"प्रयोग:कविता बघेल 6": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 127: पंक्ति 127:
||'पट-चित्र' [[राजस्थान]] की नाथद्वारा शैली में अधिक बने थे। इस उप-शैली का अद्भव एवं विकास श्रीनाथ जी की मूर्ति प्रतिष्ठित किए जाने के अनंतर हुआ। इस शैली की सबसे बड़ी देन पिछवई चित्रण है। भगवान श्रीनाथ जी के स्वरूप सज्जा हेतु मंदिर में उनके मूर्ति के पीछे लगाए जाने वाले पट-चित्रों की कलात्मकता के कारण ये पिछवई बहुत प्रसिद्ध हैं।
||'पट-चित्र' [[राजस्थान]] की नाथद्वारा शैली में अधिक बने थे। इस उप-शैली का अद्भव एवं विकास श्रीनाथ जी की मूर्ति प्रतिष्ठित किए जाने के अनंतर हुआ। इस शैली की सबसे बड़ी देन पिछवई चित्रण है। भगवान श्रीनाथ जी के स्वरूप सज्जा हेतु मंदिर में उनके मूर्ति के पीछे लगाए जाने वाले पट-चित्रों की कलात्मकता के कारण ये पिछवई बहुत प्रसिद्ध हैं।


{अबुल हसन के पिता का नाम था- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-2
{[[अबुल हसन]] के पिता का क्या नाम था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-2
|type="()"}
|type="()"}
-बसावन
-[[बसावन]]
+आकारिजा
+आकारिजा
-मनोहर
-[[मनोहर]]
-मंसूर
-मंसूर
||अबुल हसन के पिता का नाम आकारिजा था। वह हेरात का निवासी था। अबुल हसन को जहांगीर ने 'नादिए अज़-जमा' की उपाधि से सम्मानित किया था। उसने जहांगीर की तख्तपोशी की तस्वीर बनाई थी।
||[[अबुल हसन]] के पिता का नाम आकारिजा था। वह [[हेरात]] का निवासी था। अबुल हसन को [[जहांगीर]] ने 'नादिए अज़-जमा' की उपाधि से सम्मानित किया था। उसने जहांगीर की तख्तपोशी की तस्वीर बनाई थी।


{नारी अंकन का सुंदर चित्रण किस शैली में है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-2
{नारी अंकन का सुंदर चित्रण किस शैली में है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-2
|type="()"}
|type="()"}
+पहाड़ी
+[[पहाड़ी चित्रकला|पहाड़ी]]
-राजस्थानी
-[[राजस्थानी कला|राजस्थानी]]
-जैन
-जैन
-मुगल
-[[मुग़लकालीन चित्रकला|मुग़ल]]
||नारी अंकन का सुंदर चित्रण पहाड़ी शैली की प्रमुख विशेषताओं में से एक थी। नायिका भेद संबंधी चित्र के अंतर्गत विविध प्रकार की नायिकाओं का वर्णन किया गया है। कांगड़ा शैली में चित्रकारों ने 3 प्रकार की आयिकाओं का अंकन किया है। 1.स्वकीया, 2. परकीया तथा, 3.सामान्य। इन नायिकाओं की आठ अवस्ताएं मानी गई हैं। वे इस प्रकार हैं- स्वाधीनपतिका, उत्का, वासक सज्जा, खंडिता, अभिसंघिता, प्रेषित पतिका, विप्रलब्धा और अभिसारिका आदि।
||नारी अंकन का सुंदर चित्रण [[पहाड़ी चित्रकला|पहाड़ी शैली]] की प्रमुख विशेषताओं में से एक थी। नायिका भेद संबंधी चित्र के अंतर्गत विविध प्रकार की नायिकाओं का वर्णन किया गया है। [[कांगड़ा चित्रकला|कांगड़ा शैली]] में चित्रकारों ने 3 प्रकार की नायिकाओं का अंकन किया है। 1.स्वकीया, 2. परकीया तथा, 3.सामान्य। इन नायिकाओं की आठ अवस्थाएं मानी गई हैं। वे इस प्रकार हैं- स्वाधीनपतिका, उत्का, वासक सज्जा, खंडिता, अभिसंघिता, प्रेषित पतिका, विप्रलब्धा और अभिसारिका आदि।


{रवि वर्मा कहां के हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-2
{रवि वर्मा कहां के हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-2
|type="()"}
|type="()"}
-बंगाल
-[[बंगाल]]
-मैसूर
-[[मैसूर]]
-चेन्नई
-[[चेन्नई]]
+केरल
+[[केरल]]
||राजा रवि वर्मा का जन्म 29 अप्रैल, 1848 को केरल के एक छोटे कस्बे किलिमनूर (त्रावणकोर) में हुआ था। वे अपने विस्मय पेंटिंग के लिए जाने जाते हैं जो मुख्यत: रामायण एवं महाभारत महाकाव्यों के इर्द-गिर्द घूमता है। इनकी मृत्यु 2 अक्टूबर, 1906 को हुई थी।
||राजा रवि वर्मा का जन्म [[29 अप्रैल]], 1848 को [[केरल]] के एक छोटे कस्बे किलिमनूर (त्रावणकोर) में हुआ था। वे अपने विस्मय पेंटिंग के लिए जाने जाते हैं जो मुख्यत: [[रामायण]] एवं [[महाभारत]] महाकाव्यों के इर्द-गिर्द घूमता है। इनकी मृत्यु [[2 अक्टूबर]], [[1906]] को हुई थीं।


