"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/3": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 108: | पंक्ति 108: | ||
+[[महाभाष्य]] | +[[महाभाष्य]] | ||
-नागकुमार चरिउ | -नागकुमार चरिउ | ||
||'महाभाष्य' [[पतंजलि (महाभाष्यकार)|महर्षि पतंजलि]] द्वारा रचित है। पतंजति ने [[पाणिनि]] के '[[अष्टाध्यायी]]' के कुछ चुने हुए सूत्रों पर भाष्य लिखा था, जिसे 'व्याकरण महाभाष्य' का नाम दिया गया। '[[महाभाष्य]]' वैसे तो [[व्याकरण]] का [[ग्रंथ]] माना जाता है, किन्तु इसमें कहीं-कहीं राजाओं-महाराजाओं एवं जनतंत्रों के घटनाचक्र का विवरण भी मिलता हैं। पतंजलि द्वारा कृत 'महाभाष्य' 84 अध्यायों में विभक्त है। इसका प्रथम अध्याय "पस्पशा" के नाम से जाना जाता है, जिसमें [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] स्वरूप का निरूपण किया गया है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[महाभाष्य]] | |||
{[[भाषा]] का निर्माण किससे होता है? (पृ.सं. 10 | {[[भाषा]] का निर्माण किससे होता है? (पृ.सं. 10 |
10:45, 3 मार्च 2013 का अवतरण
|