"बुद्ध के शिष्य": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
कात्या सिंह (वार्ता | योगदान) ('महात्मा बुद्ध के अनुयायियों की संख्या बहुत अधिक थ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
कात्या सिंह (वार्ता | योगदान) छो (श्रेणी:प्रसिद्ध चरित्र और मिथक कोश (को हटा दिया गया हैं।)) |
||
पंक्ति 24: | पंक्ति 24: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
[[Category:बौद्ध धर्म | [[Category:बौद्ध धर्म]] [[Category:गौतम बुद्ध]] [[Category:बौद्ध धर्म कोश]] [[Category:बौद्ध काल]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
12:30, 8 नवम्बर 2013 का अवतरण
महात्मा बुद्ध के अनुयायियों की संख्या बहुत अधिक थी किंतु उनके अनुयायियों में कुछ ऐसे प्रख्यात शिष्य थे जिनकी बुद्ध के साथ निकटता और बौद्ध संघ में प्रधानता थी। वे अपनी विद्वत्ता और सच्चरित्रता के लिए भी ख्यात थे। उनका आचरण और व्यवहार अत्यंत मधुर और धार्मिक था। वे तथागत के अत्यंत प्रिय शिष्य थे तथा अपनी साधना और कर्त्तव्यपरायणता से उनके निकट थे।[1]
- सारिपुत्र
- आनन्द (बौद्ध)
- मौदग्ल्यान
- उपालि
- सुनीति (बौद्ध)
- अनुरुद्ध (बौद्ध)
- अनाथपिडक
- बिंबसार
- प्रसेनजित
- अजातशत्रु
- जीवक
- महाकश्यप
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ दीक्षा की भारतीय परम्पराएँ (हिंदी), 86।
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख