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{सिद्धों की उद्धृत रचनाओं की काव्य भाषा है-(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1126
{सिद्धों की उद्धृत रचनाओं की काव्य [[भाषा]] है-(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1126
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+देशभाषा मिश्रित अपभ्रंश अर्थात पुरानी हिन्दी
+देशभाषा मिश्रित [[अपभ्रंश]] अर्थात पुरानी [[हिन्दी]]
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-[[प्राकृत भाषा]]
-अवहट्ठ भाषा
-[[अवहट्ट भाषा]]
-पालि भाषा
-[[पालि भाषा]]


{हिन्दी भाषा के इतिहास को प्राय: कितने कालों में वर्गीकृत किया गया है?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1126
{[[हिन्दी भाषा]] के इतिहास को प्राय: कितने कालों में वर्गीकृत किया गया है?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1126
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{साहित्य के इतिहास की अवधारणा से सम्बन्धित एक पुस्तक लिखी गई थी 'साहित्य का इतिहास-दर्शन'। इसके लेखक कौन थे?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127
{[[साहित्य]] के इतिहास की अवधारणा से सम्बन्धित एक पुस्तक लिखी गई थी 'साहित्य का इतिहास-दर्शन'। इसके लेखक कौन थे?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127
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-श्यामसुन्दर दास
-[[श्यामसुन्दर दास]]
-रामचन्द्र शुक्ल
-[[रामचन्द्र शुक्ल]]
+नलिन विलोचन शर्मा
+नलिन विलोचन शर्मा
-गुलाब राय
-[[गुलाब राय]]


{निम्नलिखित में से कौन-सा अयोगवाह है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-24
{निम्नलिखित में से कौन-सा 'अयोगवाह' है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-24
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+विसर्ग
+विसर्ग
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-अल्पप्राण
-अल्पप्राण


{दयानन्द में प्रयुक्त संधि का नाम है-(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-44
{'दयानन्द' में प्रयुक्त [[संधि]] का नाम है-(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-44
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-गुण संधि
-गुण संधि
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-यण संधि
-यण संधि


{जॉर्ज ग्रियर्सन का इतिहास ग्रन्थ 'मॉडर्न वर्नाक्यूलर लिटरेचर ऑफ़ नॉर्दर्न हिन्दुस्तान' का प्रकाशन किस वर्ष हुआ था?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127
{[[जॉर्ज ग्रियर्सन]] का [[इतिहास]] ग्रन्थ 'मॉडर्न वर्नाक्यूलर लिटरेचर ऑफ़ नॉर्दर्न हिन्दुस्तान' का प्रकाशन किस [[वर्ष]] हुआ था?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127
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{'नायक' में प्रयुक्त संधि का नाम है-(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-45
{'नायक' में प्रयुक्त [[संधि]] का नाम है-(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-45
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-दीर्घ संधि
-दीर्घ संधि
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-बहुव्रीहि
-बहुव्रीहि


{"जिस तर्क का कोई जवाब न हो", इस वाक्य के लिए सही शब्द चुनिए?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-105
{"जिस तर्क का कोई जवाब न हो", इस वाक्य के लिए सही [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] चुनिए?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-105
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-जोरदार
-जोरदार
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+अकाट्य
+अकाट्य


{'मजदूरी और प्रेम' नामक निबन्ध के रचनाकार कौन हैं?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-226
{'मजदूरी और प्रेम' नामक [[निबन्ध]] के रचनाकार कौन हैं?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-226
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+सरदार पूर्ण सिंह
+सरदार पूर्ण सिंह
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-[[बालकृष्ण भट्ट]]
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-[[प्रताप नारायण मिश्र]]
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-[[रामचन्द्र शुक्ल]]


{अमीर ख़ुसरो ने जिन मुकरियों, पहेलियों और सुखनों की रचना की है, उसकी मुख्य भाषा है-(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1126
{[[अमीर ख़ुसरो]] ने जिन 'मुकरियों', 'पहेलियों' और 'सुखनों' की रचना की है, उसकी मुख्य [[भाषा]] है-(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1126
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+[[खड़ी बोली]]
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-[[बुन्देली बोली|बुन्देली]]
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-[[बघेली बोली|बघेली]]


{अर्द्धमागधी अपभ्रंश से इनमें से किस बोली का विकास हुआ है?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1126
{अर्द्धमागधी अपभ्रंश से इनमें से किस बोली का विकास हुआ है?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1126
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-पश्चिमी हिन्दी
-पश्चिमी हिन्दी
-बिहारी
-[[बिहारी भाषा|बिहारी]]
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-[[बंगाली भाषा|बंगाली]]
+पूर्वी हिन्दी
+पूर्वी हिन्दी


{देवनागरी लिपि है-(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127
{[[देवनागरी लिपि]] है-(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127
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-वर्णात्मक
-वर्णात्मक
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-उपरोक्त में से कोई नहीं
-उपरोक्त में से कोई नहीं


{दिये गए शब्दों में से शुद्ध वर्तनी का चयन कीजिए?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-28
{दिये गए [[शब्द (व्याकरण)|शब्दों]] में से शुद्ध वर्तनी का चयन कीजिए?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-28
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-अस्प्रस्यता
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-निर: + आशा
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{आचार्य रामचन्द्र शुक्ल कृत 'हिन्दी साहित्य का इतिहास' की अधिकांश सामग्री पुस्तकाकार प्रकाशन के पूर्व 'हिन्दी शब्द-सागर' की भूमिका में छपी थी। इस भूमिका में उसका शीर्षक क्या था?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127
{[[आचार्य रामचन्द्र शुक्ल]] कृत 'हिन्दी साहित्य का इतिहास' की अधिकांश सामग्री पुस्तकाकार प्रकाशन के पूर्व 'हिन्दी शब्द-सागर' की भूमिका में छपी थी। इस भूमिका में उसका शीर्षक क्या था?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127
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-हिन्दी साहित्य का उद्भव और विकास
-हिन्दी साहित्य का उद्भव और विकास
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-हिन्दी साहित्य की विकास-यात्रा
-हिन्दी साहित्य की विकास-यात्रा


{जो धातु या शब्द के अन्त में जोड़ा जाता है, उसे क्या कहते हैं?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-52
{जो धातु या [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] के अन्त में जोड़ा जाता है, उसे क्या कहते हैं?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-52
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{निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-75
{निम्नलिखित में से कौन-सा [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] व्यक्तिवाचक संज्ञा है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-75
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-पहाड़
-पहाड़
-आम
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{इनमें से किस इतिहासकार ने सर्वप्रथम रीतिकालीन कवियों के सर्वाधिक परिचयात्मक विवरण दिए हैं?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127
{इनमें से किस [[इतिहासकार]] ने सर्वप्रथम [[रीतिकाल|रीतिकालीन]] [[कवि|कवियों]] के सर्वाधिक परिचयात्मक विवरण दिए हैं?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127
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-विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
-विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
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-[[डॉ. नगेन्द्र]]
-रामशंकर शुक्ल 'रसाल'
-रामशंकर शुक्ल 'रसाल'
+मिश्रबन्धु
+मिश्रबन्धु
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{'ब्रजबुलि' नाम से जानी जाती है-(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-19
{'ब्रजबुलि' नाम से जानी जाती है-(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-19
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-[[मराठी भाषा|मराठी]]
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-[[गुजराती भाषा|गुजराती]]
+पुरानी बांग्ला
+[[बांग्ला भाषा|पुरानी बांग्ला]]


{'भक्तमाल' भक्तिकाल के कवियों की प्राथमिक जानकारी देता है। इसके रचयिता कौन थे?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127
{'[[भक्तमाल]]' [[भक्तिकाल]] के [[कवि|कवियों]] की प्राथमिक जानकारी देता है। इसके रचयिता कौन थे?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127
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{भारत में सर्वाधिक बोली जानी वाली भाषा कौन-सी है?(ल्युसेन्ट सा.हिन्दी,पृ.सं.-19)
{[[भारत]] में सर्वाधिक बोली जानी वाली [[भाषा]] कौन-सी है?(ल्युसेन्ट सा.हिन्दी,पृ.सं.-19)
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{वर्णमाला किसे कहते हैं?(ल्युसेन्ट सा.हिन्दी,पृ.सं.-23)
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+वर्णों के व्यवस्थित समूह को
+वर्णों के व्यवस्थित समूह को


