"प्रयोग:कविता सा.-2": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 13: पंक्ति 13:
||पत्थर, चट्टान, काष्ठ अथवा धातु के फलक पर उकेर कर किया गया कार्य 'उत्कीर्णन' कहलाता है। उत्कीर्णन कार्य [[मूर्तिकार]] द्वारा संपादित होता है।
||पत्थर, चट्टान, काष्ठ अथवा धातु के फलक पर उकेर कर किया गया कार्य 'उत्कीर्णन' कहलाता है। उत्कीर्णन कार्य [[मूर्तिकार]] द्वारा संपादित होता है।


{[[देविका रानी]] रोरिक को इनमें से कौन पुरस्कार मिला था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-183,प्रश्न-13
{[[देविका रानी]] को इनमें से कौन पुरस्कार मिला था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-183,प्रश्न-13
|type="()"}
|type="()"}
+[[दादा साहेब फाल्के]]
+[[दादा साहब फाल्के पुरस्कार|दादा साहेब फाल्के]]
-[[ज्ञानपीठ पुरस्कार|ज्ञानपीठ]]
-[[ज्ञानपीठ पुरस्कार|ज्ञानपीठ]]
-[[भारत रत्न]]
-[[भारत रत्न]]
-इनमें से कोई नहीं
-इनमें से कोई नहीं
||[[देविका रानी]] रोरिक को वर्ष [[1969]] में [[दादा साहेब फाल्के|दादा साहेब फाल्के पुरस्कार]] प्रदान किया गया था। यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली वह प्रथम प्राप्तकर्ता थीं।
||[[देविका रानी]] को वर्ष [[1969]] में [[दादा साहब फाल्के पुरस्कार|दादा साहेब फाल्के पुरस्कार]] प्रदान किया गया था। यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली वह प्रथम प्राप्तकर्ता थीं।{{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[दादा साहब फाल्के पुरस्कार|दादा साहेब फाल्के पुरस्कार]]


{चित्रकार बी.एन. आर्य का 'सांवरी' नामक चित्र सुरक्षित है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-189,प्रश्न-44
{चित्रकार बी.एन. आर्य का 'सांवरी' नामक चित्र सुरक्षित है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-189,प्रश्न-44
पंक्ति 41: पंक्ति 41:
-बद्रीनाथ आर्य
-बद्रीनाथ आर्य
+[[जामिनी राय]]
+[[जामिनी राय]]
-ललिता मोहन सेन
-ललित मोहन सेन
||आधुनिक भारतीय चित्रकारों में जामिनी राय लोककला में प्रभावित कलाकार हैं।{{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[जामिनी राय]]
||आधुनिक भारतीय चित्रकारों में जामिनी राय लोककला में प्रभावित कलाकार हैं।{{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[जामिनी राय]]


पंक्ति 50: पंक्ति 50:
-सिन्याक
-सिन्याक
-सेजां
-सेजां
||जॉर्ज सोरा की कला में प्रभाववाद से भिन्न नवीन दृष्टिकोण था, जिसको देखकर फेलिफनिओ ने उनकी कला शैली को 'नवप्रभाववाद' नाम दिया। प्रभाववाद से असंतुष्ट होकर रेंवाए (रेन्वा) ने मनुष्याकृतियों को ठोस रूप में चित्रित करके अपना चित्र 'स्नानमग्न युवतियां' बनाया तथा सोरा ने भी उसी विषय को लेकर नवप्रभाववाद का प्रथम चित्र 'स्नान स्थल' पूर्ण किया। सेजां ने ही 'स्नानमग्न युवतियां' के चित्र को चित्रित किया था।
||जॉर्ज सोरा की कला में प्रभाववाद से भिन्न नवीन दृष्टिकोण था, जिसको देखकर फेलिफनिओ ने उनकी कला शैली को 'नवप्रभाववाद' नाम दिया। प्रभाववाद से असंतुष्ट होकर रेंवाए (रेन्वा) ने मनुष्याकृतियों को ठोस रूप में चित्रित करके अपना चित्र 'स्नानमग्न युवतियाँ' बनाया तथा सोरा ने भी उसी विषय को लेकर नवप्रभाववाद का प्रथम चित्र 'स्नान स्थल' पूर्ण किया। सेजां ने ही 'स्नानमग्न युवतियां' के चित्र को चित्रित किया था।