{कला में आकृतियों के चित्रण का निषेध किया गया- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-101,प्रश्न-3
{[[कला]] में आकृतियों के चित्रण का निषेध किस प्रकार की कला में किया गया है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-101,प्रश्न-3
|type="()"}
|type="()"}
-गोथिक कला में
-[[गोथिक कला]]
+बाइजेंटाइन-कला में
+बाइजेंटाइन-कला
-ईसाई कला में
-ईसाई कला
-रोमन कला में
-रोमन कला  
||आकृति विरोधी युग लगभग 100 वर्षों तक रहा जिसमें आकृति चित्रण को निषेध कर दिया गय। इस संकटपूर्ण का आरंभ 'लियो तृतीय' के शासनकाल में हुआ जब 726 ई. में उसने कुस्तुन्तुनिया के राजकीय प्रासाद के कांस्य द्वार पर स्थित ईसा की प्रतिमा को नष्ट करके उसके स्थान पर क्रास खड़ा कर दिया था। याजिद द्वितीय ने बहुत बड़ी संख्या में ईसाई चित्रों तथा मूर्तियों को नष्ट कराया। यह परिस्थिति लगभग 100 वर्षों तक चली। 843 ई. में मूर्ति विरोधी सम्राट थियोफाइलस की पत्नी थियोडोरा ने अपने पुत्र और साम्राज्य के उत्तराधिकारी माइकेल तृतीय की संरक्षिका के रूप में आकृति-रचना को फिर से वैध कर दिया तथा क्रास हटाकर ईसा की प्रतिमा को पुन: स्थापित कर दिया।
||आकृति विरोधी युग लगभग 100 वर्षों तक रहा जिसमें आकृति चित्रण को निषेध कर दिया गय। इस संकटपूर्ण का आरंभ 'लियो तृतीय' के शासन काल में हुआ जब 726 ई. में उसने [[कुस्तुन्तुनिया]] के राजकीय प्रासाद के कांस्य द्वार पर स्थित [[ईसा मसीह|ईसा]] की प्रतिमा को नष्ट करके उसके स्थान पर क्रास खड़ा कर दिया था। याज़ीद द्वितीय ने बहुत बड़ी संख्या में ईसाई चित्रों तथा मूर्तियों को नष्ट कराया। यह परिस्थिति लगभग 100 वर्षों तक चली। 843 ई. में मूर्ति विरोधी सम्राट थियोफाइलस की पत्नी थियोडोरा ने अपने पुत्र और साम्राज्य के उत्तराधिकारी माइकेल तृतीय की संरक्षिका के रूप में आकृति-रचना को फिर से वैध कर दिया तथा क्रास हटाकर ईसा की प्रतिमा को पुन: स्थापित कर दिया। इससे सम्बधित अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य निम्न प्रकार है-  [[ईसाई धर्म]] से संबंधित बाइजेंटाइन कला भवन वास्तु मूर्ति शिल्प, मणिकुट्टिम, भित्तिचित्र, पुस्तक चित्र, पेनल चित्र, लद्यु चित्र इत्यादि के रूप में विकसित हुई। इस युग के बाद ईसाई कला में दो प्रकार की आकृतियां चित्रित हुई। प्रथम प्रकार में सम्राटों को ईश्वर की सीधी वंश परंपरा में दिखाया जाने लगा और दूसरे में धार्मिक चित्र पुरानी पद्धतियों पर ही बनने आरंभ हुए। पश्चिमी देशों में भी ईसाई कला का स्वरूप पूर्वी दिशा की भांति रहा है। प्राय: रोम पद्धति की कला पर सीरियन प्रभाव भी देखे जा सकते हैं।
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
.ईसाई धर्म से संबंधित बाइजेंटाइन कला भवन वास्तु मूर्ति शिल्प, मणिकुट्टिम, भित्तिचित्र, पुस्तक चित्र, पेनल चित्र, लद्यु चित्र इत्यादि के रूप में विकसित हुई।
.इस युग के बाद ईसाई कला में दो प्रकार की आकृतियां चित्रित हुई। प्रथम प्रकार में सम्राटों को ईश्वर की सीधी वंश परंपरा में दिखाया जाने लगा और दूसरे में धार्मिक चित्र पुरानी पद्धतियों पर ही बनने आरंभ हुए।
.पश्चिमी देशों में भी ईसाई कला का स्वरूप पूर्वी दिशा की भांति रहा है।
.प्राय: रोम पद्धति की कला पर सीरियन प्रभाव भी देखे जा सकते हैं।


{गोथिक युग का चित्रकार, जिसके चित्रों में पुनर्जागरण काल की चित्रकला को जन्म दिया- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-104,प्रश्न-2
{गोथिक युग का वह चित्रकार कौन था, जिसके चित्रों ने पुनर्जागरण काल की चित्रकला को जन्म दिया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-104,प्रश्न-2
|type="()"}
|type="()"}
-चिमाबू
-चिमाबू
-दुच्चो
-दुच्चो
+ज्योत्तो
+जिओत्तो
-बॉत्तीचेल्ली
-बॉत्तीचेल्ली
||पुनर्जागरण कला शैली की तिथि निर्धारण कठिन है तथापि जिओत्तो की कला से ही इसका आरंभ मानने पर जिओत्तो एक ओर गोथिक कला का अंतिम कलाकार और दूसरी ओर पुनरुत्थान का आरंभिक कलाकार हो जाता है। शास्त्रीय दृष्टि अर्थात मानववादी वैज्ञानिक दृष्टि इसके मूल में रही है। इसका प्रथम चरण मोटे तौर पर इटली में सन् 1420 से समझा जाता है। जिओत्तो को शामिल कर लेने पर पुनर्जागरण काल को 1340-30 से 1520-30 तक अथवा अंतिम चरण 1600 ई. तक माना जा सकता है। इस अवधि में रीतिवाद ही प्रचलित था। मनुष्य को इसका केंद्र बनाया गया। धार्मिक विषयों को मानवीय दृष्टि से अंकित किया गया।
||पुनर्जागरण कला शैली की तिथि निर्धारण कठिन है तथापि जिओत्तो की कला से ही इसका आरंभ मानने पर जिओत्तो एक ओर [[गोथिक कला]] का अंतिम कलाकार और दूसरी ओर पुनरुत्थान का आरंभिक कलाकार हो जाता है। शास्त्रीय दृष्टि अर्थात मानववादी वैज्ञानिक दृष्टि इसके मूल में रही है। इसका प्रथम चरण मोटे तौर पर [[इटली]] में सन् 1420 से समझा जाता है। जिओत्तो को शामिल कर लेने पर पुनर्जागरण काल को 1340-30 से 1520-30 तक अथवा अंतिम चरण 1600 ई. तक माना जा सकता है। इस अवधि में रीतिवाद ही प्रचलित था। मनुष्य को इसका केंद्र बनाया गया। धार्मिक विषयों को मानवीय दृष्टि से अंकित किया गया।




