"गीत" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) |
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
*गायन शैली और ताल का घनिष्ठ सम्बन्ध है। जैसे ख्याल के लिए तीनताल, एकताल, झूमरा आदि ध्रुपद के लिए चारताल, तीवरा, शूल आदि तथा ठुमरी के लिए दीपचन्दी, व जपताल हैं। | *गायन शैली और ताल का घनिष्ठ सम्बन्ध है। जैसे ख्याल के लिए तीनताल, एकताल, झूमरा आदि ध्रुपद के लिए चारताल, तीवरा, शूल आदि तथा ठुमरी के लिए दीपचन्दी, व जपताल हैं। | ||
− | {{ | + | |
+ | <br /> | ||
+ | |||
+ | {{गीत}} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> |
11:48, 14 अक्टूबर 2013 का अवतरण
गीत स्वर और लय ताल बद्ध शब्दों की सुन्दर रचना को कहते हैं।
- आधुनिक काल में ध्रुपद, धमार, ठुमरी, आदि निबद्ध संगीत (तालबद्ध संगीत) का प्रचार है। ये गीत के प्रकार कहलाते हैं।
- गीत के प्रकार गायन शैली पर आधारित होते हैं। गायन शैली के आधार पर ही एक गीत दूसरे से अलग होता है।
- ध्रुपद, ख़याल, ठुमरी आदि में भिन्नता का आधार यह है कि इनकी गायन शैली एक दूसरे से अलग होती है।
- गायन शैली और ताल का घनिष्ठ सम्बन्ध है। जैसे ख्याल के लिए तीनताल, एकताल, झूमरा आदि ध्रुपद के लिए चारताल, तीवरा, शूल आदि तथा ठुमरी के लिए दीपचन्दी, व जपताल हैं।
भारतकोश पर उपलब्ध गीत | |||
---|---|---|---|
|
|