{सोमेश्वर द्वारा लिखित ग्रंथ है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-205,प्रश्न-152
{सोमेश्वर द्वारा लिखित ग्रंथ है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-205,प्रश्न-152
पंक्ति 90: पंक्ति 90:
-[[1931]]
-[[1931]]
-[[1940]]
-[[1940]]
||'एकेडमी अवॉर्ड' अथवा 'ऑस्कर' एक वार्षिक अमेरिकन पुरस्कार समारोह है जो फिल्म उद्योग में सिनेमा के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करने वालों को प्रदान किया गया है। विविध श्रेणी के इस पुरस्कार में विजेता को प्रतिभा प्रदान की जाती है। इसका प्रथम पुरस्कार  [[16 मई]], [[1929]] को प्रदान किया गया।
||'एकेडमी अवॉर्ड' अथवा 'ऑस्कर' एक वार्षिक अमेरिकन पुरस्कार समारोह है जो फ़िल्म उद्योग में [[सिनेमा]] के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करने वालों को प्रदान किया गया है। विविध श्रेणी के इस पुरस्कार में विजेता को प्रतिभा प्रदान की जाती है। इसका प्रथम पुरस्कार  [[16 मई]], [[1929]] को प्रदान किया गया।


{प्रथम भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री कौन है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-194,प्रश्न-71
{प्रथम भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री कौन है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-194,प्रश्न-71
|type="()"}
|type="()"}
-रूपिका चावला
-साक्षी श्रीवास्तव
+[[कल्पना चावला]]
+[[कल्पना चावला]]
-दीपिका चावला
-[[सुनीता विलियम्स]]
-इनमें से कोई नहीं
-[[बछेन्द्री पाल]]
||प्रथम भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री [[कल्पना चावला]] थीं। इनके पति का नाम जीव पियरे हैरिसन था।
||प्रथम भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री [[कल्पना चावला]] थीं। इनके पति का नाम जीव पियरे हैरिसन था।


{सत्यजीण रे की फिल्म 'द इनर आई' किसके जीवन पर आधारित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-206,प्रश्न-162
{सत्यजीत रे की फिल्म 'द इनर आई' किसके जीवन पर आधारित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-206,प्रश्न-162
|type="()"}
|type="()"}
-[[के.जी. सुब्रह्मण्यम]]
-[[के.जी. सुब्रह्मण्यम]]
पंक्ति 106: पंक्ति 106:
-भवेश सान्याल
-भवेश सान्याल
+बिनोद बिहारी मुखर्जी
+बिनोद बिहारी मुखर्जी
||सत्यजीत रे की फिल्म 'द इनर आइ' बिनोद बिहारी मुखर्जी के जीवन का आधारित है। साउंड एवं ध्वनि सत्यजीत रे की है तथा सिनेमेटोग्राफी सौमेन्दु रॉय ने की है।
||सत्यजीत रे की फिल्म 'द इनर आई' बिनोद बिहारी मुखर्जी के जीवन का आधारित है। साउंड एवं ध्वनि सत्यजीत रे की है तथा सिनेमेटोग्राफी सौमेन्दु रॉय ने की है।


{'[[मेघदूत]]' किसकी रचना है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-157,प्रश्न-22
{'[[मेघदूत]]' किसकी रचना है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-157,प्रश्न-22
पंक्ति 114: पंक्ति 114:
-[[वाल्मीकि]]
-[[वाल्मीकि]]
-[[कपिल मुनि]]
-[[कपिल मुनि]]
||'[[अभिज्ञानशाकुंतलम]]' के रचयिता [[कालिदास]] हैं। [[ऋतुसंहार|ऋतु संहार]], [[अभिज्ञानशाकुंतलम]], [[मेघदूत]], [[कुमारसंभव]] तथा [[रघुवंश महाकाव्य|रघुवंश ]] आदि कालिदास की प्रमुख रचनाएं हैं। कवि और नाटककार के रूप में कालिदास का अद्वितीय स्थान है।
||'[[अभिज्ञानशाकुंतलम]]' के रचयिता [[कालिदास]] हैं। [[ऋतुसंहार|ऋतु संहार]], [[अभिज्ञानशाकुंतलम]], [[मेघदूत]], [[कुमारसंभव]] तथा [[रघुवंश महाकाव्य|रघुवंश ]] आदि कालिदास की प्रमुख रचनाएँ हैं। कवि और नाटककार के रूप में कालिदास का अद्वितीय स्थान है।


