एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "२"।

वीर बल्लाल तृतीय

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.

वीर बल्लाल तृतीय होयसल वंश का अंतिम राजा था। देवगिरि के यादवों के समान ही होयसालों की स्वतंत्र सत्ता का अन्त भी अलाउद्दीन ख़िलजी के द्वारा ही हुआ।

  • 1310 ई. में सुल्तान अलाउद्दीन ख़िलजी के सेनापति मलिक काफ़ूर ने दक्षिण भारत की विजय करते हुए द्वारसमुद्र पर भी आक्रमण किया और उसे जीत लिया।
  • वीर बल्लाल तृतीय को क़ैद करके दिल्ली ले जाया गया और उसने अलाउद्दीन ख़िलजी का वशवर्ती और करद होना स्वीकार कर लिया।
  • अलाउद्दीन के वापस लौट जाने पर बल्लाल ने भी अफ़ग़ान सरदार का जुआ उतार फैंकने का प्रयत्न किया, यद्यपि इसमें वह सफल नहीं हो सका।
  • सुल्तान अलाउद्दीन ख़िलजी ने अंत में 1326 ई. में होयसल वंश का अंत कर दिया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख