"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/2": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
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-ऋणग्रस्तता | -ऋणग्रस्तता | ||
-मुकदमेबाजी | -मुकदमेबाजी | ||
{निम्नलिखित में से कौन-सा एक समुदाय का आवश्यक अभिलक्षण नहीं है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-568;प्रश्न-6 | |||
|type="()"} | |||
-भौगोलिक अवस्थिति | |||
-सामुदायिक भावना | |||
-सामाजिक समजातीयता | |||
+स्थित आकार | |||
{निम्नलिखित में से कौन रुधिर सम्बन्ध नहीं है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-19 | |||
|type="()"} | |||
-पत्नी का भाई | |||
-बहन का पति | |||
+मित्र की पत्नि | |||
-दादी | |||
{"विभिन्न शक्तियों या समूह द्वारा किसी सामान्य उद्देश्य के लिए मिलकर कार्य करना सहयोग है।" यह परिभाषा किसने दे है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-29 | |||
|type="()"} | |||
-लुण्डवर्ग | |||
+सदरलैंड एवं वुडवर्ड | |||
-फ़ेयर चाइल्ड | |||
-ग्रीन | |||
{"सामाजिक परिवर्तन का संपूर्ण इतिहास वर्ग संघर्ष का इतिहास है।" यह किसने कहा है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-595;प्रश्न-6 | |||
|type="()"} | |||
-डार्विन | |||
-कार्ल मार्क्स | |||
-काम्टे | |||
+स्पेंसर | |||
{एक क़स्बा जो कि पृष्ठ प्रदेश की पूर्ति करता है और बदले में जिसकी पूर्ति पृष्ठ प्रदेश द्वारा की जाती है, क्या कहलाता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-595;प्रश्न-17 | |||
|type="()"} | |||
-सेवा केन्द्र | |||
-विकास केन्द्र | |||
-विकास ध्रुव | |||
+केन्द्रीय स्थान | |||
{[[भारत]] में [[छत्तीसगढ़]] की कमार जनजाति का अध्ययन सर्वप्रथम किसने किया था?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-596;प्रश्न-27 | |||
|type="()"} | |||
-डी. एन. मजूमदार | |||
-एल. पी. विद्यार्थी | |||
-एस. सी. दुबे | |||
+इन्द्रदेव | |||
{वर्ग द्वारा निर्धारित प्रस्थिति होती है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-626;प्रश्न-12 | |||
|type="()"} | |||
-प्रदत्त | |||
+अर्जित | |||
-उपरोक्त दोनों | |||
-इनमें से कोई नहीं | |||
{प्रसारवादियों के अनुसार सांस्कृतिक परिवर्तन का कारण है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-627;प्रश्न-24 | |||
|type="()"} | |||
+अविष्कार | |||
-सांस्कृतिक प्रसार | |||
-क्रांति | |||
-संघर्ष | |||
{सिमेल के समूह के वर्गीकरण का आधार है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637;प्रश्न-6 | |||
|type="()"} | |||
+सामाजिक सम्बन्ध | |||
-सम्बन्धों की प्रकृति | |||
-सदस्यता की प्रकृति | |||
-आकार | |||
{'नगरीयवाद' का क्या अर्थ है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-708;प्रश्न-6 | |||
|type="()"} | |||
-नगरीय जनसंख्या वृद्धि | |||
+नगरीय जीवन पद्धति | |||
-नगरों का भौतिक विकास | |||
-ग्रामीण नगरीय प्रवजन | |||
{जब किसी समूह के सदस्य जीवन के एक विशिष्ट लक्ष्य में शामिल होते हैं तथा औपचारिक नियमों के अनुसार उसकी पूर्ति करते हैं, तब वे संघटित करते हैं-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-568;प्रश्न-7 | |||
|type="()"} | |||
+समिति | |||
-समुदाय | |||
-संस्था | |||
-गिरोह | |||
{जहाँ [[माता]] की तुलना में बुआ को अधिक सम्मान मिलता है, ऐसे संबंध को कहते हैं-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-20 | |||
|type="()"} | |||
-सह प्रसविता | |||
+बुआ अधिकार | |||
-मातुलेय | |||
-माध्यमिक संबोधन | |||
{सहयोग का वर्गीकरण सामान्य और मित्रवत किसने किया है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-30 | |||
|type="()"} | |||
+मैकाइवर एवं पेज | |||
-आगबर्न और निमकाफ़ | |||
-ग्रीन | |||
-किम्बाल यंग | |||
{निम्नलिखित में से किसने सामाजिक परिवर्तन के लिए प्रौद्योगिकी को एक प्रमुख कारण माना है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-595;प्रश्न-7 | |||
|type="()"} | |||
-वेबलेन | |||
+कार्ल मार्क्स | |||
-दुर्खीम | |||
-मैक्स वेबर | |||
{[[पंचायती राज]] की त्रिस्तरीय व्यवस्था निम्नलिखित में से किसके द्वारा अनुशंसित है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-595;प्रश्न-18 | |||
|type="()"} | |||
+बलवंतराय मेहता कमेटी | |||
-एल्विन कमेटी | |||
-टेबर कमीशन | |||
-जयप्रकाश नातायण कमेटी | |||
{"चेतना का निर्धारण सामाजिक अस्तित्व द्वारा होता है न कि सामाजिक अस्तित्व का चेतना द्वारा।" यह कथन निम्न में से किसका है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-596;प्रश्न-28 | |||
|type="()"} | |||
-रिचर्ड सेंटर्स | |||
-डब्ल्यू. एल. बार्नर | |||
+कार्ल मार्क्स | |||
-ईमाइल दुर्खीम | |||
{'कल्चरल सोशियोलॉजी' के लेखक कौन थे?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-626;प्रश्न-13 | |||
|type="()"} | |||
+मैकाइवर | |||
-आगबर्न तथा निमकॉफ़ | |||
-गिलिन एवं गिलिन | |||
-टायलर | |||
{समाज के उद्विकास की अवस्थाएँ हैं-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-627;प्रश्न-25 | |||
|type="()"} | |||
+जंगली/बर्बरता/सभ्य | |||
-बर्बरता/जंगली/सभ्य | |||
-सभ्य/बर्बरता/जंगली | |||
-सभ्य/जंगली/बर्बरता | |||
{निम्नलिखित में से किन विचारकों का समूह सामाजिक परिवर्तन के रेखीय दृष्टिकोण से संबंधित है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637;प्रश्न-7 | |||
|type="()"} | |||
-काम्ट, पैरोटो, कार्ल मार्क्स | |||
+काम्ट, स्पेंसर, कार्ल मार्क्स | |||
-काम्ट, सोरोकिन, कार्ल मार्क्स | |||
-इनमें से कोई नहीं | |||
{सामाजिक परिवर्तन की व्याख्या उतार-चढ़ाव के रूप में करते हुए सीमाओं का सिद्धांत किसने दिया?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-708;प्रश्न-7 | |||
|type="()"} | |||
-टी. पारसंस | |||
-किंग्सले डेविस | |||
-हर्वर्ट-स्पेंसर | |||
+पित्रिम सोरोकिन | |||
{सापेक्षिक रूप से स्थिर तथा व्यापक रूप से स्थापित कार्यनिधियों को, जो समाज के मूल्यों तथा प्रतिमानों के चारों ओर विकसित होती हैं, वर्णित करने के लिए निम्नलिखित शब्दावली में से कौन-सी एक समाजशास्त्रियों द्वारा प्रयोग की जाती है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-568;प्रश्न-8 | |||
|type="()"} | |||
-वैचारिकी | |||
+संस्था | |||
-भूमिका | |||
-विधान | |||
{आधुनिक परिवारों में नातेदारी [[माता]] एवं [[पिता]] दोनों के जन्म के परिवारों के साथ जोड़ी जाती है। ऐसे [[परिवार]] को क्या कहते हैं?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-21 | |||
|type="()"} | |||
-पितृ बंधु | |||
+द्विपक्षीय | |||
-एक पक्षीय | |||
-मातृ स्वजन | |||
{सात्मीकरण का विकास होता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-31 | |||
|type="()"} | |||
+धीरे-धीरे | |||
-स्वत: | |||
-अतिशीघ्र | |||
-उपरोक्त सभी | |||
{नगरीकरण किस कारण की देन है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-595;प्रश्न-8 | |||
|type="()"} | |||
+राजनीतिक | |||
-सामाजिक | |||
-धार्मिक | |||
-आर्थिक | |||
{[[धर्म]] के साथ गहराई से जुड़ा हुआ तत्त्व कौन-सा है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-595;प्रश्न-19 | |||
|type="()"} | |||
+भय | |||
-मूल्य | |||
-सार्वभौमिकता | |||
-विश्वास | |||
{नगरवाद को एक विशिष्ट 'जीवन की पद्धति' के रूप में निम्न में से किसने वर्णित किया है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-596;प्रश्न-29 | |||
|type="()"} | |||
-जे. ए. क्विन | |||
-लुई वर्थ | |||
+आर. ई. पार्क | |||
-किंग्सले डेविस | |||
