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− | गुड़गांव की स्थापना [[15 अगस्त]] [[1979]] ई॰ को की गई थी। [[महाभारत]] काल में राजा [[युधिष्ठिर]] ने गुड़गांव को अपने धर्मगुरू [[द्रोणाचार्य]] को उपहार स्वरूप दिया था और आज भी उनके नाम पर एक तालाब के भग्नावशेष तथा एक मंदिर प्रतीक के तौर पर विद्यमान हैं। इस कारण इसका नाम गुरूगांव पड़ा था। बाद में समय के साथ इसका नाम गुडगांव हो गया। ==कृषि और खनिज== | + | गुड़गांव की स्थापना [[15 अगस्त]] [[1979]] ई॰ को की गई थी। [[महाभारत]] काल में राजा [[युधिष्ठिर]] ने गुड़गांव को अपने धर्मगुरू [[द्रोणाचार्य]] को उपहार स्वरूप दिया था और आज भी उनके नाम पर एक तालाब के भग्नावशेष तथा एक मंदिर प्रतीक के तौर पर विद्यमान हैं। इस कारण इसका नाम गुरूगांव पड़ा था। बाद में समय के साथ इसका नाम गुडगांव हो गया। |
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गेहूँ, तिलहन, बाजरा, ज्वार और दलहन महत्त्वपूर्ण फ़सलें हैं। | गेहूँ, तिलहन, बाजरा, ज्वार और दलहन महत्त्वपूर्ण फ़सलें हैं। | ||
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12:33, 18 अगस्त 2010 का अवतरण
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गुड़गांव शहर, दक्षिण-पूर्व हरियाणा राज्य, पश्चिमोत्तर भारत में स्थित है। गुड़गांव बहुत ही ख़ूबसूरत स्थान है। इसके उत्तर में रोहतक और दिल्ली, पूर्व में फ़रीदाबाद और दक्षिण में उत्तर प्रदेश स्थित है।
इतिहास
गुड़गांव की स्थापना 15 अगस्त 1979 ई॰ को की गई थी। महाभारत काल में राजा युधिष्ठिर ने गुड़गांव को अपने धर्मगुरू द्रोणाचार्य को उपहार स्वरूप दिया था और आज भी उनके नाम पर एक तालाब के भग्नावशेष तथा एक मंदिर प्रतीक के तौर पर विद्यमान हैं। इस कारण इसका नाम गुरूगांव पड़ा था। बाद में समय के साथ इसका नाम गुडगांव हो गया।
कृषि और खनिज
गेहूँ, तिलहन, बाजरा, ज्वार और दलहन महत्त्वपूर्ण फ़सलें हैं।
उद्योग और व्यापार
यह औद्योगिक विकास का गलियारा बन चुका है। गुड़गांव में सूती वस्त्र, यंत्रचालित बुनाई और कृषि उपकरणों से संबंधित उद्योग हैं।
यातायात और परिवहन
यह शहर दिल्ली से 30 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में दिल्ली-जयपुर राजमार्ग पर स्थित है।
जनसंख्या
2001 की जनगणना के अनुसार इस शहर की जनसंख्या 1,73,542, ग्रामीण की जनसंख्या 17,100 और ज़िले की कुल जनसंख्या 16,57,669 है।
विकास
गुड़गांव का कुछ दिनों में जबरदस्त औद्योगिकरण हुआ है। यहाँ पर कई बहुर्राष्ट्रीय कम्पनियों के कारख़ाने स्थापित किए गए हैं। हजारों मजदूर यहाँ काम करके अपनी आजीविका कमाते हैं। इसके अलावा गुड़गांव को आई.टी. सेक्टर का गढ़ भी कहा जाता है। गुडगांव ने कुछ ही समय में जबरदस्त प्रगति की है और हरियाणा सरकार इसे नई ऊँचाईयों तक ले जाने के लिए यहाँ नई परियोजनाएँ शुरू करने की कोशिश कर रही है। इस शहर को साइबर सिटी के रूप में नई पहचान मिल रही है।
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