"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/2": अवतरणों में अंतर
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{जिस दिन श्रीराम ने रावण पर विजय प्राप्त की | {जिस दिन [[श्रीराम]] ने [[रावण]] पर विजय प्राप्त की, उस दिन कौन-सी [[तिथि]] थी?(पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-116;प्रश्न-821 | ||
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-नवमी | -[[नवमी]] | ||
+दशमी | +[[दशमी]] | ||
-एकादशी | -[[एकादशी]] | ||
-द्वादशी | -[[द्वादशी]] | ||
{वह कौन राक्षस था, जो जन्म लेते ही हज़ारों लोगों का भक्षण कर गया था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-28;प्रश्न-137 | {वह कौन [[राक्षस]] था, जो जन्म लेते ही हज़ारों लोगों का भक्षण कर गया था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-28;प्रश्न-137 | ||
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+कुम्भकर्ण | +[[कुम्भकर्ण]] | ||
-खर | -[[खर दूषण|खर]] | ||
- | -[[सुबाहु (ताड़का पुत्र)|सुबाहु]] | ||
- | -[[बकासुर]] | ||
{विश्वामित्र का एक नाम ‘कौशिक’ क्यों था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-32;प्रश्न-162 | {[[विश्वामित्र]] का एक नाम ‘कौशिक’ क्यों था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-32;प्रश्न-162 | ||
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+कुश के कुल में उत्पन्न होने के कारण | +कुश के कुल में उत्पन्न होने के कारण | ||
-केशों का रंग सुनहरा होने के कारण | -केशों का [[रंग]] सुनहरा होने के कारण | ||
-ब्रहर्षि पद प्राप्त करने के कारण | -ब्रहर्षि पद प्राप्त करने के कारण | ||
-अति हठी होने के कारण | -अति हठी होने के कारण | ||
{राजा जनक कुल कितने भाई थे? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-41;प्रश्न-218 | {[[जनक|राजा जनक]] कुल कितने भाई थे? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-41;प्रश्न-218 | ||
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{सिंह की दाढ़ के समान अग्र भाग वाले बाण को क्या कहते हैं? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-61;प्रश्न-364 | {सिंह की दाढ़ के समान अग्र भाग वाले [[बाण अस्त्र|बाण]] को क्या कहते हैं? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-61;प्रश्न-364 | ||
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+सिंहदष्ट्र | +सिंहदष्ट्र | ||
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-वत्सदंत | -वत्सदंत | ||
{सीताजी की खोज के लिए सुग्रीव ने वानर यूथपति विनत को किस दिशा में भेजा था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-69;प्रश्न-427 | {[[सीता|सीताजी]] की खोज के लिए [[सुग्रीव]] ने वानर यूथपति विनत को किस दिशा में भेजा था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-69;प्रश्न-427 | ||
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+पूर्व | +पूर्व | ||
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-पश्चिम | -पश्चिम | ||
{दूषण की माता का क्या नाम था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-75;प्रश्न-473 | {[[खर दूषण|दूषण]] की माता का क्या नाम था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-75;प्रश्न-473 | ||
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-क्रोधवशा | -क्रोधवशा | ||
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-प्रभा | -प्रभा | ||
{निम्न में से कौन महर्षि विश्वामित्र की पत्नी थी?(पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-84;प्रश्न-557 | {निम्न [[अप्सरा|अप्सराओं]] में से कौन [[विश्वामित्र|महर्षि विश्वामित्र]] की पत्नी रही थी?(पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-84;प्रश्न-557 | ||
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+ | +[[मेनका]] | ||
- | -[[रम्भा]] | ||
- | -[[उर्वशी]] | ||
- | -[[तिलोत्तमा]] | ||
{किस राक्षसी ने सीताजी को ढाढ़स बँधाया था और श्रीराम की दीर्घायु का आश्वासन दिया था?(हिंदू धर्म प्रश्नोत्तरी,पृ.सं-154;प्रश्न-963 | {किस राक्षसी ने [[सीता|सीताजी]] को ढाढ़स बँधाया था और [[श्रीराम]] की दीर्घायु का आश्वासन दिया था?(हिंदू धर्म प्रश्नोत्तरी,पृ.सं-154;प्रश्न-963 | ||
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+सरमा | +सरमा | ||
-त्रिजटा | -त्रिजटा | ||
-मंदोदरी | -[[मंदोदरी]] | ||
-सुलोचना | -[[सुलोचना]] | ||
{ग्यारहवीं शताब्दी में ‘कश्मीर की रामायण’ नाम से प्रसिद्ध ‘दशावतारचरित’ की रचना किसने की थी? (हिंदू धर्म प्रश्नोत्तरी,पृ.सं-157;प्रश्न-992 | {ग्यारहवीं [[शताब्दी]] में ‘कश्मीर की रामायण’ नाम से प्रसिद्ध ‘दशावतारचरित’ की रचना किसने की थी? (हिंदू धर्म प्रश्नोत्तरी,पृ.सं-157;प्रश्न-992 | ||
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-प्रवरसेन | -[[प्रवरसेन]] | ||
+क्षेमेंद्र | +क्षेमेंद्र | ||
-कालिदास | -[[कालिदास]] | ||
-रामलिंगामृत | -रामलिंगामृत | ||
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{राजा दशरथ की रानियों में ज्येष्ठ कौन थीं? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-116;प्रश्न-822 | {[[राजा दशरथ]] की रानियों में ज्येष्ठ कौन थीं? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-116;प्रश्न-822 | ||
