1 प्राकृतिक अवस्था में समझौते के बाद कौटिल्य ने जिस राजा को माना है, उसका क्या नाम है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-588
2 प्लेटो के लिखे ग्रन्थों में राजनीतिक दृष्टि से सबसे महत्त्वपूर्ण किसे माना जाता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-591
3 मैक्यावली का जन्म इटली के किस नगर में हुआ था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-597
4 जरमी बेंथम का जन्म कब हुआ था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-609
5 "मार्क्स ने क्रांति का उल्लेख अवश्य किया था, किन्तु उसे किस प्रकार क्रियान्वित किया जाना चाहिए, उस विषय पर वह मौन रहा।" यह किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-622
6 'समान स्वतंत्रता का सिद्धान्त' रॉल्स के 'न्याय के सिद्धान्त' में क्या स्थान रखता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-625
7 भारत में महात्मा गाँधी ने प्रथम 'सत्याग्रह आंदोलन' की शुरुआत कब की?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-627
8 अर्थशास्त्र को निम्न में से किन विचारकों ने कौटिल्य की रचना माना है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-588
9 निम्न में से किसका सबसे अधिक प्रभाव प्लेटो पर था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-591
10 मैक्यावली का जन्म किस सन में हुआ था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-597
11 यह किसका कथन है कि "राज्य का निर्माण व्यक्तियों द्वारा होता है तथा उनके बिना राज्य एक बाँझ गाय के समान है।"(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-588
12 प्लेटो नें अपनी प्रसिद्ध अकादमी की स्थापना कब की थी?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-591
13 किसने मैक्यावली को 'अपने युग का शिशु' कहा?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-597
14 "सुख की मात्रा समान होने पर पुशोपन भी उतना ही श्रेष्ठ है, जितना काव्यपाठ।" यह किसका मत है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-609
15 मार्क्सवादी विचारों को प्रत्यक्षत: अपनाने का श्रेय किसको है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-622
16 निम्नलिखित समकालीन उदारवादियों में से कौन-सा विचारक उपयोगितावादी सिद्धान्त का खण्डन करता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-625
17 "ब्रिटिश संसद बाँझ और वैश्या है", यह किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-627
18 कौन-से मापदण्ड का प्रयोग समाज के स्तर पर किया जाता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-609
19 कौटिल्य द्वारा रचित 'अर्थशास्त्र' को कितने अधिकरणों में विभाजित किया गया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-588
20 'व्हाट इज टू बी डन' निम्न में से किसकी कृति है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-623