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+उन्नति
+उन्नति


{निरर्थक' का सही संधि विच्छेद क्या है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-44
{'निरर्थक' का सही संधि विच्छेद क्या है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-44
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-निरा + अर्थक
-निरा + अर्थक


{'प्रख्यात' में प्रयुक्त उपसर्ग है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-52
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{दो अथवा दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए नये सार्थक शब्द को क्या कहते हैं?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-75
{दो अथवा दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए नये सार्थक शब्द को क्या कहते हैं?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-75
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{निम्न में से किसके भक्तिपरक गीतों का संकलन 'अभंग' के नाम से प्रसिद्ध है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-308
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-मलिक मुहम्मद जायसी
-[[मलिक मुहम्मद जायसी]]


{'सूर्य' शब्द का स्त्रीलिंग क्या होगा?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-74
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-सूर्याणी
-सूर्याणी
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-सूर्यो
-सूर्यो


{"छाती पर मूँग दलना" का क्या अर्था है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-136
{"छाती पर मूँग दलना" का क्या अर्थ है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-136
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-कठिन काम करना
-कठिन काम करना

09:31, 3 दिसम्बर 2013 का अवतरण

1 सिद्धों की उद्धृत रचनाओं की काव्य भाषा है-(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1126

देशभाषा मिश्रित अपभ्रंश अर्थात पुरानी हिन्दी
प्राकृत भाषा
अवहट्ट भाषा
पालि भाषा

2 हिन्दी भाषा के इतिहास को प्राय: कितने कालों में वर्गीकृत किया गया है?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1126

3
4
5
6

3 साहित्य के इतिहास की अवधारणा से सम्बन्धित एक पुस्तक लिखी गई थी 'साहित्य का इतिहास-दर्शन'। इसके लेखक कौन थे?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127

श्यामसुन्दर दास
रामचन्द्र शुक्ल
नलिन विलोचन शर्मा
गुलाब राय

4 निम्नलिखित में से कौन-सा 'अयोगवाह' है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-24

विसर्ग
महाप्राण
संयुक्त व्यंजन
अल्पप्राण

5 'दयानन्द' में प्रयुक्त संधि का नाम है-(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-44

गुण संधि
दीर्घ संधि
व्यंजन संधि
यण संधि

6 जॉर्ज ग्रियर्सन का इतिहास ग्रन्थ 'मॉडर्न वर्नाक्यूलर लिटरेचर ऑफ़ नॉर्दर्न हिन्दुस्तान' का प्रकाशन किस वर्ष हुआ था?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127

1887
1888
1889
1890

7 'नायक' में प्रयुक्त संधि का नाम है-(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-45

दीर्घ संधि
गुण संधि
वृद्धि संधि
अयादि संधि

8 'पाप-पुण्य' में कौन-सा समास है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-58

कर्मधारय
द्वन्द्व
तत्पुरुष
बहुव्रीहि

9 "जिस तर्क का कोई जवाब न हो", इस वाक्य के लिए सही शब्द चुनिए?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-105

जोरदार
तीखा
सटीक
अकाट्य

10 'मजदूरी और प्रेम' नामक निबन्ध के रचनाकार कौन हैं?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-226

सरदार पूर्ण सिंह
बालकृष्ण भट्ट
प्रताप नारायण मिश्र
रामचन्द्र शुक्ल

11 अमीर ख़ुसरो ने जिन 'मुकरियों', 'पहेलियों' और 'सुखनों' की रचना की है, उसकी मुख्य भाषा है-(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1126

दक्खिनी हिन्दी
खड़ी बोली
बुन्देली
बघेली

12 अर्द्धमागधी अपभ्रंश से इनमें से किस बोली का विकास हुआ है?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1126