पंक्ति 179: पंक्ति 174:
|type="()"}
|type="()"}
+यूरोपीय प्रागैतिहासिक चित्रों का प्रमुख केंद्र
+यूरोपीय प्रागैतिहासिक चित्रों का प्रमुख केंद्र
-फ्रांस की प्रारंभिक कला का प्रमुख केंद्र
-[[फ़्राँस]] की प्रारंभिक कला का प्रमुख केंद्र
-फ्रांस का मिदी क्षेत्र
-फ़्राँस का मिदी क्षेत्र
-भूमध्य सागरीय कला का केंन्द्र
-भूमध्य सागरीय कला का केंन्द्र
||फ्रैंको-कैंटाब्रियन क्षेत्र के अंतर्गत उत्तरी स्पेन तथा दक्षिणी-पश्चिमी फ्रांस की प्रागैतिहासिक कलात्मक गुफ़ाएं आती हैं। समस्त कला प्राय: तीन क्षेत्रों से संबंधित है- (1) दक्षिणी- पश्चिमी फ्रांस का डोर्डोन तथा उसका निकटवर्ती क्षेत्र (2) दक्षिणी फ्रांस का पेरीनियन क्षेत्र तथा (3) उत्तरी स्पेन का कैंटाब्रियन क्षेत्र।
||फ्रैंको-कैंटाब्रियन क्षेत्र के अंतर्गत उत्तरी स्पेन तथा दक्षिणी-पश्चिमी फ्रांस की प्रागैतिहासिक कलात्मक गुफ़ाएं आती हैं। समस्त [[कला]] प्राय: तीन क्षेत्रों से संबंधित है- (1) दक्षिणी- पश्चिमी फ़्राँस का डोर्डोन तथा उसका निकटवर्ती क्षेत्र (2) दक्षिणी फ़्राँस का पेरीनियन क्षेत्र तथा (3) उत्तरी स्पेन का कैंटाब्रियन क्षेत्र।


{स्पेन की प्रागैतिहासिक चित्रकला में चित्रित हैं- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-3
{स्पेन की प्रागैतिहासिक चित्रकला में क्या चित्रित हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-3
|type="()"}
|type="()"}
-रेड डियर
-रेड डियर
-मानव
-मानव
-बाइसन
-बाइसन
+उक्त सभी
+उपर्युक्त सभी


{जातक कथाएं आधारित हैं- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-36,प्रश्न-65
 
{[[जातक कथा|जातक कथाएं]] किस के जीवन पर आधारित हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-36,प्रश्न-65
|type="()"}
|type="()"}
-महावीर के जीवन पर
-[[महावीर]]
-शिव के जीवन पर
-[[शिव]]
+बुद्ध के जीवन पर
+[[महात्मा बुद्ध]]
-शंकराचार्य के जीवन पर
-[[शंकराचार्य]]
||जातक कथाओं का अर्थ है-'पूर्वजन्म की कथाएं'। यह जातक कथाएं बुद्ध के जन्म-जन्मान्तर की कथाएं हैं, जिनको उन्होंने स्वयं अपने उपदेशों में सुनाया। जातक कथा में 547 जन्मों का उल्लेख है। यद्यपि अजंता में जीवन तथा धर्म दोनों से संबंधित चित्र हैं परंतु फिरभी विशेष रूप से जातक कथाओं याबुद्ध के जीवन की कथाओं का अंकन है।
||[[जातक कथा|जातक कथाओं]] का अर्थ है-'पूर्वजन्म की कथाएं'। यह जातक कथाएं [[महात्मा बुद्ध]] के जन्म-जन्मान्तर की कथाएं हैं, जिनको उन्होंने स्वयं अपने उपदेशों में सुनाया। जातक कथा में 547 जन्मों का उल्लेख है। यद्यपि [[अजंता की गुफ़ाएं|अजंता]] में जीवन तथा [[धर्म]] दोनों से संबंधित चित्र हैं परंतु फिर भी विशेष रूप से जातक कथाओं या बुद्ध के जीवन की कथाओं का अंकन है। इससे सम्बधित अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य निम्न प्रकार है- (1) अप्रत्यक्ष रूप से जातक कथाओं में महात्मा बुद्ध का एक संदेश छिपा है। (2) इन कथाओं को वेदिका स्तंभों पर सूचिकाओं पर अथवा दीवारों पर सांची, [[अमरावती]] आदि स्थानों पर तथा [[गांधार मूर्तिकला शैली|गांधार कला]] में जातक कथाओं के दृश्य अंकित हैं।
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
.अप्रत्यक्ष रूप से जातक कथाओं में महात्मा बुद्ध का एक संदेश छिपा है।
.इन कथाओं को वेदिका स्तंभों पर सूचिकाओं पर अथवा दीवारों पर सांची, अमरावती आदि स्थानों पर तथा गांधार कला में जातक कथाओं के दृश्य अंकित हैं।


{अंतर्राष्ट्रीय गोथिक शैली का स्पापत्य पाया जाता है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-38,प्रश्न-7
{अंतर्राष्ट्रीय [[गोथिक कला|गोथिक शैली]] का स्पापत्य कहाँ पाया जाता है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-38,प्रश्न-7
|type="()"}
|type="()"}
-इंग्लैंड में
-[[इंग्लैंड]]
-जर्मनी में
-[[जर्मनी]]
-स्थापत्य शैली
-[[इटली]]
+उपरोक्त सभी में
+उपरोक्त सभी  
||अंतर्राष्ट्रीय गोथिक शैली का स्थापत्य फ्रांस, जर्मनी, इंग्लैंड्, इटली इत्यादि में पाया जाता है।
||अंतर्राष्ट्रीय गोथिक शैली का स्थापत्य [[फ़्राँस]], [[जर्मनी]], [[इंग्लैंड]], [[इटली]] इत्यादि में पाया जाता है।


{राजस्थान के पिछवई चित्र किस क्षेत्र के हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-47,प्रश्न-3
{[[राजस्थान]] के पिछवई चित्र किस क्षेत्र के हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-47,प्रश्न-3
|type="()"}
|type="()"}
-बूंदी
-[[बूंदी]]
+नाथद्वारा
+[[नाथद्वारा]]
-किशनगढ़
-[[किशनगढ़]]
-जयपुर
-[[जयपुर]]
||'पट-चित्र' राजस्थान की नाथद्वारा शैली में अधिक बने थे। इस उप-शैली का अद्भव एवं विकास श्रीनाथ जी की मूर्ति प्रतिष्ठित किए जाने के अनंतर हुआ। इस शैली की सबसे बड़ी देन पिछवई चित्रण है। भगवान श्रीनाथ जी के स्वरूप सज्जा हेतु मंदिर में उनके मूर्ति के पीछे लगाए जाने वाले पट-चित्रों की कलात्मकता के कारण ये पिछवई बहुत प्रसिद्ध हैं।
||'पट-चित्र' [[राजस्थान]] की नाथद्वारा शैली में अधिक बने थे। इस उप-शैली का अद्भव एवं विकास श्रीनाथ जी की मूर्ति प्रतिष्ठित किए जाने के अनंतर हुआ। इस शैली की सबसे बड़ी देन पिछवई चित्रण है। भगवान श्रीनाथ जी के स्वरूप सज्जा हेतु मंदिर में उनके मूर्ति के पीछे लगाए जाने वाले पट-चित्रों की कलात्मकता के कारण ये पिछवई बहुत प्रसिद्ध हैं।


