गन्धयुक्ति कला

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अश्वनी भाटिया (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:09, 26 मई 2010 का अवतरण (Text replace - "{{चौंसठ कलाएँ जयमंगल}}" to "==सम्बंधित लिंक== {{चौंसठ कलाएँ जयमंगल}}")
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

जयमंगल के मतानुसार चौंसठ कलाओं में से यह एक कला है। इस कला के अन्तर्गत सुगन्धित धूप बनाना आता है। सुगन्धित धूप का प्रयोग भगवान की पूजा करने में प्रयोग किया जाता है।


सम्बंधित लिंक