{'[[ललित कला अकादमी|केंद्रीय ललित कला अकादमी]]', [[नई दिल्ली]] के प्रथम [[अध्यक्ष]] कौन चुने गए थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-198,प्रश्न-94
{'[[ललित कला अकादमी|केंद्रीय ललित कला अकादमी]]', [[नई दिल्ली]] के प्रथम [[अध्यक्ष]] कौन चुने गए थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-198,प्रश्न-94
पंक्ति 122: पंक्ति 122:
-[[नारायण श्रीधर बेंद्रे]]
-[[नारायण श्रीधर बेंद्रे]]
+[[देवी प्रसाद रायचौधरी|डी.पी. रायचौधरी]]
+[[देवी प्रसाद रायचौधरी|डी.पी. रायचौधरी]]
||देवी प्रसाद (डी.पी.) रायचौधरी राष्ट्रीय [[ललित कला अकादमी]], [[नई दिल्ली]] के प्रथम अध्यक्ष चुने गए थे। उनका कार्यकाल 1954-1960 तक था। वे दांडी [[मार्च]] के रूप में पूरी तरह से भारतीय विषयों को चित्रित करने की पश्चिमी तकनीकी और प्रतिनिधित्व के रूपों में प्रयोग करने के लिए अपने समय में अद्वितीय थे।
||देवी प्रसाद (डी.पी.) रायचौधरी राष्ट्रीय [[ललित कला अकादमी]], [[नई दिल्ली]] के प्रथम अध्यक्ष चुने गए थे। उनका कार्यकाल 1954-1960 तक था। वे [[दांडी मार्च]] के रूप में पूरी तरह से भारतीय विषयों को चित्रित करने की पश्चिमी तकनीकी और प्रतिनिधित्व के रूपों में प्रयोग करने के लिए अपने समय में अद्वितीय थे।


{कौन-सा वक्तव्य सही नहीं है- 'अकृति को रूप मिलता है...... (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-163,प्रश्न-44
{कौन-सा वक्तव्य सही नहीं है- 'अकृति को रूप मिलता है...... (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-163,प्रश्न-44
पंक्ति 154: पंक्ति 154:
-एक उपन्यास
-एक उपन्यास
-एक भवन
-एक भवन
||'प्राइमावेरा' एक चित्रित है। इसे 'एलेगॉरी ऑफ़ स्प्रिंग' के नाम से भी जाना जाता है। इसे इतालवी पुनर्जागरण [[चित्रकार]] सैंड्रो बोत्तिसेली ने चित्रित किया था।
||'प्राइमावेरा' एक चित्र है। इसे 'एलेगॉरी ऑफ़ स्प्रिंग' के नाम से भी जाना जाता है। इसे इतालवी पुनर्जागरण [[चित्रकार]] सैंड्रो बोत्तिसेली ने चित्रित किया था।


{नीचे दिए गए समूहों में से एक का चयन कीजिए जो उत्तर-प्रभाववादी रचनाओं के लिए उत्तरदायी कहा
जाता है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-123,प्रश्न-63
|type="()"}
-पाल क्ली, पोलाज, काल्डर
+सेजां, वान गॉग, पाल गॉगिन
-हर्बर्ट रीड, काल्डर, वान गॉग
-होकुसाई, काल्डर, डेगा
||पाल सेजां, पाल गॉगिन, विन्सेंट वान गॉग तथा जॉर्ज सोरा को उत्तर प्रभाववादी रचनाओं के लिए उत्तरदायी कहा जाता है।