{'सपिण्ड बहिर्विवाह' किस जाति द्वारा बहिष्कृत होते हैं?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-626;प्रश्न-14 | |||
|type="()"} | |||
+[[ब्राह्मण]] | |||
-[[क्षत्रीय]] | |||
-सभी उच्च जाति | |||
-समस्त जाति | |||
{सामाजिक परिवर्तन के चक्रीय सिद्धांत के प्रवर्तक हैं?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-627;प्रश्न-26)(प्रश्न बदलना है) | |||
|type="()"} | |||
+स्पेंगलर | |||
-टॉयनबी | |||
-A और B और | |||
-मॉर्गन | |||
{'समाजशास्त्र' निम्नलिखित का व्यवस्थित अध्ययन करता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637;प्रश्न-8 | |||
|type="()"} | |||
-सामाजिक सम्बन्ध | |||
-मानव समूह | |||
-सामाजिक संस्थाएं | |||
+उपरोक्त सभी | |||
{जाति और वर्ग में प्रमुख अंतर क्या है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-708;प्रश्न-8 | |||
|type="()"} | |||
-लंबवत विभाजन | |||
-पैतृक व्यवसाय | |||
+असमानता | |||
-उप-सांस्कृतिक अंतर | |||
{सामाजिक प्रकार्य की परिभाषा निम्न में से किस प्रकार की जा सकती है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-568;प्रश्न-10 | |||
|type="()"} | |||
-एक सामाजिक घटना, जिसमें बहुत-से महत्वपूर्ण व्यक्तियों को निमंत्रित किया जाता है | |||
+किसी संरचना के साथ सम्बद्ध एक क्रिया या परिणाम | |||
-व्यक्तियों के एक समूह या एक व्यक्ति को सौंपा हुआ एक दातित्व | |||
-कोई घटना जो एक समाज के सदस्यों द्वारा महत्वपूर्ण मानी जाती है | |||
{[[धर्म]] का जन्म हुआ-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-22 | |||
|type="()"} | |||
+अज्ञात शक्तियों के प्रति अस्पष्ट भय के करण | |||
-अदभुत आवश्यकताओं की क्रिया के करण | |||
-समुदाय के लिए कल्याणकारी उसके क़ानून और नैतिक व्यवस्था की रक्षक शक्ति की सत्ता के प्रतिक्रिया के कारण | |||
-कारण स्पष्ट नहीं है | |||
{एक महाविद्यालय में प्राध्यापक व विद्यार्थी के बीच कौन-कौन सी सामाजिक प्रक्रिया कार्य करती है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-32 | |||
|type="()"} | |||
+सहयोग | |||
-व्यवस्थापन | |||
-आत्मसात | |||
-संघर्ष | |||
{पारसंस के अनुसार क्रिया का तत्त्व है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-595;प्रश्न-9 | |||
|type="()"} | |||
-कर्ता | |||
-लक्ष्य | |||
-दशाओं का समूह | |||
+उपरोक्त सभी | |||
{"सामाजिक परिवर्तन से तात्पर्य है समाज की संचना एवं प्रकार्यों में होने वाले परिवर्तन।" निम्न में से यह कथन किसका है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-596;प्रश्न-20 | |||
|type="()"} | |||
-आगबर्न | |||
-मैकाइवर | |||
-जोंस | |||
+डेविस | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सी एक जाति है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-596;प्रश्न-30 | |||
|type="()"} | |||
-मारवाड़ी | |||
+[[भील]] | |||
-[[शूद्र]] | |||
-यादव | |||
{'वर्ण व्यवस्था' किस समाज की विशेषता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-626;प्रश्न-15 | |||
|type="()"} | |||
+भारतीय | |||
-पाकिस्तानी | |||
-यूरोपियन | |||
-उपरोक्त सभी | |||
{'ए स्टडी ऑफ़ हिस्ट्री' नामक पुस्तक किसने लिखी है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-627;प्रश्न-27 | |||
|type="()"} | |||
-स्पेंगलर | |||
+टॉयनबी | |||
-सोरोकिन | |||
-स्टीवार्ड | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637;प्रश्न-9 | |||
|type="()"} | |||
-समाजशास्त्र विशिष्ट सामाजिक समस्याओं का अध्ययन करता है | |||
-समाजशास्त्र विशिष्ट ढंग से सामाजिक समस्याओं का अध्ययन करता है | |||
+समाजशास्त्र विशिष्ट दृष्टिकोण से सामाजिक समस्याओं का अध्ययन करता है | |||
-समाजशास्त्र नैतिकता द्वारा सामाजिक समस्याओं का अध्ययन करता है | |||
{निम्नलिखित वक्तव्यों में से कौन-सा जाति व्यवस्था में सामाजिक गतिशीलता को अच्छी तरह परिभाषित करता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-708;प्रश्न-9 | |||
|type="()"} | |||
+जाति व्यवस्था में गतिशीलता संभव नहीं है | |||
-धन संग्रह करके और प्रतिष्ठा प्राप्ति के पश्चात एक व्यक्ति के लिए जाति परिवर्तन करना संभव है | |||
-जाति समूहों के लिए जाति पद सोपानक्रम में उदग्र गतिशीलता संभव है | |||
-स्त्रियाँ सदैव उत्पीड़ित समूह में रहेंगी | |||
{मूल्यों की समाजशास्त्रीय परिभाषा निम्न में से किस प्रकार की जा सकती है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-568;प्रश्न- 11 | |||
|type="()"} | |||
-समाज में माल तथा सेवाओं की कीमत जो एक व्यक्ति द्वारा अदा की जाती है | |||
-समाज में एक व्यक्ति की इच्छाएं | |||
+समाज में मान्य अधिमान, प्राथमिकताएं तथा वांछनीय दशाएं | |||
-विशिष्ट निर्धारण तथा मानक व्यवहारों का अभिनिषेध | |||
{"[[धर्म]] में केवल पवित्र विश्वास का समावेश होता है।" यह किसने कहा है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-23 | |||
|type="()"} | |||
+ई. बी. टायलर | |||
-दुर्खीम | |||
-कार्ल मार्क्स | |||
-मैक्स वेबर | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सा एक समुदाय का आवश्यक तत्त्व नहीं है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-33 | |||
|type="()"} | |||
-निश्चित भौगोलिक क्षेत्र | |||
-सामुदायिक भावना | |||
-स्थायित्व | |||
+अस्थायित्व | |||
{"सामाजिक नियंत्रण का अर्थ उस ढंग से है, जिससे संपूर्ण सामाजिक व्यवस्था में एकता बनी रहती है तथा जिसके द्वारा यह व्यवस्था एक परिवर्तन संतुलन के रूप में कार्य करती है।" यह परिभाषा किसके द्वारा दी गयी है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-595;प्रश्न-10 | |||
|type="()"} | |||
+गिलिन एवं गिलिन | |||
-मैकाइवर एवं पेज | |||
-आगबर्न एवं निमकॉफ़ | |||
-जॉर्ज एटबरी एवं अन्य | |||
{सामाजिक परिवर्तन के रेखीय सिद्धांत के सिद्धांतकार कौन थे?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-596;प्रश्न-21 | |||
|type="()"} | |||
-काम्टे तथा स्पेंसर | |||
-पैरेटो तथा ओडम | |||
-वेबर तथ कार्ल मार्क्स | |||
+सोरोकिन तथा स्पेंसर | |||
{निम्नलिखित में से किस एक प्रकार का ग्राम [[भारत]] के पश्चिम किनारे पर जैसे कि दक्षिण कन्नड़ और [[केरल]] में पाया जाता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-596;प्रश्न-31)(प्रश्न बदलना है) | |||
|type="()"} | |||
-नाभिकीय ग्राम | |||
-विकीर्ण ग्राम | |||
+समाकलित ग्राम | |||
-परिव्यक्त ग्राम | |||
{'कास्ट' शब्द की उत्पत्ति किस [[भाषा]] से हुई है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-626;प्रश्न-16 | |||
|type="()"} | |||
-ग्रीक | |||
-लैटिन | |||
+पुर्तग़ाली | |||
-अंग्रेज़ी | |||
{सांस्कृतिक विलंबना की अवधारणा किसने दी थी?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-627;प्रश्न-28 | |||
|type="()"} | |||
+ऑगबर्न | |||
-निमकॉफ़ | |||
-ऑगबर्न तथा निमकॉफ़ | |||
-पैरेटो | |||
{निम्नलिखित में से किसका अध्ययन समाजशास्त्र के द्वारा किया जा सकता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637;प्रश्न-10 | |||
|type="()"} | |||
-सेना | |||
-सिनेमा | |||
-समाचार पत्र | |||
+उपरोक्त सभी | |||
{"जाति एक विस्तृत स्वजन समूह है।" यह किसने कहा था?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-708;प्रश्न-10 | |||
|type="()"} | |||
+इरावती कर्वे | |||
-जी. एस. घुरिए | |||
-एच. रिजले | |||
-जे. एच. हट्टन | |||
</quiz> | </quiz> | ||
|} | |} | ||
|} | |} | ||
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08:41, 25 मई 2014 का अवतरण
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