{दिल्ली का लाल किला किसके पुत्र द्वारा बनवाया गया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-3
{[[दिल्ली]] का [[लाल क़िला]] किसके पुत्र द्वारा बनवाया गया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-3
|type="()"}
|type="()"}
-अकबर
-[[अकबर]]
-औरंगजेब
-[[औरंगज़ेब]]
-हुमायूं
-[[हुमायूं]]
+जहांगीर
+[[जहांगीर]]
||जहांगीर के पुत्र शाहजहां ने दिल्ली में अपने नाम पर 'शाहजहांबावाद', नामक एक नगर की स्थापना वर्ष 1648 ई. में की तथा वहां अनेक सुंदर एवं वेभवपूर्ण भवनों के निर्माण कर उसे सुसज्जित करने का प्रयास किया। शाहजहांनाबाद के भवनों में लाल किला प्रमुख है। यह चतुर्भुज आकार का किला लाल बलुआ पत्थर से निर्मिण होने के कारण लाल किले के नाम से प्रसिद्ध है। इसका निर्माण कार्य वर्ष 1648 में पूर्ण हुआ। शाहजहां द्वारा बनवाए गए अन्य प्रमुख स्मारक हैं-ताजमहल (आगरा), जामा मस्जिद (दिल्ली), मोती मस्जिद (लाहौर) आदि।
||[[जहांगीर]] के पुत्र [[शाहजहाँ]] ने [[दिल्ली]] में अपने नाम पर '[[शाहजहांनाबाद]]', नामक एक नगर की स्थापना वर्ष 1648 ई. में की तथा वहां अनेक सुंदर एवं वेभवपूर्ण भवनों के निर्माण कर उसे सुसज्जित करने का प्रयास किया। शाहजहांनाबाद के भवनों में [[लाल किला]] प्रमुख है। यह चतुर्भुज आकार का क़िला लाल बलुआ पत्थर से निर्मिण होने के कारण लाल किले के नाम से प्रसिद्ध है। इसका निर्माण कार्य वर्ष 1648 में पूर्ण हुआ। शाहजहाँ द्वारा बनवाए गए अन्य प्रमुख स्मारक हैं-[[ताजमहल]] ([[आगरा]]), [[जामा मस्जिद]] (दिल्ली), मोती मस्जिद (लाहौर) आदि।


{'कांगड़ा शैली' में कितने प्रकार की नायिकाएं होती थीं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-3
{'[[कांगड़ा चित्रकला|कांगड़ा शैली]]' में कितने प्रकार की नायिकाएं होती थीं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-3
|type="()"}
|type="()"}
-दो
-दो
पंक्ति 232: पंक्ति 225:
+तीन
+तीन
-पांच
-पांच
||नारी अंकन का सुंदर चित्रण पहाड़ी शैली की प्रमुख विशेषताओं में से एक थी। नायिका भेद संबंधी चित्र के अंतर्गत विविध प्रकार की नायिकाओं का वर्णन किया गया है। कांगड़ा शैली में चित्रकारों ने 3 प्रकार की आयिकाओं का अंकन किया है। 1.स्वकीया, 2. परकीया तथा, 3.सामान्य। इन नायिकाओं की आठ अवस्ताएं मानी गई हैं। वे इस प्रकार हैं- स्वाधीनपतिका, उत्का, वासक सज्जा, खंडिता, अभिसंघिता, प्रेषित पतिका, विप्रलब्धा और अभिसारिका आदि।
||नारी अंकन का सुंदर चित्रण [[पहाड़ी चित्रकला|पहाड़ी शैली]] की प्रमुख विशेषताओं में से एक थी। नायिका भेद संबंधी चित्र के अंतर्गत विविध प्रकार की नायिकाओं का वर्णन किया गया है। कांगड़ा शैली में चित्रकारों ने 3 प्रकार की नायिकाओं का अंकन किया है। 1.स्वकीया, 2. परकीया तथा, 3.सामान्य। इन नायिकाओं की आठ अवस्थाएं मानी गई हैं। वे इस प्रकार हैं- स्वाधीनपतिका, उत्का, वासक सज्जा, खंडिता, अभिसंघिता, प्रेषित पतिका, विप्रलब्धा और अभिसारिका आदि।


{प्रसिद्ध चित्रकार राजा रवि वर्मा का जन्म कहां हुआ था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-3
{प्रसिद्ध चित्रकार राजा रवि वर्मा का जन्म कहां हुआ था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-3
|type="()"}
|type="()"}
-उत्तर प्रदेश
-[[उत्तर प्रदेश]]
+केरल
+[[केरल]]
-कनार्टक
-[[कर्नाटक]]
-पश्चिम बंगाल
-[[पश्चिम बंगाल]]
||राजा रवि वर्मा का जन्म 29 अप्रैल, 1848 को केरल के एक छोटे कस्बे किलिमनूर (त्रावणकोर) में हुआ था। वे अपने विस्मय पेंटिंग के लिए जाने जाते हैं जो मुख्यत: रामायण एवं महाभारत महाकाव्यों के इर्द-गिर्द घूमता है। इनकी मृत्यु 2 अक्टूबर, 1906 को हुई थी।
||राजा रवि वर्मा का जन्म [[29 अप्रैल]], 1848 को [[केरल]] के एक छोटे कस्बे किलिमनूर (त्रावणकोर) में हुआ था। वे अपने विस्मय पेंटिंग के लिए जाने जाते हैं जो मुख्यत: [[रामायण]] एवं [[महाभारत]] महाकाव्यों के इर्द-गिर्द घूमता है। इनकी मृत्यु [[2 अक्टूबर]], [[1906]] को हुई थी।


{बाइजेइटाइन-कला का प्रथम स्वर्णिम युग किस सम्राट का है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-101,प्रश्न-4
{बाइजेन्टाइन-कला का प्रथम स्वर्णिम युग किस सम्राट का है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-101,प्रश्न-4
|type="()"}
|type="()"}
-हेड्रियन
-हेड्रियन
पंक्ति 248: पंक्ति 241:
+जस्टीनियन
+जस्टीनियन
-वेस्पियन
-वेस्पियन
||बाइजेन्टाइन-कला का प्रथम स्वर्णिम युग जस्टीनियन का शासनकाल था। जस्टीनियन के शासनकाल में सर्वोत्कृष्ट दर्जे के बड़े आकारों के व चमकीले पच्चीकारी चित्र बनाए गए। जस्टीनियन के समय विशुद्ध आलंकारिक कार्य अधिक प्रचलित थे। आकृति मूलक विषयों के अतिरिक्त पशु-पक्षी तथा ज्यामितीय अभिप्राय संभवत: फारस आदि से आयातित टेक्सटाइल डिजाइनों की अनुकृति पर बने। कहीं-कहीं कूफी लिपि को उसका अर्थ समझे बिना ही, आलंकारिक अभिप्राय के रूप में प्राय: शिलाओं के हाथियों में उत्कीर्ण किया गया। ऐसी शिलाओं की एक पूरी शृंखला एथेंस के चर्च की दीवारों पर है जिसे 'लिटिल मेट्रोपोलिस' कहा जाता है।
||बाइजेन्टाइन-कला का प्रथम स्वर्णिम युग जस्टीनियन का शासन काल था। जस्टीनियन के शासन काल में सर्वोत्कृष्ट दर्जे के बड़े आकारों के व चमकीले पच्चीकारी चित्र बनाए गए। जस्टीनियन के समय विशुद्ध आलंकारिक कार्य अधिक प्रचलित थे। आकृति मूलक विषयों के अतिरिक्त पशु-पक्षी तथा ज्यामितीय अभिप्राय संभवत: फ़ारस आदि से आयातित टेक्सटाइल डिजाइनों की अनुकृति पर बने। कहीं-कहीं कूफी लिपि को उसका अर्थ समझे बिना ही, आलंकारिक अभिप्राय के रूप में प्राय: शिलाओं के हाथियों में उत्कीर्ण किया गया। ऐसी शिलाओं की एक पूरी शृंखला एथेंस के चर्च की दीवारों पर है जिसे 'लिटिल मेट्रोपोलिस' कहा जाता है।


{यूरोप की प्रारंभिक पुनर्जागरण युग की कला का समय- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-104,प्रश्न-3
{[[यूरोप]] की प्रारंभिक पुनर्जागरण युग की कला का समय क्या है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-104,प्रश्न-3
|type="()"}
|type="()"}
-1400-1480 ई.
-1400-1480 ई.
पंक्ति 256: पंक्ति 249:
+1420-1500 ई.
+1420-1500 ई.
-1430-1510 ई.
-1430-1510 ई.
||पुनर्जागरण कला शैली की तिथि निर्धारण कठिन है तथापि जिओत्तो की कला से ही इसका आरंभ मानने पर जिओत्तो एक ओर गोथिक कला का अंतिम कलाकार और दूसरी ओर पुनरुत्थान का आरंभिक कलाकार हो जाता है। शास्त्रीय दृष्टि अर्थात मानववादी वैज्ञानिक दृष्टि इसके मूल में रही है। इसका प्रथम चरण मोटे तौर पर इटली में सन् 1420 से समझा जाता है। जिओत्तो को शामिल कर लेने पर पुनर्जागरण काल को 1340-30 से 1520-30 तक अथवा अंतिम चरण 1600 ई. तक माना जा सकता है। इस अवधि में रीतिवाद ही प्रचलित था। मनुष्य को इसका केंद्र बनाया गया। धार्मिक विषयों को मानवीय दृष्टि से अंकित किया गया।
||पुनर्जागरण कला शैली की तिथि निर्धारण कठिन है तथापि जिओत्तो की कला से ही इसका आरंभ मानने पर जिओत्तो एक ओर [[गोथिक कला]] का अंतिम कलाकार और दूसरी ओर पुनरुत्थान का आरंभिक कलाकार हो जाता है। शास्त्रीय दृष्टि अर्थात मानववादी वैज्ञानिक दृष्टि इसके मूल में रही है। इसका प्रथम चरण मोटे तौर पर [[इटली]] में सन 1420 से समझा जाता है। जिओत्तो को शामिल कर लेने पर पुनर्जागरण काल को 1340-30 से 1520-30 तक अथवा अंतिम चरण 1600 ई. तक माना जा सकता है। इस अवधि में रीतिवाद ही प्रचलित था। मनुष्य को इसका केंद्र बनाया गया। धार्मिक विषयों को मानवीय दृष्टि से अंकित किया गया।




पंक्ति 262: पंक्ति 255:




{फ्रैंको-कैंटेब्रियन क्षेत्र संबंधित है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-5,प्रश्न-4
{फ्रैंको-कैंटेब्रियन क्षेत्र किससे संबंधित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-5,प्रश्न-4
|type="()"}
|type="()"}
-धार्मिक कर्मकांड से
-धार्मिक कर्मकांड
+प्रागैतिहासिक कला से
+प्रागैतिहासिक कला  
-आदिम गीत से
-आदिम गीत
-मध्यकालीन कला से
-मध्यकालीन कला
||फ्रैंको-कैंटाब्रियन क्षेत्र की कलात्मक गुफ़ाओं का पता उन्नीसवीं शती के अंत में चला था। इन गुफ़ाओं में दीवारों तथा छतों पर अंकित चित्रों के रूप में हिमयुग (प्रागैतिहासिक कला) तक की प्राचीन सामग्री सुरक्षित है। इन चित्रों में अंकित पशुओं का अस्तित्व अब समाप्त हो चुका है। इनके अतिरिक्त इनमें  अनेक उत्कीर्ण चित्र संकेताक्षर बने हुए हैं।
||फ्रैंको-कैंटाब्रियन क्षेत्र की कलात्मक गुफ़ाओं का पता उन्नीसवीं शती के अंत में चला था। इन गुफ़ाओं में दीवारों तथा छतों पर अंकित चित्रों के रूप में हिमयुग (प्रागैतिहासिक कला) तक की प्राचीन सामग्री सुरक्षित है। इन चित्रों में अंकित पशुओं का अस्तित्व अब समाप्त हो चुका है। इनके अतिरिक्त इनमें  अनेक उत्कीर्ण चित्र संकेताक्षर बने हुए हैं।



12:42, 8 अप्रैल 2017 का अवतरण

1 प्रागैतिहासिक कला अर्थ क्या है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-5,प्रश्न-1

आधुनिक कला
मध्यकालीन कला
सिंधु घाटी सभ्यता की कला
ऐतिहासिक कला के पूर्व की कला

2 'अल्टामीरा' गुफ़ा कहाँ स्थित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-1

फ्रांस
स्पेन
इटली
रोम

3 अजंता में कितनी जातक कथाएं चित्रित हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-36,प्रश्न-63

548
547
347
550

4 गोथिक कला में किसका विकास हुआ था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-38,प्रश्न-1

रंगीन कांच की खिड़कियों का
मणिकुट्टिम का
पुस्तक चित्रण का
पट्टिका चित्रण का

5 किस मुग़लकालीन चित्रकार को 'पूर्व का राफेल' की संज्ञा दी गयी है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-1

अब्दुलस्समद
दसवंत
बिहजाद
मंसूर

6 चित्रकार मानकू द्वारा चित्रित ग्रंथ क्या है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-1

रामायण
गीत गोविंद
महाभारत
रसिकप्रिया

7 प्रसिद्ध कलाकार राजा रवि वर्मा का जन्म किस राज्य में हुआ था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-1

महाराष्ट्र
पंजाब
बंगाल
केरल

8 बाइजेंटाइन कला का आरम्भिक समय क्या है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-101,प्रश्न-1

दूसरी से दसवीं शताब्दी
तीसरी से चौदहवीं शताब्दी
चौथी से पंद्रहवीं शताब्दी
पांचवीं से सोलहवीं शताब्दी

9 पुनरुत्थान कला शैली किस पर आधारित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-104,प्रश्न-1

मानवीयता
मूर्तिपूजा
इब्सट्रेशनिज्म
प्रभाववाद

10 प्रागैतिहासिक चित्रों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा कथन असत्य है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-5,प्रश्न-2

प्रागैतिहासिक चित्रों का मुख्य विषय शिकार रहा है।
प्रागैतिहासिक चित्र गुफ़ावासियों द्वारा बिना किसी कला-दक्षता के बनाए गए हैं।
प्रागैतिहासिक चित्रों में दमकता लाल, चमकीला नीला एवं प्रफुल्ल हरा रंग भरा गया है।
मानव व पशु आकृतियों को बनाने से पहले गुफ़ा की भितियों पर पृष्ठभूमि में कहीं कोई रंग की तह नहीं लगाई गई है।

11 अल्टामीरा की गुफ़ाओं में किस जानवर का चित्र अधिक दिखाई पड़ता है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-2

बैल
हाथी
भालू
जंगली भैंसा

12 जातक कथाएं क्या हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-36,प्रश्न-64

राजाओं की कहानियां
गणेश की कहानियां
काली का प्रताप
बुद्ध के पूर्व जन्म की कथाएं

13 स्टेण्ड ग्लास विधा किस युग में विकसित हुई थी? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-38,प्रश्न-6

रोमनस्क युग
बाइजेन्टाइन युग
गोथिक युग
आधुनिक युग

14 निम्न में से किस शासक के समय में नाथ संप्रदाय संबंधी चित्र बने? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-47,प्रश्न-1

जोधपुर के महाराजा मान सिंह
किशनगढ़ के नागरी दास
जयपुर के सवाई जयसिंह
बूंदी के राव बुद्ध सिंह

15 'पट-चित्र' राजस्थान की किस शैली में अधिक बने थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-47,प्रश्न-2

बूंदी शैली
नाथद्वारा शैली
मेवाड़ शैली
अलवर शैली

16 अबुल हसन के पिता का क्या नाम था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-2

बसावन
आकारिजा
मनोहर
मंसूर

17 नारी अंकन का सुंदर चित्रण किस शैली में है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-2

पहाड़ी
राजस्थानी
जैन
मुग़ल

18 रवि वर्मा कहां के हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-2

बंगाल
मैसूर
चेन्नई
केरल

19 कला में आकृतियों के चित्रण का निषेध किस प्रकार की कला में किया गया है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-101,प्रश्न-3

गोथिक कला
बाइजेंटाइन-कला
ईसाई कला
रोमन कला

20 गोथिक युग का वह चित्रकार कौन था, जिसके चित्रों ने पुनर्जागरण काल की चित्रकला को जन्म दिया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-104,प्रश्न-2

चिमाबू
दुच्चो
जिओत्तो
बॉत्तीचेल्ली

21 फ्रैंको-कैंटाब्रियन क्षेत्र किसे कहते हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-5,प्रश्न-3

यूरोपीय प्रागैतिहासिक चित्रों का प्रमुख केंद्र
फ़्राँस की प्रारंभिक कला का प्रमुख केंद्र
फ़्राँस का मिदी क्षेत्र
भूमध्य सागरीय कला का केंन्द्र

22 स्पेन की प्रागैतिहासिक चित्रकला में क्या चित्रित हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-3

रेड डियर
मानव
बाइसन
उपर्युक्त सभी

23 जातक कथाएं किस के जीवन पर आधारित हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-36,प्रश्न-65

महावीर
शिव
महात्मा बुद्ध
शंकराचार्य

24 अंतर्राष्ट्रीय गोथिक शैली का स्पापत्य कहाँ पाया जाता है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-38,प्रश्न-7

इंग्लैंड
जर्मनी
इटली
उपरोक्त सभी

25 राजस्थान के पिछवई चित्र किस क्षेत्र के हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-47,प्रश्न-3

बूंदी
नाथद्वारा
किशनगढ़
जयपुर

26 दिल्ली का लाल क़िला किसके पुत्र द्वारा बनवाया गया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-3

अकबर
औरंगज़ेब
हुमायूं
जहांगीर

27 'कांगड़ा शैली' में कितने प्रकार की नायिकाएं होती थीं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-3

दो
सात
तीन
पांच

28 प्रसिद्ध चित्रकार राजा रवि वर्मा का जन्म कहां हुआ था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-3

उत्तर प्रदेश
केरल
कर्नाटक
पश्चिम बंगाल

29 बाइजेन्टाइन-कला का प्रथम स्वर्णिम युग किस सम्राट का है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-101,प्रश्न-4

हेड्रियन
कांस्टेन्टाइन
जस्टीनियन
वेस्पियन

30 यूरोप की प्रारंभिक पुनर्जागरण युग की कला का समय क्या है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-104,प्रश्न-3

1400-1480 ई.
1410-1490 ई.
1420-1500 ई.
1430-1510 ई.

31 फ्रैंको-कैंटेब्रियन क्षेत्र किससे संबंधित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-5,प्रश्न-4

धार्मिक कर्मकांड
प्रागैतिहासिक कला
आदिम गीत
मध्यकालीन कला

32 सर्वप्रथम अल्टामीरा गुफ़ा में चित्रों की खोज किसने की? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-4

डी. पिरानी
मारिया सातुओला
ई. रेवियर
एच. ब्रुइल

33 महात्मा बुद्ध के पूर्व जन्मों की काल्पनिक कथाएं किससे संबंधित हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-66

पंचतंत्र
जातक कथाएं
हितोपदेश
इनमें से कोई नहीं

34 गोथिक कला शैली मुख्यत: है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-38,प्रश्न-8

चित्र शैली
मूर्ति शैली
स्थापत्य शैली
इनमें से कोई नहीं

35 पिछवई लोक चित्र कहां मिलता है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-47,प्रश्न-4

राजस्थान
गुजरात
बिहार
कर्नाटक

36 जहांगीर के बेटे ने कौन-सा किला बनवाया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-4

लाल किला
दिलवाड़ा का किला
इंदौर का किला
इनमें से कोई नहीं

37 अंडाकार रूप में व्यक्ति चित्रण किस शैली में हुआ? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-4

