तरलोचन सिंह

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तरलोचन सिंह

तरलोचन सिंह (अंग्रेज़ी: Tarlochan Singh, जन्म- 28 जुलाई, 1933) को दुनिया भर में सिक्ख समुदाय के हक और बेहतरी के लिए कार्य करने के लिए जाना जाता है। उन्होंने सिक्खों के बचाव और बंदोबस्त के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए हैं। तरलोचन सिंह को सिक्ख इतिहास पर कई चर्चित कैलेंडर प्रकाशित करने और संग्रहालय बनवाने में योगदान के लिए जाना जाता है। देश के भूतपूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के प्रेस सचिव रहे तरलोचन सिंह को 2021 में भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।

  • 28 जुलाई, 1933 को झेलम (अब पाकिस्तान में) में जन्मे तरलोचन सिंह के पास पंजाब और केंद्र सरकारों में विभिन्न पदों पर कार्य करने का व्यापक प्रशासनिक अनुभव है।
  • उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से एम.ए. (अर्थशास्त्र) पूरा किया।
  • सन 1983 से 1987 तक भारत के राष्ट्रपति के प्रेस सचिव के रूप में कार्य किया।
  • उन्होंने 1970 में संयुक्त सचिव, विकास, पंजाब मार्कफेड (एशिया का सबसे बड़ा सहकारी संगठन) के रूप में कार्यभार संभाला और 1977 तक वहां बने रहे। बाद में 1977-1980 तक पंजाब सरकार में संयुक्त निदेशक, जनसंपर्क विभाग के रूप में पदभार संभाला।
  • तरलोचन सिंह ने 1987-1993 तक दिल्ली पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य करने के बाद 1993-1994 से एक साल के लिए सलाहकार, पर्यटन, भारत सरकार के रूप में जिम्मेदारी भी निभाई।
  • वह 2004 में राज्य सभा के लिए चुने गए थे।
  • उन्होंने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (2003-2006 से केंद्रीय कैबिनेट मंत्री) के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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