</quiz>
</quiz>
|}
|}
|}
|}

11:42, 17 नवम्बर 2017 का अवतरण

1 उत्कीर्णन कार्य किसके द्वारा संपादित होता है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-167,प्रश्न-13

चित्रकार
मूर्तिकार
वास्तुकार
संगीतकार

2 देविका रानी को इनमें से कौन पुरस्कार मिला था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-183,प्रश्न-13

दादा साहेब फाल्के
ज्ञानपीठ
भारत रत्न
इनमें से कोई नहीं

3 चित्रकार बी.एन. आर्य का 'सांवरी' नामक चित्र सुरक्षित है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-189,प्रश्न-44

ललित कला अकादमी दिल्ली में
ललित कला संस्थान, लखनऊ में
इलाहाबाद संग्रहालय में
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में

4 तारपीन के तेल का प्रयोग ऑयल पेंटिंग में किया जाता है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-173,प्रश्न-52

बाइंडर के रूप में
रंग में चमक के लिए
रंग को पतला करने के लिए
इनमें से कोई नहीं

5 वह कलाकार जिसने लोककला को अपनी चित्रण शैली के रूप में अपनाया- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-86,प्रश्न-69

मदन लाल नागर
बद्रीनाथ आर्य
जामिनी राय
ललित मोहन सेन

6 नवप्रभाववाद का प्रथम चित्र 'स्नान स्थल' किसने बनाया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-121,प्रश्न-42

जॉर्ज सोरा
रेन्वार
सिन्याक
सेजां

7 सोमेश्वर द्वारा लिखित ग्रंथ है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-205,प्रश्न-152

राजतरंगिणी
रसमाला
प्रमाण-मीमांसा
इंडिका

8 किस चित्र में सृष्टि के सृजन, विनाश, जीवन तथा रमण का सजीव दृश्य दर्शाया गया है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-217,प्रश्न-234

नटराज नृत्य
शिव नृत्य
कामदेव नृत्य
इनमें से कोई नहीं

9 किस कला शैली में रेखीय प्रवृति अत्यधिक प्रबल थी? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-169,प्रश्न-24

शास्त्रीय कला शैली
रोमनस्क कला शैली
गोथिक कला शैली
बाइजेन्टाइन कला शैली

10 कला क्या है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-178,प्रश्न-16

प्रकृति का चित्रण
भावों का चित्रण
प्राणियों का चित्रण
कलाकार की अनुभूति से परिपूर्ण चित्रण

11 'ऑस्कर' पुरस्कार की शुरुआत कब हुई? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-185,प्रश्न-23

1913
1929
1931
1940

12 प्रथम भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री कौन है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-194,प्रश्न-71

साक्षी श्रीवास्तव
कल्पना चावला
सुनीता विलियम्स
बछेन्द्री पाल

13 सत्यजीत रे की फिल्म 'द इनर आई' किसके जीवन पर आधारित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-206,प्रश्न-162

के.जी. सुब्रह्मण्यम
के.के. हेब्बर
भवेश सान्याल
बिनोद बिहारी मुखर्जी

14 'मेघदूत' किसकी रचना है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-157,प्रश्न-22

कालिदास
बाणभट्ट
वाल्मीकि
कपिल मुनि

16 कौन-सा वक्तव्य सही नहीं है- 'अकृति को रूप मिलता है...... (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-163,प्रश्न-44

प्रतीक से
रेखा से
रंग से
प्रकाश-छाया से

17 मोनालिसा कहां संग्रहित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-108,प्रश्न-39

म्यूसी द लूव्र
ओरसे म्यूजियम
म्यूसी द क्वाय ब्रान्ले
म्यूसी रोंदा

18 'मैटरनिटी' चित्र किसने तैयार किया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-122,प्रश्न-52

वान गॉग
रूसो
पॉल गॉगिन
सेजां

19 'प्राइमावेरा' क्या है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-176,प्रश्न-73

एक मूर्ति
एक चित्र
एक उपन्यास
एक भवन