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||बेली महोदय के अनुसार- 'खड़ी' ही मूल शब्द है, 'खरी' नहीं, जो खड़ा का स्त्रीलिंग रूप है। 'खड़ी' शब्द का अर्थ है 'उठी' और जब यह शब्द किसी [[भाषा]] के लिए प्रयुक्त होता होगा, तो तब इसका अर्थ 'प्रचलित' रहा होगा। इस प्रकार इसके अनुसार 'खड़ी' का अर्थ है 'परिपक्व', 'प्रचलित' या सुस्थिर। [[जयशंकर प्रसाद]] ने अपनी काव्य भाषा में खड़ी बोली का व्यापक रूप से प्रयोग किया है।{{point}}अधिक जानकरी के लिए देखें:-[[खड़ी बोली]] | ||[[चित्र:Jaishankar-Prasad.jpg|100px|right|जयशंकर प्रसाद]]बेली महोदय के अनुसार- 'खड़ी' ही मूल शब्द है, 'खरी' नहीं, जो खड़ा का स्त्रीलिंग रूप है। 'खड़ी' शब्द का अर्थ है 'उठी' और जब यह शब्द किसी [[भाषा]] के लिए प्रयुक्त होता होगा, तो तब इसका अर्थ 'प्रचलित' रहा होगा। इस प्रकार इसके अनुसार 'खड़ी' का अर्थ है 'परिपक्व', 'प्रचलित' या सुस्थिर। [[जयशंकर प्रसाद]] ने अपनी काव्य भाषा में खड़ी बोली का व्यापक रूप से प्रयोग किया है।{{point}}अधिक जानकरी के लिए देखें:-[[खड़ी बोली]] | ||
{'दाँतों तले अंगुली दबाना' का अर्थ क्या होगा? | {'दाँतों तले अंगुली दबाना' का अर्थ क्या होगा? |
04:46, 20 अक्टूबर 2011 का अवतरण
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