"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/4": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 12: | पंक्ति 12: | ||
-वही रहता है। | -वही रहता है। | ||
-निश्चित नहीं रहता है। | -निश्चित नहीं रहता है। | ||
{वह क्रिया जिसके द्वारा [[धातु]] को अचुम्बकीय बनाया जाता है, क्या कहलाती है?(उ.प्र.अध्यापक पा.प.,पृ.सं.-79) | {वह क्रिया जिसके द्वारा [[धातु]] को अचुम्बकीय बनाया जाता है, क्या कहलाती है?(उ.प्र.अध्यापक पा.प.,पृ.सं.-79) | ||
पंक्ति 164: | पंक्ति 157: | ||
-किसी [[चुम्बक]] के आसपास [[चुम्बकीय क्षेत्र]] होता है। | -किसी [[चुम्बक]] के आसपास [[चुम्बकीय क्षेत्र]] होता है। | ||
-विद्युत चुम्बकीय प्रभाव की खोज का श्रेय ओस्टेंड को है। | -विद्युत चुम्बकीय प्रभाव की खोज का श्रेय ओस्टेंड को है। | ||
-यदि कम्पास | -यदि कम्पास सुई को [[चुम्बक]] के निकट रखा जाए तो वह उत्तर-दक्षिण दिशा में न रुककर किसी विशेष दिशा में व्यवस्थित होती है। | ||
+किसी [[विद्युत धारा]] के आसपास [[चुम्बकीय क्षेत्र]] उत्पन्न नहीं होता है। | +किसी [[विद्युत धारा]] के आसपास [[चुम्बकीय क्षेत्र]] उत्पन्न नहीं होता है। | ||
पंक्ति 174: | पंक्ति 167: | ||
-सिर | -सिर | ||
{[[कोशिका]] में पाया जाने वाला | {[[कोशिका]] में पाया जाने वाला आनुवांशिक पदार्थ कौन-सा है?(उ.प्र.अध्यापक पा.प.,पृ.सं.-82) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+डीएनए | +डीएनए | ||
पंक्ति 211: | पंक्ति 204: | ||
{दलहनी पौधे सम्बन्धित हैं-(उ.प्र.अध्यापक पा.प.,पृ.सं.-62) | {दलहनी पौधे सम्बन्धित हैं-(उ.प्र.अध्यापक पा.प.,पृ.सं.-62) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -कम्पोज़िटी से | ||
-सोलेनेसी से | -सोलेनेसी से | ||
+लैग्यूमिनोसी से | +लैग्यूमिनोसी से | ||
पंक्ति 281: | पंक्ति 274: | ||
{वर्गीकरण की आधारीय इकाई क्या है?(उ.प्र.अध्यापक पा.प.,पृ.सं.-62) | {वर्गीकरण की आधारीय इकाई क्या है?(उ.प्र.अध्यापक पा.प.,पृ.सं.-62) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+ | +स्पीसीज़ | ||
-ऑर्डर | -ऑर्डर | ||
-कुल | -कुल | ||
पंक्ति 352: | पंक्ति 345: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-क्रूसीफ़ेरी | -क्रूसीफ़ेरी | ||
- | -कम्पोज़िटी | ||
+मालवेसी | +मालवेसी | ||
-रेननकुलेसी | -रेननकुलेसी | ||
पंक्ति 454: | पंक्ति 447: | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{मनुष्य की [[आँत]] में रहने वाला एककोशिकीय अरोग-जनक परजीवी | {मनुष्य की [[आँत]] में रहने वाला एककोशिकीय अरोग-जनक परजीवी प्रोटोज़ोआ कौन-सा है?(उ.प्र.अध्यापक पा.प.,पृ.सं.-84) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+ई. कोलाई | +ई. कोलाई | ||
पंक्ति 533: | पंक्ति 526: | ||
{मलेरिया परजीवी तथा अमीबा को किस श्रेणी में रखा जाता है?(उ.प्र.अध्यापक पा.प.,पृ.सं.-84) | {मलेरिया परजीवी तथा अमीबा को किस श्रेणी में रखा जाता है?(उ.प्र.अध्यापक पा.प.,पृ.सं.-84) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+ | +प्रोटोज़ोआ | ||
-पोरीफ़ेरा | -पोरीफ़ेरा | ||
-सीलेण्ट्रेटा | -सीलेण्ट्रेटा |
13:52, 11 दिसम्बर 2013 का अवतरण
विज्ञान
|