"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/1": अवतरणों में अंतर
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||[[चित्र:Cows-mathura2.jpg|right|100px|कामधेनु]]'कामधेनु' का वर्णन पौराणिक गाथाओं में एक ऐसी चमत्कारी [[गाय]] के रूप में मिलता है, जिसमें दैवीय शक्तियाँ थीं और जिसके दर्शन मात्र से ही लोगो के दुःख व पीड़ा दूर हो जाती थी। यह [[कामधेनु]] जिसके पास होती थी, उसे हर तरह से चमत्कारिक लाभ होता था। इस गाय का [[दूध]] अमृत के समान माना जाता था। [[महर्षि वसिष्ठ]] क्षमा की प्रतिमूर्ति थे। एक बार [[विश्वामित्र]] उनके अतिथि हुए। वसिष्ठ ने कामधेनु के सहयोग से उनका राजोचित सत्कार किया। कामधेनु की अलौकिक क्षमता को देखकर विश्वामित्र के मन में लोभ उत्पन्न हो गया। उन्होंने इस गाय को वसिष्ठ से लेने की इच्छा प्रकट की। कामधेनु वसिष्ठ जी के लिये आवश्यक आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु महत्त्वपूर्ण साधन थी, अत: इन्होंने उसे देने में असमर्थता व्यक्त की।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कामधेनु]], [[वसिष्ठ]], [[विश्वामित्र]] | |||
{निम्नलिखित में से कौन [[कुबेर]] के सेनापति हैं? | {निम्नलिखित में से कौन [[कुबेर]] के सेनापति हैं? | ||
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-मणिध्वज | -मणिध्वज | ||
+मणिभद्र | +मणिभद्र | ||
||[[चित्र:Kubera-Delhi-National-Museum.jpg|100px|right|कुबेर प्रतिमा, राष्ट्रीय संग्रहालय, दिल्ली]][[पुलस्त्य|महर्षि पुलस्त्य]] के पुत्र महामुनि [[विश्रवा]] ने [[भारद्वाज]] की कन्या इलविला का [[पाणिग्रहण संस्कार|पाणिग्रहण]] किया था। उसी से [[कुबेर]] की उत्पत्ति हुई। कुबेर मनुष्य के अधिकार के अनुरूप कोष का प्रादुर्भाव या तिरोभाव कर देते हैं। इनके पुत्र [[नलकूबर]] और मणिग्रीव भगवान [[श्रीकृष्ण|श्रीकृष्णचन्द्र]] द्वारा [[नारद]] के शाप से मुक्त होकर इनके समीप स्थित रहते हैं। भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए कुबेर ने [[हिमालय पर्वत]] पर तप किया था। तप के अंतराल में [[शिव]] तथा [[पार्वती]] दिखायी पड़े। कुबेर ने अत्यंत सात्त्विक भाव से पार्वती की ओर बायें नेत्र से देखा। पार्वती के दिव्य तेज से वह नेत्र भस्म होकर [[पीला रंग|पीला]] पड़ गया। कुबेर वहाँ से उठकर दूसरे स्थान पर चले गये।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कुबेर]] | |||
{[[विभीषण]] के उस अनुचर का नाम क्या था, जिसने पक्षी का रूप धारण कर [[लंका]] जाकर [[रावण]] की रक्षा व्यवस्था तथा सैन्य शक्ति का पता लगाया था? | {[[विभीषण]] के उस अनुचर का नाम क्या था, जिसने पक्षी का रूप धारण कर [[लंका]] जाकर [[रावण]] की रक्षा व्यवस्था तथा सैन्य शक्ति का पता लगाया था? |
11:09, 18 अक्टूबर 2013 का अवतरण
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