्थायी सरकारों की स्थापना की गयी थी। इन स्वाशासित समानान्तर सरकारों में सर्वाधिक लम्बे समय तक सरकार सतारा में थी। बंगाल के मिदनापुर ज़िले में तामलुक अथवा [[ताम्रलिप्ति]] में गठिन राष्ट्रीय सरकार [[1944]] ई. तक चलती रही।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[तामलुक]]
||[[चित्र:Gandhi-Ji-Statue.jpg|right|90px|गाँधीजी की प्रतिमा]]तामलुक पूर्वी [[मिदनापुर ज़िला]], [[पश्चिम बंगाल]] का मुख्‍यालय है। यह कलकत्‍ता (वर्तमान [[कोलकाता]]) से सड़क द्वारा जुड़ा हुआ है, यहाँ से यह लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। [[महात्मा गाँधी]] ने अपनी कई गतिविधियाँ यहाँ से संचालित की थीं। '[[भारत छोड़ो आन्दोलन]]' के समय संयुक्त प्रांत में [[बलिया]] एवं [[बस्ती ज़िला|बस्ती]], [[बम्बई]] में [[सतारा]], [[बंगाल (आज़ादी से पूर्व)|बंगाल]] में [[मिदनापुर ज़िला|मिदनापुर]] एवं [[बिहार]] के कुछ भागों में अस्थायी सरकारों की स्थापना की गयी थी। इन स्वाशासित समानान्तर सरकारों में सर्वाधिक लम्बे समय तक सरकार सतारा में थी। बंगाल के मिदनापुर ज़िले में तामलुक अथवा [[ताम्रलिप्ति]] में गठिन राष्ट्रीय सरकार [[1944]] ई. तक चलती रही।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[तामलुक]]


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-[[महादेव गोविंद रानाडे]]
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-[[विनायक दामोदर सावरकर]]
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||[[चित्र:Gopal-Krishna-Gokhle.jpg|right|100px|गोपाल कृष्ण गोखले]]गोपाल कृष्ण गोखले अपने समय के अद्वितीय संसदविद और राष्ट्रसेवी थे। यह एक स्वतंत्रता सेनानी, समाजसेवी, विचारक एवं सुधारक भी थे। न्यायमूर्ति [[महादेव गोविन्द रानाडे]] के संपर्क में आने से [[गोपाल कृष्ण गोखले]] सार्वजनिक कार्यों में बढ़-चढ़कर रुचि लेने लगे थे। उन दिनों [[पूना]] की 'सार्वजनिक सभा' एक प्रमुख राजनीतिक संस्था थी। गोखले ने उसके मंत्री के रूप में कार्य किया। इससे उनके सार्वजनिक कार्यों का भी विस्तार हुआ। [[कांग्रेस]] की स्थापना के बाद वे उस संस्था से जुड़ गए।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गोपाल कृष्ण गोखले]]
||[[चित्र:Gopal-Krishna-Gokhle.jpg|right|80px|गोपाल कृष्ण गोखले]]गोपाल कृष्ण गोखले अपने समय के अद्वितीय संसदविद और राष्ट्रसेवी थे। यह एक स्वतंत्रता सेनानी, समाजसेवी, विचारक एवं सुधारक भी थे। न्यायमूर्ति [[महादेव गोविन्द रानाडे]] के संपर्क में आने से [[गोपाल कृष्ण गोखले]] सार्वजनिक कार्यों में बढ़-चढ़कर रुचि लेने लगे थे। उन दिनों [[पूना]] की 'सार्वजनिक सभा' एक प्रमुख राजनीतिक संस्था थी। गोखले ने उसके मंत्री के रूप में कार्य किया। इससे उनके सार्वजनिक कार्यों का भी विस्तार हुआ। [[कांग्रेस]] की स्थापना के बाद वे उस संस्था से जुड़ गए।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गोपाल कृष्ण गोखले]]


{[[विजयनगर साम्राज्य]] में सामाजिक एवं धार्मिक विषयों पर निर्णय कौन देते थे? (पृ. सं. 24
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+1843 के अधिनियम द्वारा
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-1858 के अधिनियम द्वारा
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||'दास प्रथा' [[भारत]] में प्राय: सभी युगों में विद्यमान रही है। यद्यपि चौथी शताब्दी ई. पू. में [[मेगस्थनीज]] ने लिखा था कि "भारतवर्ष में [[दास प्रथा]] नहीं है, तथापि [[कौटिल्य]] के '[[अर्थशास्त्र]]' तथा [[मौर्य]] सम्राट [[अशोक]] के [[अभिलेख|अभिलेखों]] में [[प्राचीन भारत]] में दास प्रथा प्रचलित होने के संकेत उपलब्ध होते हैं। यह प्रथा [[भारत]] में ब्रिटिश शासन स्थापित हो जाने के उपरान्त भी यथेष्ट दिनों तक चलती रही। वर्ष 1843 ई. में इसे बन्द करने के लिए एक अधिनियम पारित कर दिया गया था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[दास प्रथा]]


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-[[अलाउद्दीन ख़िलजी]] – [[बंगाल (आज़ादी से पूर्व)|बंगाल]] में विद्रोह
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-[[मोहम्मद बिन तुग़लक़]] – [[चंगेज़ ख़ाँ]] का आक्रमण
-[[मोहम्मद बिन तुग़लक़]] – [[चंगेज़ ख़ाँ]] का आक्रमण
||[[चित्र:Sultan-Mahmud-Ghaznawi.jpg|right|100px|महमूद ग़ज़नवी]]'सुल्तान महमूद' या '[[महमूद ग़ज़नवी]]' यमीनी वंश का तुर्क सरदार और [[ग़ज़नी]] के शासक [[सुबुक्तगीन]] का पुत्र था। महमूद बचपन से [[भारत]] की अपार समृद्धि और धन-दौलत के विषय में सुनता रहा था। उसके [[पिता]] ने एक बार [[हिन्दुशाही वंश|हिन्दुशाही]] राजा [[जयपाल]] के राज्य को लूट कर प्रचुर सम्पत्ति प्राप्त की थी। [[सुल्तान महमूद]] भारत की दौलत को लूटकर मालामाल होने के स्वप्न देखा करता था। उसने 17 बार भारत पर आक्रमण किया और यहाँ की अपार सम्पत्ति को वह लूटकर ग़ज़नी ले गया। उसका सबसे बड़ा आक्रमण 1026 ई. में [[काठियावाड़]] के [[सोमनाथ मंदिर]] पर था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[महमूद ग़ज़नवी]]


{'[[भक्ति आंदोलन]]' से संबंधित [[मराठा]] [[संत|संतों]] का सही कालानुक्रम कौन-सा है? (पृ. सं. 120
{'[[भक्ति आंदोलन]]' से संबंधित [[मराठा]] [[संत|संतों]] का सही कालानुक्रम कौन-सा है? (पृ. सं. 120
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+[[नामदेव]], [[एकनाथ]], [[तुकाराम]], [[समर्थ रामदास|रामदास]]
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-रामदास, तुकाराम, एकनाथ, नामदेव
-रामदास, तुकाराम, एकनाथ, नामदेव
||[[चित्र:Sant-Namdev.jpg|right|100px|संत नामदेव]]नामदेव [[मध्यकालीन भारत]] के प्रमुख संत कवि थे, जिन्होंने [[मराठी भाषा]] में अपनी रचनाएँ लिखीं। यह कहा जाता है कि [[नामदेव]] अपनी युवावस्था में ख़ूनी लुटेरों के गिरोह के सदस्य थे, लेकिन एक दिन जब उन्होंने एक महिला का करुण विलाप सुना, जिसके पति की उन्होंने हत्या कर दी थी, तो उन्हें गहरा पश्चाताप हुआ। कहते है कि अपने इस घृणित कार्य के पश्चातापस्वरूप वह आत्महत्या करने ही वाले थे कि उन्हें भगवान [[विष्णु]] ने प्रकट होकर बचा लिया। इसके बाद नामदेव [[भक्ति]] की ओर मुड़ गए और वाराकरी के प्रमुख प्रतिपादक बने।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[नामदेव]], [[एकनाथ]], [[तुकाराम]], [[समर्थ रामदास|रामदास]]


{निम्नलिखित में से कौन '[[क्रिप्स प्रस्ताव|क्रिप्स मिशन]]' के साथ [[कांग्रेस]] के आधिकारिक वार्ताकार थे?(पृष्ठ संख्या-14)
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-[[महात्मा गांधी]] एवं [[सरदार पटेल]]
-[[महात्मा गांधी]] एवं [[सरदार पटेल]]
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+[[पंडित जवाहरलाल नेहरू]] एवं [[मौलाना अबुल कलाम आज़ाद|मौलाना आज़ाद]]
+[[पंडित जवाहरलाल नेहरू]] एवं [[मौलाना अबुल कलाम आज़ाद|मौलाना आज़ाद]]
-[[डॉ. राजेन्द्र प्रसाद]] एवं [[रफ़ी अहमद क़िदवई]]
-[[डॉ. राजेन्द्र प्रसाद]] एवं [[रफ़ी अहमद क़िदवई]]
||[[चित्र:Jawahar-Lal-Nehru.jpg|right|100px|जवाहरलाल नेहरू]]पंडित जवाहरलाल नेहरू कश्मीरी ब्राह्मण परिवार के थे, जो अपनी प्रशासनिक क्षमताओं तथा विद्वत्ता के लिए विख्यात थे। वे 18वीं शताब्दी के आरंभ में [[इलाहाबाद]] आ गये थे। [[1931]] में [[पिता]] की मृत्यु के बाद जवाहरलाल [[कांग्रेस]] की केंद्रीय परिषद में शामिल हो गए और [[महात्मा गाँधी]] के अंतरंग बन गए। यद्यपि [[1942]] तक गांधीजी ने आधिकारिक रूप से उन्हें अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित नहीं किया था, किंतु [[1930]] के दशक के मध्य में ही देश को गाँधीजी के स्वाभाविक उत्तराधिकारी के रूप में [[जवाहरलाल नेहरू]] दिखाई देने लगे थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[पंडित जवाहरलाल नेहरू]], [[मौलाना अबुल कलाम आज़ाद|मौलाना आज़ाद]]
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07:40, 14 फ़रवरी 2013 का अवतरण

