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||गुप्त साम्राज्य का उदय तीसरी [[सदी]] के अन्त में [[प्रयाग]] के निकट [[कौशाम्बी]] में हुआ। गुप्त [[कुषाण|कुषाणों]] के सामन्त थे। इस वंश का आरंभिक राज्य [[उत्तर प्रदेश]] और [[बिहार]] में था। लगता है कि गुप्त शासकों के लिए बिहार की उपेक्षा उत्तर प्रदेश अधिक महत्त्व वाला प्रान्त था, क्योंकि आरम्भिक अभिलेख मुख्यतः इसी राज्य में पाए गए हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गुप्त काल]] | ||गुप्त साम्राज्य का उदय तीसरी [[सदी]] के अन्त में [[प्रयाग]] के निकट [[कौशाम्बी]] में हुआ। गुप्त [[कुषाण|कुषाणों]] के सामन्त थे। इस वंश का आरंभिक राज्य [[उत्तर प्रदेश]] और [[बिहार]] में था। लगता है कि गुप्त शासकों के लिए बिहार की उपेक्षा उत्तर प्रदेश अधिक महत्त्व वाला प्रान्त था, क्योंकि आरम्भिक अभिलेख मुख्यतः इसी राज्य में पाए गए हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गुप्त काल]] | ||
{[[हर्षवर्धन]] की आत्मकथा किसने लिखी? | {[[हर्षवर्धन]] की आत्मकथा किसने लिखी? | ||
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-फिरदौसी | -फिरदौसी | ||
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-लाहौर के क़िले में | -लाहौर के क़िले में | ||
-इलाहाबाद के क़िले में | -इलाहाबाद के क़िले में | ||
+फतेहपुर सीकरी में | +[[फतेहपुर सीकरी]] में | ||
||[[चित्र:Buland-Darwaja-Fatehpur-Sikri-Agra-87.jpg|फतेहपुर सीकरी|100px|right]][[आगरा]] से 22 मील दक्षिण, मुग़ल सम्राट [[अकबर]] के बसाए हुए भव्य नगर के खंडहर आज भी अपने प्राचीन वैभव की झाँकी प्रस्तुत करते हैं। अकबर से पूर्व यहाँ फ़तेहपुर और सीकरी नाम के दो गाँव बसे हुए थे जो अब भी हैं। इन्हें अंग्रेज़ी शासक ओल्ड विलेजेस के नाम से पुकारते थे।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[फतेहपुर सीकरी]] | |||
{प्रथम कर्नाटक युद्ध की समाप्ति किस संधि से हुई? | {प्रथम कर्नाटक युद्ध की समाप्ति किस संधि से हुई? | ||
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-विद्वान | -विद्वान | ||
{प्राचीन भारत में 'निष्क' से जाने जाते थे? | {प्राचीन [[भारत]] में '[[निष्क]]' से जाने जाते थे? | ||
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+[[स्वर्ण|स्वर्ण आभूषण]] | +[[स्वर्ण|स्वर्ण आभूषण]] |
12:10, 15 अक्टूबर 2011 का अवतरण
इतिहास
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