राजस्थानी शैली
कंपनी शैली
अपभ्रंश शैली
पहाड़ी शैली

38 राजा रवि वर्मा का जन्म 1848 में इस स्थान पर हुआ- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-4

मदुरा
त्रिवांकुर
मैसूर
किलिमनूर

39 बाइजेन्टाइन-कला का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण पाया जाता है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-101,प्रश्न-5

बेसिलिका गिर्जा में
सान विताले गिर्जा में
सेंट मार्क गिर्जा में
सेंट बसील गिर्जा में

40 मानवतावाद किसकी कुंजी है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-104,प्रश्न-4

पुनरुत्थानवाद
स्वच्छंदवाद
यथार्थवाद
उत्तर प्रभाववाद

41 भारत में प्रागैतिहासिक चित्र कहां प्राप्त हुए है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-5,प्रश्न-5

मुजफ्फरपुर
बिन्दकी
खुर्जापुर
सरगुजा

42 अल्टामीरा की गुफ़ाएं किस देश में हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-5

इटली
इंग्लैंड
फ्रांस
स्पेन

43 इनमें से कौन असंबद्ध है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-68

मुगल चित्रकला
राजस्थानी वित्रकला
कांगड़ा चित्रकला
अजंता चित्रकला

44 गोथिक स्थापत्य शैली का प्रमुख निदर्शन है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-9

सेंट डेनिस कैथेड्रल
चार्ट्रेस कैथेड्रल
मॅन्स गिर्जा
फ्लोरेन्स का गिर्जा

45 पिछवई किसके लिए चित्रित की गई? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-47,प्रश्न-5

मंदिर
स्तूप
महल
गुहा

46 हमायूं का मकबरा किसने वनवाया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-5

अकबर
बाबर
जहांगीर
शाहजहां

47 पहाड़ी चित्रों का निर्माण कब से प्रारंभ हुआ? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-5

20 वीं शताब्दी
18वीं शताब्दी
11वीं शताब्दी
21वीं शताब्दी

48 राजा रवि वर्मा का जन्म किस राज्य में हुआ था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-5

उड़ीसा
मध्य प्रदेश
केरल
गुजरात

49 बाइजेन्टाइन-कला की विशेषता है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-6

मोजैक भित्तिचित्र
चित्रित भित्तिचित्र
टेराकोटा भित्तिचित्र
फ्रेस्को भित्तिचित्र

50 पुनरुत्थान कला का केंद्र था- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-104,प्रश्न-5

जर्मनी
इंग्लैंड
इटली
फ्रांस

51 प्रागैतिहासिक भारतीय चित्रकला किस सतह पर बनाई गई? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-5,प्रश्न-6

लकड़ी के पटों पर
वृक्ष की छालों पर
ताल-पत्रों पर
चट्टानों पर

52 अल्टामीरा का गुफ़ा चित्र कहां स्थित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-6

स्पेन
फ्रांस
इटली
भारत

53 राजस्थानी (जयपुर) शैली के भित्ति-चित्र बनाए जाते हैं- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-1

संगमरमर पर
गीली सतह पर
सूखी सतह पर
ईंट की सतह पर

54 इटली के गोथिक काल के चित्रकारों में प्रमुख कलाकार कौन थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-10

दूशियो
एम्ब्रॉजियो लोरंजेट्टी
जॉन वान आईक
जिओत्तो

55 राजा उम्मेद सिंह ने किस क्षेत्र शैली को मौलिकता प्रदान की? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-47,प्रश्न-6

बूंदी शैली को
किशनगढ़ शैली को
अलवर शैली को
कोटा शैली को

56 'आइने अकबरी' पुस्तक के लेखक कौन थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-6

केशव
जगन्नाथ
दसवन्त
अबुल फजल

57 पहाड़ी पेंटिंगें किस समय विकसित थीं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-6

बिलम्बित 17 से प्रारम्भिक 18 वीं शताब्दी
प्रारम्भिक 15 से विलम्बित 17 वीं शताब्दी
विलम्बित 18 और प्रारम्भिक 19 वीं शताब्दी
प्रारम्भिक 18 से विलम्बित 19 वीं शताब्दी

58 राजा रवि वर्मा की मृत्यु किस वर्ष हुई? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-6

1906
1918
1941
1921

59 प्रथम चरण की बाइजेन्टाइन-कला यहां पाई जाती है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-7

कांस्टेन्टीनोपल में
मास्को में
रैवेन्ना में
इस्ताम्बुल में

60 यूरोप की कला के पुनर्जागरण काल का प्रमुख कलाकार कौन था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-104,प्रश्न-6

मैसेचियो
लियोनार्दो द विंसी
पाओलो उचेल्लो
टिटियन

61 प्रागैतिहासिक चित्र क्या है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-5,प्रश्न-7

ग्रंथ चित्र
गुहा चित्र
कागज पर बने चित्र
वस्त्र पर बने चित्र

62 प्रागैतिहासिक काल के चित्र कहां स्थित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-7

अल्टामीरा
बर्लिन
हॉलैंड
रोमीरा

63 जयपुरी फ्रेसको चित्रण निम्न में से वर्तमान में किस केंद्र पर सिखाया जाता है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-2

वनस्थली
मद्रास
बंबई
वाराणसी

64 गोथिक कला के विकास में प्रमुख कारण कौन-से थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-11

नगरीकरण, व्यापारिक विकास एवं शक्ति-संपन्न राजसत्ता
जनमानस की आकांक्षाएं, नगरीकरण, धर्म गुरुओं
कलाकारों के समूह, धर्म, नवीन चेतना
नवीन कला धाराएं, नवीन विचार, धर्म

65 महान कला प्रेमी राजा हम्मेद सिंह (1771-1820 ई.) के समय में किस शैली में कार्य हुआ? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-47,प्रश्न-7

बूंदी
कोटा
कांगड़ा
मुगल

66 'आइने अकबरी' का मुख्य चित्रकार कौन था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-7

केशू दास
अबुल फजल
समशाद
मोलाराम

67 पहाड़ी चित्रकला मुख्यतया किस क्षेत्र की है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-7

राजस्थान की पहाड़ियों की
कश्मीर की पहाड़ियों की
पंजाब की पहाड़ियों की
उत्तर प्रदेश की पहड़ियों की

68 राजा रवि वर्मा जाने जाते हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-7

वॉश पेंटिंग के लिए
टेम्परा पेंटिंग के लिए
जल रंग पेंटिंग के लिए
तैल रंग पेंटिंग के लिए

69 सेंट बसील का गिर्जा कहां है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-8