इतिहास सामान्य ज्ञान

1 प्रसिद्ध विजय विट्ठल मंदिर, जिसके 56 तक्षित स्तंभ संगीतमय स्वर निकालते हैं, कहाँ अवस्थित है? (पृ. सं. 29

बेलूर
भद्राचलम
हम्पी
श्रीरंगम

2 निम्नलिखित में से कौन-सा एक युग्म सही सुमेलित है? (पृ. सं. 26

चिश्ती - शेख़ हमीदुद्दीन नागौरी
नक्शबंदी - शेख़ अब्दुल कादिर जिलानी
सुहरावर्दी - कुतुबुद्दीन बख़्तियार काकी
कादिरी - ख्वाजा बाकी बिल्लाह

3 मंगोल आक्रमणकारी कुतलुग ख़्वाजा ने भारत पर किसके शासन काल में आक्रमण किया? (पृ. सं. 26

बलबन
ग़यासुद्दीन तुग़लक़
अलाउद्दीन ख़िलजी
इल्तुतमिश

4 बौद्ध धर्म की किस शाखा ने मंत्र, हठयोग, तांत्रिक आचारों को प्रधानता दी? (पृ. सं. 29

महायान
वज्रयान
हीनयान
उपरोक्त में से कोई नहीं

5 'मद्रास महाजन सभा' अस्तित्व में कब आयी? (पृ. सं. 26

1882
1883
1884
1885

6 सन 1942 के 'भारत छोड़ो आन्दोलन' के उपरान्त राष्ट्रीय सरकार की स्थापना कहाँ नहीं हुई थी? (पृ. सं.25

तामलुक
सतारा
मुंगेर
तलचर

7 निम्नलिखित में से कौन-सा एक औजार पुरापाषाण संस्कृति से संबंधित नहीं है? (पृ. सं. 25

कुल्हाड़ी
गँड़ासा
विदारणी
सेल्ट

8 'आर्य महिला सभा' की स्थापना किसके द्वारा की गई थी? (पृ. सं. 25

राजकुमारी अमृत कौर
नेली सेनगुप्ता
दुर्गाबाई देशमुख
पंडिता रमाबाई

9 निम्न में से 'स्ट्रेची आयोग' किससे संबंधित था? (पृ. सं. 25

वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट
अकाल
शिक्षा
स्थानीय स्वायत शासन

10 निम्नलिखित में से किसने 'विधवा विवाह मंडल' की स्थापना की थी? (पृ. सं. 25

बाल गंगाधर तिलक
गोपाल कृष्ण गोखले
महादेव गोविंद रानाडे
विनायक दामोदर सावरकर

11 विजयनगर साम्राज्य में सामाजिक एवं धार्मिक विषयों पर निर्णय कौन देते थे? (पृ. सं. 24

समयाचार्य अथवा देशरि
कबलकार अथवा अरसुकवलकार
धर्मोपंच अथवा धर्मदेश
पर्षोकाण अथवा ध्रुवराज

12 भारत में 'दास प्रथा' का उन्मूलन किसके द्वारा हुआ? (पृ. सं. 24

1829 के अधिनियम द्वारा
1833 के अधिनियम द्वारा
1843 के अधिनियम द्वारा
1858 के अधिनियम द्वारा

13 निम्नलिखित में से कौन-सा एक जोड़ा सही सुमेलित है? (पृ. सं. 20

सुल्तान महमूदसोमनाथ पर आक्रमण
मोहम्मद गौरीसिन्ध की विजय
अलाउद्दीन ख़िलजीबंगाल में विद्रोह
मोहम्मद बिन तुग़लक़चंगेज़ ख़ाँ का आक्रमण

14 'भक्ति आंदोलन' से संबंधित मराठा संतों का सही कालानुक्रम कौन-सा है? (पृ. सं. 120

नामदेव, तुकाराम, एकनाथ, रामदास
रामदेव, एकनाथ, तुकाराम, नामदेव
नामदेव, एकनाथ, तुकाराम, रामदास
रामदास, तुकाराम, एकनाथ, नामदेव

15 निम्नलिखित में से कौन 'क्रिप्स मिशन' के साथ कांग्रेस के आधिकारिक वार्ताकार थे?(पृष्ठ संख्या-14)

महात्मा गांधी एवं सरदार पटेल
आचार्य जे. बी. कृपलानी एवं सी. राजगोपालाचारी
पंडित जवाहरलाल नेहरू एवं मौलाना आज़ाद
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद एवं रफ़ी अहमद क़िदवई