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-कैकेयी | -[[कैकेयी]] | ||
+कौशल्या | +[[कौशल्या]] | ||
-सुमित्रा | -[[सुमित्रा]] | ||
-तारा | -[[तारा (बालि की पत्नी)|तारा]] | ||
{वह कौन था, जिसने सोलह हज़ार नारियों को बंदी बनाकर रखा था तथा एक लाख नारियों से एक साथ विवाह करना चाहता था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-28;प्रश्न-138 | {वह कौन था, जिसने सोलह हज़ार नारियों को बंदी बनाकर रखा था तथा एक लाख नारियों से एक साथ [[विवाह]] करना चाहता था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-28;प्रश्न-138 | ||
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-रावण | -[[रावण]] | ||
+ | +[[दुंदुभी]] | ||
-कुम्भकर्ण | -[[कुम्भकर्ण]] | ||
-मारीच | -[[मारीच]] | ||
{कार्तिकेय का एक नाम ‘षण्मुख’ क्यों है? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-32;प्रश्न-163 | {[[कार्तिकेय]] का एक नाम ‘षण्मुख’ क्यों है? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-32;प्रश्न-163 | ||
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-गंगा से उत्पन्न होने के कारण | -[[गंगा]] से उत्पन्न होने के कारण | ||
-कृत्तिकाओं द्वारा पाले जाने के कारण | -कृत्तिकाओं द्वारा पाले जाने के कारण | ||
+कृत्तिकाओं का स्तनपान करने हेतु छ: मुख धारण करने के कारण | +कृत्तिकाओं का स्तनपान करने हेतु छ: मुख धारण करने के कारण | ||
-राक्षसों का संहार करने के कारण | -[[राक्षस|राक्षसों]] का संहार करने के कारण | ||
{रामायण के बालकांड में कुल कितने सर्ग हैं? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-41;प्रश्न-219 | {'[[रामायण]]' के '[[बाल काण्ड वा. रा.|बालकांड]]' में कुल कितने सर्ग हैं? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-41;प्रश्न-219 | ||
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{जिस बाण का अग्र भाग क्षुरे की धार के समान हो, उसे क्या कहा जाता है? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-61;प्रश्न-365 | {जिस [[बाण अस्त्र|बाण]] का अग्र भाग क्षुरे की धार के समान हो, उसे क्या कहा जाता है? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-61;प्रश्न-365 | ||
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-अंजलिक | -अंजलिक | ||
-नाराच | -[[नाराच अस्त्र|नाराच]] | ||
+क्षुर | +क्षुर | ||
-भल्ल | -भल्ल | ||
{निम्न में से किस वन को | {निम्न में से किस वन को ‘[[जनस्थान]]’ कहा जाता था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-69;प्रश्न-426 | ||
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+दण्डक वन | +[[दण्डकारण्य|दण्डक वन]] | ||
-काम्यक वन | -[[काम्यक वन]] | ||
- | -[[मधुवन]] | ||
-नंदन वन | -नंदन वन | ||
{मेघनाद की माता का क्या नाम था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-75;प्रश्न-474 | {[[मेघनाद]] की [[माता]] का क्या नाम था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-75;प्रश्न-474 | ||
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-कैकसी | -[[कैकसी]] | ||
-विपाशा | -[[विपाशा]] | ||
-दिति | -[[दिति]] | ||
+मंदोदरी | +[[मंदोदरी]] | ||
{इक्ष्वाकु की पत्नी का क्या नाम था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-84;प्रश्न-558 | {[[इक्ष्वाकु]] की पत्नी का क्या नाम था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-84;प्रश्न-558 | ||
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-मांडवी | -[[मांडवी]] | ||
-सुनयना | -सुनयना | ||
+अलंबुषा | +अलंबुषा | ||
-सरमा | -सरमा | ||
{श्रीराम ने लंका के दुर्ग के किस द्वार का उत्तरदायित्व हनुमान को सौंपा था? (हिंदू धर्म प्रश्नोत्तरी,पृ.सं-154;प्रश्न-964 | {[[श्रीराम]] ने [[लंका]] के [[दुर्ग]] के किस द्वार का उत्तरदायित्व [[हनुमान]] को सौंपा था? (हिंदू धर्म प्रश्नोत्तरी,पृ.सं-154;प्रश्न-964 | ||
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-पूर्वी | -पूर्वी | ||
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-दक्षिणी | -दक्षिणी | ||
{ | {‘[[वाल्मीकि रामायण]]’ का ‘[[उत्तर काण्ड वा. रा.|उत्तरकांड]]’ किस रचना में [[करुण रस]] में सराबोर होकर लिखा गया है? (हिंदू धर्म प्रश्नोत्तरी,पृ.सं-157;प्रश्न-993 | ||
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-भवभूति द्वारा ‘महावीरचरित’ | -[[भवभूति]] द्वारा ‘महावीरचरित’ | ||
+भवभूति द्वारा ‘उत्तररामचरित’ | +[[भवभूति]] द्वारा ‘उत्तररामचरित’ | ||
-कालिदास द्वारा ‘रघुवंश’ | -[[कालिदास]] द्वारा ‘रघुवंश’ | ||
- | -इनमें से कोई नहीं | ||
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-इंदुमती | -इंदुमती | ||
{निम्नलिखित में से कौन महर्षि | {निम्नलिखित में से कौन महर्षि वसिष्ठ का पुत्र था? (पुस्तक रामायण प्रश्नोत्तरी,पृ.सं.-85;प्रश्न-573 | ||
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+सुयज्ञ | |||
-आरुणि | -आरुणि | ||
-उपमन्यु | -उपमन्यु |
09:36, 21 फ़रवरी 2014 का अवतरण
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