रोम में
मॉस्को में
कांस्टेन्टीनोपल में
वियना में

70 पुनर्जागरण कला किस देश के केंद्रों में फली-फूली? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-105,प्रश्न-7

इटली
फ्रांस
इंगैंड
जर्मनी

71 प्रागैतिहासिक चित्रों के विषय क्या हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-6,प्रश्न-8

पशु
मानव
पक्षी
पशु-मानव-पक्षी

72 स्पेन की किस गुफ़ा में अंगुलियों से बनाई गई रेखाएं हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-8

लास्को
त्राय फ्रेरर्स
अल्टामीरा
ल कम्बारेली

73 जयलपुरी फ्रेस्को में निहित दीप्त रूप (चमचमाती सतह‌) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प सही है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-3

क्योंकि ये चमकदार पत्थर की सरह पर बनाए जाते हैं।
क्योंकि इन पर वार्निश की जाती है।
क्योंकि ये अकीक पत्थर से घोटाई करके चमकाए जाते हैं।
क्योंकि ये धूप में चमकते हैं।

74 किस काल में आंतरिक एवं ब्राह्म सज्जा एक साथ करने का विचार किया गया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-13

आधुनिक काल
रोमनस्क काल
बाइजेन्टाइन काल
गोथिक काल

75 'कोटा शैली' के उत्कृष्ट भित्ति-चित्र देखने को मिलते हैं- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-48,प्रश्न-8

झाला जी की हवेली में
आचार्य की हवेली में
सिटी पैलेस में
माधव निवास में

76 अकबर ने किस राज्य पर अपनी विजय के स्मारक के रूप में बुलंद दरवाजा बनवाया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-57,प्रश्न-8

गुजरात
बंगाल
उड़ीसा
दिल्ली

77 प्रकृति चित्रण को किस शैली के चित्रों में महत्त्व मिला? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-72,प्रश्न-8

पहाड़ी
राजस्थानी
मुगल
आधुनिक

78 'तैल चित्रण विधि' से चित्र बनाने वाले विख्यात भारतीय चित्रकार थे- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-8

नंदलाल बोस
राजा रवि वर्मा
अमृता शेरगिल
अबरीन्द्रनाथ टैगोर

79 बाइजेंटाइन-कला की श्रेष्ठ दूसरी बड़ी इमारत है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-9

डेन का गिर्जा
रोम का सेंट मारिया मेजिओरी गिर्जा
पूर्व यूरोप के केटाकौम्ब
हेगिया सोफिया गिर्जा

80 उच्च पुनर्जागरण काल के चित्रकार का नाम बताइए- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-105,प्रश्न-8

ज्योत्तो
फ्रा एंजेलिको
बोत्तिचेल्ली
राफेल

81 प्रागैतिहासि काल के चित्रों में सबसे अधिक चित्र किस प्रकार के मिले हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-6,प्रश्न-9

पशुओं के चित्र
आखेट के चित्र
मनुष्यों के चित्र
औजारों के चित्र

82 उत्तरी स्पेन में स्थित प्रागैतिहासिक क्षेत्र है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-9

सारागोसा
अल्टामीरा
ओविएडो
सेबास्टियन

83 यूरोपीय फ्रेस्को चित्रों की तकनीक का प्रभाव भारत की किस शैली पर पड़ा है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-4

बंगाल शैली
जयपुर फ्रेस्को शैली
मुगल शैली
पाल शैली

84 नुकीले मेहराव वाले भवनों का निर्माण किस युग में हुआ? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-14

गोथिक
रोमनस्क
रोमन
यूनान

85 राजस्थान की कोटा शैली के विषयों में सर्वोत्कृष्ट है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-48,प्रश्न-9

पशु
प्रतिकृति
रागमाला
नायिका

86 बुलंद दरवाजा की ऊंचाई है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-57,प्रश्न-9

150 फीट
234 फीट
134 फीट
124 फीट

87 पहाड़ी चित्रों में किस रंगों का प्रयोग किया गया है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-72,प्रश्न-9

गहरे
हल्के
काले
सफेद

88 तैल विधा में कार्य करने वाले प्रथम भारतीय चित्रकार हैं- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-9

89 बाइजेन्टाइन-कला में पीला रंग प्रतीक है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-10

सूर्य का
पीले फूल का
आग का
स्वर्ग का

90 माइकेल एंजेलो किसके समय में हुआ था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-105,प्रश्न-9

फासिज्म
घनचित्रण शैली
पुनर्जागरण
आभास चित्रण

91 गोथिक शैली के स्थापत्य का जन्म इससे हुआ- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-15

नाट्रेडम गिर्जा से
सेंट डेनिस गिर्जा से
एमिएंस गिर्जा से
रीम्स गिर्जा से

92 कोटा स्कूल की प्रमुख विशेषता है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-48,प्रश्न-10

राजकीय दृश्य
युद्ध दृश्य
शिकार दृश्य
पोर्ट्रेचर दृश्य

93 मुगल शैली की उत्पत्ति किन दो शैलियों के सम्मिलन से हुई- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-57,प्रश्न-10

बंगाली एवं पहाड़ी
कांगड़ा एवं दक्खिनी
राजस्थानी एवं ईरानी
ईरानी एवं बंगाली

94 'मौला राम' कौन थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-72,प्रश्न-10

मुगल चित्रकार
राजपूत चित्रकार
पहाड़ी चित्रकार
नेपाली चित्रकार

95 भारतीय की आधुनिक चित्रकला में तैल रंगों का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-10

रबींद्रनाथ टैगोर
राजा रवि वर्मा
बेन्द्रे
के.के. हेब्बर

96 बाइजेंटाइन-कला में छतों और दीवारों को किस विधि से अलंकृत किया गया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-11

मणिकुट्टिम
वॉश
फ्रेस्को-बूनो
फ्रेस्को-सेक्को

97 सिस्टीन चैपेल चित्र किसका बनाया हुआ है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-105,प्रश्न-10

राफेल
माइकेल एंजेलो
लियोनार्दो
कांसटेबल

98 प्रागैतिहासिक चित्र प्रधानतया किस विषय से संबंधित हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-6,प्रश्न-10

धर्म संबंधी
आखेट
युद्ध संबंधी
प्रकृति संबंधी

99 उत्तरी स्पेन में प्रागैतिहासिक गुफ़ा स्थित है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-10

अल्टामीरा में
लास्का में
नियाऊ में
फोंट-डी-गॉम में

100 इटैलियन 'फ्रेस्को पेंटिंग' की तकनीक किसके समान है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-5

अजंता भित्ति चित्र
बाघ फ्रेस्को
पहाड़ी चित्र
जयपुरी फ्रेस्को