पश्चिमी हिन्दी
बिहारी
बंगाली
पूर्वी हिन्दी

13 देवनागरी लिपि है-(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127

वर्णात्मक
वर्णात्मक और अक्षरात्मक दोनों
अक्षरात्मक
उपरोक्त में से कोई नहीं

14 दिये गए शब्दों में से शुद्ध वर्तनी का चयन कीजिए?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-28

अस्प्रस्यता
अस्पृश्यता
अस्प्रश्यता
अस्पृष्यता

15 'निराशा' का सही संधि विच्छेद क्या है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-44

निरा + आशा
निर् + आशा
नि: + आशा
निर: + आशा

16 आचार्य रामचन्द्र शुक्ल कृत 'हिन्दी साहित्य का इतिहास' की अधिकांश सामग्री पुस्तकाकार प्रकाशन के पूर्व 'हिन्दी शब्द-सागर' की भूमिका में छपी थी। इस भूमिका में उसका शीर्षक क्या था?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127

हिन्दी साहित्य का उद्भव और विकास
हिन्दी साहित्य का विकास
हिन्दी साहित्य का विकासात्मक इतिहास
हिन्दी साहित्य की विकास-यात्रा

17 जो धातु या शब्द के अन्त में जोड़ा जाता है, उसे क्या कहते हैं?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-52

समास
अव्यय
उपसर्ग
प्रत्यय

18 निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-75

गाय
यमुना
पहाड़
आम

19 इनमें से किस इतिहासकार ने सर्वप्रथम रीतिकालीन कवियों के सर्वाधिक परिचयात्मक विवरण दिए हैं?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127

विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
डॉ. नगेन्द्र
रामशंकर शुक्ल 'रसाल'
मिश्रबन्धु

20 'ब्रजबुलि' नाम से जानी जाती है-(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-19

पंजाबी
मराठी
गुजराती
पुरानी बांग्ला

21 'भक्तमाल' भक्तिकाल के कवियों की प्राथमिक जानकारी देता है। इसके रचयिता कौन थे?(प्रतियो.द.,जनवरी-2011,पृ.सं.-1127

वल्लभाचार्य
नाभादास
रामानन्द
नन्ददास

22 भारत में सर्वाधिक बोली जानी वाली भाषा कौन-सी है?(ल्युसेन्ट सा.हिन्दी,पृ.सं.-19)

हिन्दी
संस्कृत
तमिल
उर्दू

23 वर्णमाला किसे कहते हैं?(ल्युसेन्ट सा.हिन्दी,पृ.सं.-23)

शब्द समूह को
वर्णों के संकलन को
शब्द गणना को
वर्णों के व्यवस्थित समूह को

24 निम्नलिखित में से शुद्ध वर्तनी का चयन कीजिए?(ल्युसेन्ट सा.हिन्दी,पृ.सं.-28)

उन्नती
उनति
उनती
उन्नति

25 'निरर्थक' का सही संधि विच्छेद क्या है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-44

निर् + अर्थक
निर: + अर्थक
नि: + अर्थक
निरा + अर्थक

26 'प्रख्यात' में प्रयुक्त उपसर्ग है-(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-52

प्र
प्रख
आत

27 दो अथवा दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए नये सार्थक शब्द को क्या कहते हैं?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-75

सन्धि
समास
अव्यय
छन्द

28 निम्न में से किसके भक्तिपरक गीतों का संकलन 'अभंग' के नाम से प्रसिद्ध है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-308

नामदेव
कबीरदास
तुलसीदास
मलिक मुहम्मद जायसी

29 'सूर्य' शब्द का स्त्रीलिंग क्या होगा?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-74

सूर्याणी
सूर्या
सूर्यायी
सूर्यो

30 "छाती पर मूँग दलना" का क्या अर्थ है?(ल्युसेन्ट सा.हि.,पृ.सं-136

कठिन काम करना
बात-बात पर लड़ना
कर्जा वसूल करना
पास रहकर दु:ख देना