"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/3": अवतरणों में अंतर
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||[[चित्र:Mica.jpg|right|100px|अभ्रक]]अभ्रक एक | ||[[चित्र:Mica.jpg|right|100px|अभ्रक]]अभ्रक एक बहुउपयोगी [[खनिज]] है, जो [[आग्नेय चट्टान|आग्नेय]] एवं कायान्तरित चट्टानों में खण्डों के रूप में पाया जाता है। [[अभ्रक]] के उत्पादन में [[भारत]] का विश्व में प्रथम स्थान है। यहाँ से विश्व में मिलने वाली अच्छी किस्म के अभ्रक का 60 प्रतिशत से भी अधिक उत्पादन किया जाता है और भारत के उत्पादन का अधिकांश भाग विदेशों को निर्यात कर दिया जाता है। अभ्रक का प्रमुख अयस्क फिमाटाइट [[आंध्र प्रदेश]], [[झारखण्ड]], [[बिहार]] और [[राजस्थान]] में पाया जाता है। यहाँ अभ्रक निकालने की लगभग 600 खानें हैं, जिनका अधिकांश भाग कोडरमा के जंगली क्षेत्रों में हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अभ्रक]] | ||
||[[चित्र:Coal-Mine-Dhanbad-Jharkhand.jpg|right|120px|कोयले की खान, धनबाद, झारखण्ड]]झारखण्ड राज्य खनिज संसाधनों में देश का समृद्धतम राज्य है। यहाँ उपलब्ध प्रमुख [[खनिज]] हैं- [[कोयला]], कच्चा लोहा, चूना पत्थर, [[तांबा]], [[बॉक्साइट]], चीनी मिट्टी, काइनाइट, चिकनी मिट्टी, डोलोमाइट, [[ग्रेफाइट]], बैंटोनाइट, साबुन पत्थर, बिल्लौरी रेत और सिलिका बालू। इस नवगठित राज्य में [[सिंहभूमि]], [[बोकारो]], [[हज़ारीबाग़]], [[रांची]], कोडरमा और [[धनबाद]] में [[कोयला]], [[अभ्रक]] और अन्य खनिजों के दोहन की अपार क्षमताएँ उपलब्ध हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[झारखण्ड]] | ||[[चित्र:Coal-Mine-Dhanbad-Jharkhand.jpg|right|120px|कोयले की खान, धनबाद, झारखण्ड]]झारखण्ड राज्य खनिज संसाधनों में देश का समृद्धतम राज्य है। यहाँ उपलब्ध प्रमुख [[खनिज]] हैं- [[कोयला]], कच्चा लोहा, चूना पत्थर, [[तांबा]], [[बॉक्साइट]], चीनी मिट्टी, काइनाइट, चिकनी मिट्टी, डोलोमाइट, [[ग्रेफाइट]], बैंटोनाइट, साबुन पत्थर, बिल्लौरी रेत और सिलिका बालू। इस नवगठित राज्य में [[सिंहभूमि]], [[बोकारो]], [[हज़ारीबाग़]], [[रांची]], कोडरमा और [[धनबाद]] में [[कोयला]], [[अभ्रक]] और अन्य खनिजों के दोहन की अपार क्षमताएँ उपलब्ध हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[झारखण्ड]] | ||
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||[[चित्र:View-Of-Manipur.jpg|right|120px|मणिपुर का एक दृश्य]]मणिपुर [[भारत]] के पूर्वी सिरे पर स्थित है। इसके पूर्व में [[म्यांमार]] और उत्तर में [[नागालैंड]] राज्य है। पश्चिम में [[असम]] राज्य और दक्षिण में [[मिज़ोरम]] राज्य है। [[मणिपुर]] का क्षेत्रफल 22,327 वर्ग कि.मी. है। भौगोलिक रूप से मणिपुर के दो भाग हैं- पहाडियाँ और घाटियाँ। घाटी मध्य में है और उसके चारों तरफ़ पहाडियाँ हैं। ये पहाडियाँ राज्य के कुल क्षेत्रफल का लगभग 9/10 भाग हैं। मणिपुर की घाटी [[समुद्र]] के तल से लगभग 790 मीटर ऊपर है। यह पर्वतीय श्रृंखला उत्तर में ऊंची है और धीरे-धीरे मणिपुर के दक्षिणी हिस्से में पहुँचने पर यह कम ऊंची रह जाती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मणिपुर]] | ||[[चित्र:View-Of-Manipur.jpg|right|120px|मणिपुर का एक दृश्य]]मणिपुर [[भारत]] के पूर्वी सिरे पर स्थित है। इसके पूर्व में [[म्यांमार]] और उत्तर में [[नागालैंड]] राज्य है। पश्चिम में [[असम]] राज्य और दक्षिण में [[मिज़ोरम]] राज्य है। [[मणिपुर]] का क्षेत्रफल 22,327 वर्ग कि.मी. है। भौगोलिक रूप से मणिपुर के दो भाग हैं- पहाडियाँ और घाटियाँ। घाटी मध्य में है और उसके चारों तरफ़ पहाडियाँ हैं। ये पहाडियाँ राज्य के कुल क्षेत्रफल का लगभग 9/10 भाग हैं। मणिपुर की घाटी [[समुद्र]] के तल से लगभग 790 मीटर ऊपर है। यह पर्वतीय श्रृंखला उत्तर में ऊंची है और धीरे-धीरे मणिपुर के दक्षिणी हिस्से में पहुँचने पर यह कम ऊंची रह जाती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मणिपुर]] | ||
{निम्न में से किस राज्य की सीमाएँ [[भारत]] के अधिकतम अन्य राज्यों से मिलती हैं? | {निम्न में से किस राज्य की सीमाएँ [[भारत]] के अधिकतम अन्य राज्यों से मिलती हैं? | ||
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-[[हिमाचल प्रदेश]] | -[[हिमाचल प्रदेश]] | ||
-[[मध्य प्रदेश]] | -[[मध्य प्रदेश]] | ||
||[[चित्र:Lake-Agartala-Tripura.jpg|right|120px|त्रिपुरा की एक झील का दृश्य]][[त्रिपुरा]] उत्तर, पश्चिम व दक्षिण में [[बांग्लादेश]], पूर्व में [[मिज़ोरम]] और पूर्वोत्तर में [[असम]] राज्य से घिरा हुआ है। पहाड़ी स्थलाकृति होने के कारण यहाँ संचार में कठिनाई आती है। तीन ओर से बांग्लादेश से घिरे होने के कारण त्रिपुरा शेष [[भारत]] से लगभग कटा हुआ है। [[अगरतला]]-[[करीमगंज ज़िला|करीमगंज]] (असम) सड़क एकमात्र भू-मार्ग है और धर्मनगर से असम के कलकली घाट तक मीटर गेज़ रेलवे लाइन 45 कि.मी. है। यहाँ की अधिकांश नदियों में नावें चलती हैं, लेकिन इनका उपयोग स्थानीय परिवहन के लिए ही होता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[त्रिपुरा]] | ||[[चित्र:Lake-Agartala-Tripura.jpg|right|120px|त्रिपुरा की एक झील का दृश्य]][[त्रिपुरा]] उत्तर, पश्चिम व दक्षिण में [[बांग्लादेश]], पूर्व में [[मिज़ोरम]] और पूर्वोत्तर में [[असम]] राज्य से घिरा हुआ है। पहाड़ी स्थलाकृति होने के कारण यहाँ संचार में कठिनाई आती है। तीन ओर से बांग्लादेश से घिरे होने के कारण त्रिपुरा शेष [[भारत]] से लगभग कटा हुआ है। [[अगरतला]]-[[करीमगंज ज़िला|करीमगंज]] (असम) सड़क एकमात्र भू-मार्ग है और धर्मनगर से असम के कलकली घाट तक मीटर गेज़ रेलवे लाइन 45 कि.मी. है। यहाँ की अधिकांश नदियों में नावें चलती हैं, लेकिन इनका उपयोग स्थानीय परिवहन के लिए ही होता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[त्रिपुरा]] | ||
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-ग्रेट निकोबार | -ग्रेट निकोबार | ||
+[[बैरन द्वीप|बैरन]] | +[[बैरन द्वीप|बैरन]] | ||
||[[चित्र:Barren-Island.jpg|right|120px|बैरन द्वीप]]'बैरन द्वीप' [[भारत]] का एकमात्र [[सक्रिय ज्वालामुखी]] है। यह [[पोर्ट ब्लेयर]] से 135 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। इस [[द्वीप]] की गोलाकार आकृति लगभग 3 कि.मी. है और यह [[ज्वालामुखी]] का एक बड़ा सृजक | ||[[चित्र:Barren-Island.jpg|right|120px|बैरन द्वीप]]'बैरन द्वीप' [[भारत]] का एकमात्र [[सक्रिय ज्वालामुखी]] है। यह [[पोर्ट ब्लेयर]] से 135 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। इस [[द्वीप]] की गोलाकार आकृति लगभग 3 कि.मी. है और यह [[ज्वालामुखी]] का एक बड़ा सृजक है। यह तट से क़रीब आधा कि.मी. पर है और लगभग 150 फ़ुट गहरा है। केवल बोट द्वारा ही यहाँ का दौरा करने की अनुमति प्राप्त है। [[बैरन द्वीप]] को पहले [[मृत ज्वालामुखी]] माना जाता था, किंतु 20वीं शताब्दी के अंत में यह सक्रिय हो गया था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बैरन द्वीप|बैरन]] | ||
{[[भारत]] के दक्षिणी छोर का नाम क्या है? | {[[भारत]] के दक्षिणी छोर का नाम क्या है? | ||
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-कालिमियर पॉइन्ट | -कालिमियर पॉइन्ट | ||
-[[त्रिवेन्द्रम]] में स्थित कोवलम | -[[त्रिवेन्द्रम]] में स्थित कोवलम | ||
||'इन्दिरा पॉइन्ट' भारतीय क्षेत्र में भूमि का अंतिम दक्षिणी छोर | ||'इन्दिरा पॉइन्ट' भारतीय क्षेत्र में भूमि का अंतिम दक्षिणी छोर है। निकोबार द्वीप में यह 6.45 उत्तरी अक्षांश में स्थित है। पहले इसे 'पिगमैलियन पॉइन्ट' और थोडे समय के लिए 'इंडिया पॉइन्ट' के रूप में भी जाना गया था। बाद में तत्कालीन [[प्रधानमंत्री]] [[राजीव गाँधी]] ने [[अंडमान और निकोबार द्वीप समूह]] की यात्रा के दौरान इसे अपनी [[माँ]] और पूर्व प्रधानमंत्री [[इन्दिरा गाँधी|श्रीमती इन्दिरा गाँधी]] की स्मृति में 'इन्दिरा पॉइन्ट' नाम दे दिया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[इन्दिरा पॉइन्ट]] | ||
{[[न्यूमूर द्वीप]] कहाँ स्थित है? | {[[न्यूमूर द्वीप]] कहाँ स्थित है? | ||
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+[[अरावली पर्वत श्रृंखला|अरावली]] | +[[अरावली पर्वत श्रृंखला|अरावली]] | ||
-[[नीलगिरि पहाड़ियाँ|नीलगिरि]] | -[[नीलगिरि पहाड़ियाँ|नीलगिरि]] | ||
||[[चित्र:Aravalli-Mountains-1.jpg|right|120px|अरावली पर्वतमाला]]'अरावली' या 'अर्वली' उत्तर भारतीय पर्वतमाला है। [[राजस्थान]] राज्य के पूर्वोत्तर क्षेत्र से गुज़रती 560 किलोमीटर लम्बी इस पर्वतमाला की कुछ चट्टानी पहाड़ियाँ [[भारत]] की राजधानी [[दिल्ली]] के दक्षिण हिस्से तक चली गई हैं। इसके शिखरों एवं कटकों की श्रृखलाएँ, जिनका फैलाव 10 से 100 किलोमीटर है, सामान्यत: 300 से 900 मीटर ऊँची हैं। इस पर्वतमाला से अनेक प्रमुख नदियाँ बाना, [[लूनी नदी|लूनी]], साखी एवं [[साबरमती नदी|साबरमती]] का उदगम स्थल है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अरावली पर्वत श्रृंखला|अरावली]] | ||[[चित्र:Aravalli-Mountains-1.jpg|right|120px|अरावली पर्वतमाला]]'अरावली' या 'अर्वली' उत्तर भारतीय पर्वतमाला है। [[राजस्थान]] राज्य के पूर्वोत्तर क्षेत्र से गुज़रती 560 किलोमीटर लम्बी इस पर्वतमाला की कुछ चट्टानी पहाड़ियाँ [[भारत]] की राजधानी [[दिल्ली]] के दक्षिण हिस्से तक चली गई हैं। इसके शिखरों एवं कटकों की श्रृखलाएँ, जिनका फैलाव 10 से 100 किलोमीटर है, सामान्यत: 300 से 900 मीटर ऊँची हैं। इस [[पर्वत|पर्वतमाला]] से अनेक प्रमुख नदियाँ बाना, [[लूनी नदी|लूनी]], साखी एवं [[साबरमती नदी|साबरमती]] का उदगम स्थल है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अरावली पर्वत श्रृंखला|अरावली]] | ||
{[[हिमालय]] का विस्तार [[अराकान योमा]] कहाँ स्थित है? | {[[हिमालय]] का विस्तार [[अराकान योमा]] कहाँ स्थित है? | ||
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-[[नेपाल]] में | -[[नेपाल]] में | ||
-[[कश्मीर]] में | -[[कश्मीर]] में | ||
||[[चित्र:Myanmar-Flag.jpg|right|120px|म्यांमार का ध्वज]]'म्यांमार' [[जम्बूद्वीप]], [[एशिया]] का एक देश है। इस देश का भारतीय नाम 'ब्रह्मदेश' | ||[[चित्र:Myanmar-Flag.jpg|right|120px|म्यांमार का ध्वज]]'म्यांमार' [[जम्बूद्वीप]], [[एशिया]] का एक देश है। प्राचीन समय में इस देश का भारतीय नाम 'ब्रह्मदेश' था। पहले [[म्यांमार]] का नाम '[[बर्मा]]' हुआ करता था। इसका यह नाम यहाँ बड़ी संख्या में आबाद बर्मी नस्ल के नाम पर पड़ा था। म्यांमार के उत्तर में [[चीन]], पश्चिम में [[भारत]], [[बांग्लादेश]] और [[हिन्द महासागर]] तथा दक्षिण-पूर्व की दिशा में इंडोनेशिया स्थित हैं। इसकी राजधानी '[[नाएप्यीडॉ]]' और सबसे बड़ा शहर देश की भूतपूर्व राजधानी [[यांगून]] है, जिसे पहले '[[रंगून]]' के नाम से जाना जाता था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[म्यांमार]] | ||
{[[कृष्णा नदी|कृष्णा]] एवं [[गोदावरी नदी]] का डेल्टा किस राज्य में पड़ता है? | {[[कृष्णा नदी|कृष्णा]] एवं [[गोदावरी नदी]] का डेल्टा किस राज्य में पड़ता है? | ||
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-[[गुजरात]] | -[[गुजरात]] | ||
-[[उत्तर प्रदेश]] | -[[उत्तर प्रदेश]] | ||
||[[चित्र:Kashmir-Valley.jpg|right|120px|कश्मीर की घाटी]]पहले 'जम्मू-कश्मीर' [[भारत]] की बड़ी रियासतों में से एक था। यह पूर्वात्तर में सिंक्यांग का स्वायत्त क्षेत्र व तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र से, दक्षिण में [[हिमाचल प्रदेश]] व [[पंजाब]] राज्यों से, पश्चिम में [[पाकिस्तान]] और पश्चिमोत्तर में पाकिस्तान अधिकृत भू-भाग से घिरा है। यहाँ [[वर्षा]] 380 से 500 | ||[[चित्र:Kashmir-Valley.jpg|right|120px|कश्मीर की घाटी]]पहले 'जम्मू-कश्मीर' [[भारत]] की बड़ी रियासतों में से एक था। यह पूर्वात्तर में सिंक्यांग का स्वायत्त क्षेत्र व तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र से, दक्षिण में [[हिमाचल प्रदेश]] व [[पंजाब]] राज्यों से, पश्चिम में [[पाकिस्तान]] और पश्चिमोत्तर में पाकिस्तान अधिकृत भू-भाग से घिरा है। यहाँ [[वर्षा]] 380 से 500 मि.मी. वार्षिक तक होती है। गर्मी के मौसम में जब मानसूनी हवाएँ चलती हैं, तब तेज़ लेकिन अनियमित फुहारों के रूप में वर्षा होती है। अंदरूनी इलाक़ा पेड़ों से पूरी तरह विहीन हो गया है और कंटीली झाड़ियाँ या मोटी घास ही यहाँ की मुख्य वनस्पति है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जम्मू-कश्मीर]] | ||
{[[गंगा नदी]] की निम्न सहायक नदियों में से किसका मार्ग उत्तरमुखी है? | {[[गंगा नदी]] की निम्न सहायक नदियों में से किसका मार्ग उत्तरमुखी है? | ||
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+[[सोन नदी|सोन]] | +[[सोन नदी|सोन]] | ||
-[[गंडक नदी|गंडक]] | -[[गंडक नदी|गंडक]] | ||
||'सोन नदी' का उदगम मैकाल पर्वत के [[अमरकण्टक]] नामक पठारी भाग से है। यह नदी [[झारखण्ड]] के उत्तरी-पश्चिमी छोर पर सीमा का निर्माण करती है। | ||'सोन नदी' का उदगम मैकाल पर्वत के [[अमरकण्टक]] नामक पठारी भाग से है। यह नदी [[झारखण्ड]] के उत्तरी-पश्चिमी छोर पर सीमा का निर्माण करती है। नदी [[पलामू]] की उत्तरी सीमा बनाती हुई प्रवाहित होती है। [[सोन नदी]] मानपुर तक उत्तर की ओर बहने के बाद पूर्वोतर दिशा में मुड़ती चली जाती है। [[मिर्ज़ापुर ज़िला|मिर्ज़ापुर ज़िले]] के दक्षिणी भाग से यह प्रवाहित होती है और [[पटना]] से पहले दीनापुर से 16 किलोमीटर ऊपर [[गंगा नदी]] से मिल जाती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सोन नदी|सोन]] | ||
{[[भारत]] में "मरुस्थल की राजधानी" किसे कहा जाता है? | {[[भारत]] में "मरुस्थल की राजधानी" किसे कहा जाता है? |
09:57, 29 नवम्बर 2012 का अवतरण
भूगोल सामान्य ज्ञान
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