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कविता बघेल 9
पेमा खांडू
पेमा खांडू
पूरा नाम पेमा खांडू
जन्म 21 अगस्त, 1979
जन्म भूमि तवांग ज़िला, इटानगर
अभिभावक पूर्व मुख्यमंत्री दोरजी खांडू
संतान 2 बेटे और एक बेटी
नागरिकता भारतीय
पार्टी भारतीय जनता पार्टी
पद अरुणाचल प्रदेश के 9वें मुख्यमंत्री
शिक्षा स्नातक
विद्यालय हिंदू कॉलेज, दिल्ली
अन्य जानकारी पेमा खांडू ने 16 सितम्बर 2016 को 43 सत्तापक्ष विधायकों के साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस छोड़कर पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल में शामिल होग गये और भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार बनाई।

पेमा खांडू (अंग्रेज़ी: Pema Khandu, जन्म: 21 अगस्त, 1979 तवांग ज़िला, ईटानगर) भारत के सबसे युवा और अरुणाचल प्रदेश के 9वें मुख्यमंत्री है। 36 साल के पेमा खांडू ने नबाम तुकी की जगह मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला है। दिवंगत नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दोरजी खांडू के बेटे पेमा पहले पर्यटन मंत्री थे। ये उन 20 बागी विधायकों में शामिल थे, जिन्होंने नाबाम के खिलाफ आवाज उठाई थी। बागी विधायकों की बदौलत ही इन्हें सत्ता हाथ लगी है। मुख्यमंत्री पद को संभालने के साथ ही पेमा देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री बन गए हैं।[1]

परिचय

पेमा खांडू का जन्म 21 अगस्त, 1979 को तवांग ज़िले के ज्ञांगखार गांव में हुआ था। इनके पिता दोरजी खांडू, जो पूर्व मुख्यमंत्री थे जिनका निधन चीन की सीमा पर स्थित तवांग ज़िले के लुगुथांग के पास वर्ष 2011 में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हो गया था। पेमा खांडू परिवार के सबसे बड़े बेटे थे। जिन्होंने दिल्ली के प्रतिष्ठित हिन्दू कॉलेज से स्नातक की पढाई की और पिता की मौत के बाद राजनीति में उतरे। पेमा खांडू के दो बेटे और एक बेटी है। यह मोनपा अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखते हैं। यह वर्ष 2000 में कांग्रेस में शामिल हुए थे और वर्ष 2005 में अरूणाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव तथा 2010 में तवांग ज़िला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने थे। पेमा खांडू को 2014 विधानसभा चुनावों में मुक्तो से फिर से निर्विरोध चुना गया था। यह जापान, थाईलैंड, मकाउ, श्रीलंका, अमेरिका, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका और भूटान की यात्रा कर चुके हैं और कई सामाजिक सांस्कृतिक संगठनों से जुड़े हैं। यह फ़ुटबॉल, क्रिकेट, बैडमिंटन और वॉलीबाल जैसे कई खेलों के शौकीन हैं।[2]

राजनीतिक सफर

पेमा खांडू पिता की मृत्यु के बाद जल संसाधन विकास और पर्यटन मंत्री के रूप में राज्य सरकार में शामिल हो हुए। इन्होंने जून 2011 में अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र मुक्तो से अरुणाचल प्रदेश विधान सभा चुनाव निर्विरोध जीता था। ये इस समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप खड़े थे। 2005 में यह अरुणाचल प्रदेश के कांग्रेस समिति के सचिव बने। 2010 में यह तवांग ज़िला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष बन गए। 16 जुलाई, 2016 को यह कांग्रेस के विधायक दल के नेता के रूप में चुनाव लड़े थे। 2014 में इन्होंने मुक्तो से फिर विधान सभा चुनाव लड़ा और निर्विरोध ही जीत गए। 37 वर्ष में 17 जुलाई 2016 को इन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। 16 सितम्बर 2016 को पेमा खांडू 43 सत्तापक्ष विधायकों के साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस छोड़कर पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल में शामिल होग गये और भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार बनाई। 31 दिसम्बर 2016 को यह पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल के 33 विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और सरकार का गठन किया।