"प्रयोग:कविता बघेल 3": अवतरणों में अंतर
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+जीतू राय | +जीतू राय | ||
{लीग प्रतियोगिता में नियत तिथि ( | {लीग प्रतियोगिता में नियत तिथि (फिक्चर्स) की एक प्रक्रिया के रूप में किस विधि को सबसे आसान कहा जाता है क्योंकि किसी भी टीम को कोई बाई नहीं दी जाती है और भाग लेने वाली टीमों की संख्या विषम या सम होने की कोई समस्या नहीं होती? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-174 प्रश्न-112 | ||
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+स्टेयरकेस | +स्टेयरकेस | ||
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-साइक्लिक | -साइक्लिक | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||स्टेयरकेस विधि सबसे आसान विधि होती है। इसमें | ||स्टेयरकेस विधि सबसे आसान विधि होती है। इसमें फिक्चर सीढ़ी या सोपान की तरह बनाए होते हैं। इसमें कोई बाई नहीं दी जाती तथा टीमों की सम या विषय संख्या की भी कोई समस्या नहीं होती। | ||
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||एक क्रिकेट बैट की लंबाई 38 इंच (965 मिमी.) और अधिकतम चौड़ाई 4.25 (108 मिमी.) होती है। | ||एक क्रिकेट बैट की लंबाई 38 इंच (965 मिमी.) और अधिकतम चौड़ाई 4.25 (108 मिमी.) होती है। | ||
{बॉस्केटबाल से संबंधित | {बॉस्केटबाल से संबंधित ट्रॉफी है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-22 प्रश्न-3 | ||
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+एस.एम. अर्जुन राजा | +एस.एम. अर्जुन राजा | ||
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-ध्यानचंद ट्रॉफी | -ध्यानचंद ट्रॉफी | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||एस.एम. अर्जुन राजा ट्रॉफी बॉस्केटबाल से संबंधित है। बॉस्केटबॉल से संबंधिक अन्य महत्त्वपूर्ण कप एवं ट्रॉफी निम्नलिखित हैं- .FEBA एशिया कप | ||एस.एम. अर्जुन राजा ट्रॉफी बॉस्केटबाल से संबंधित है। बॉस्केटबॉल से संबंधिक अन्य महत्त्वपूर्ण कप एवं ट्रॉफी निम्नलिखित हैं- .FEBA एशिया कप, सर्विसेज ट्रॉफी, टोड मेमोरियल ट्रॉफी, प्रिंस वसालत झा ट्रॉफी, बी.सी. गुप्ता ट्रॉफी, फेडरेशन कप, विलियम जेंस कप, बंगलौर ब्लूज चैलेंज कप, यूरोपियन बॉस्केटबाल चैंपियनशिप (यूरोपियन कप), अमेरिकन बॉस्केटबाल (अमेरिकन कप) FIBA एशिया, सर्विसेज ट्रॉफी, टोड मेमोरियल ट्रॉफी .प्रिंस वसालत झा ट्रॉफी, बी.सी. गुप्ता ट्रॉफी, फेडरेशन कप, विलियम जोंस कप , बंगलौर ब्लूज चैलेंज कप, यूरोपियन बॉस्केटबाल चैंपियनशिप (यूरोपियन कप), अमेरिकन बॉस्केटबाल चैंपियनशिप (अमेरिका कप)। | ||
{भारत सरकार द्वारा राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार की शुरुआत कब की गई। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-5 प्रश्न-2 | {[[भारत सरकार]] द्वारा [[राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार]] की शुरुआत कब की गई। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-5 प्रश्न-2 | ||
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-1984-1985 | -[[1984]]-[[1985]] | ||
+1991-1992 | +[[1991]]-[[1992]] | ||
-2001-2002 | -[[2001]]-[[2002]] | ||
-2006-2007 | -[[2006]]-[[2007]] | ||
||राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार भारत में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल पुरस्कार है। इस पुरस्कार का नाम भारत के भूतपूर्व | ||[[राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार]] [[भारत]] में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल पुरस्कार है। इस पुरस्कार का नाम भारत के भूतपूर्व [[प्रधानमंत्री]] [[राजीव गांधी]] के नाम पर रखा गया है। प्रथम बार वर्ष [[1991]] - [[1992]] में यह पुरस्कार शतरंज खिलाड़ी [[विश्वनाथन आनन्द]] को प्रदान किया गया है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-5 प्रश्न-3 | ||
{किस भारतीय को सर्वप्रथम विम्बलडन पुरस्कार प्रदान किया गया था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-37 प्रश्न-14 | {किस भारतीय को सर्वप्रथम विम्बलडन पुरस्कार प्रदान किया गया था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-37 प्रश्न-14 | ||
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+रामनाथ कृष्णन | +रामनाथ कृष्णन | ||
-रमेश कृष्णन | -[[रमेश कृष्णन]] | ||
-विजय अमृतराज | -[[विजय अमृतराज]] | ||
-जयदीप मुखर्जी | -जयदीप मुखर्जी | ||
||पूर्व भारतीय टेनिस खिलाड़ी रामनाथन कृष्णन ने वर्ष 1954 के विम्बलडन में बालक वर्ग की एकल | ||पूर्व भारतीय [[टेनिस|टेनिस खिलाड़ी]] रामनाथन कृष्णन ने वर्ष [[1954]] के विम्बलडन में बालक वर्ग की एकल स्पर्धा में [[ऑस्ट्रेलिया]] के एशले को पराजित कर यह उपलब्धि प्राप्त करने वाले प्रथम एशियाई खिलाड़ी बने थे। | ||
{कृष्णा पूनिया किस खेल से संबंधित हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-202 प्रश्न-3 | {कृष्णा पूनिया किस खेल से संबंधित हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-202 प्रश्न-3 | ||
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-कबड्डी | -[[कबड्डी]] | ||
-वालीबॉल | -वालीबॉल | ||
+एथलेटिक | +एथलेटिक | ||
-फुटबॉल | -फुटबॉल | ||
||कृष्णा पूनिया भारतीय चक्का फेंक खिलाड़ी हैं। कृष्णा पूनिया ने 19 वें राष्ट्रमंडल खेलों में डिस्कस थ्रो की स्पर्धा में 61.51 मीटर की दूरी तक चक्का फेंक कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया। कृष्णा राष्ट्रमंडल खेलों के ट्रैक एवं फील्ड इतिहास में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला और मिल्खा सिंह के बाद दूसरी भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं। | ||कृष्णा पूनिया भारतीय चक्का फेंक खिलाड़ी हैं। कृष्णा पूनिया ने 19 वें [[राष्ट्रमंडल खेल|राष्ट्रमंडल खेलों]] में डिस्कस थ्रो की स्पर्धा में 61.51 मीटर की दूरी तक चक्का फेंक कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया। कृष्णा राष्ट्रमंडल खेलों के ट्रैक एवं फील्ड इतिहास में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला और [[मिल्खा सिंह]] के बाद दूसरी भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं। | ||
{मदिराशिरा (हैमस्ट्रिंग) मांसपेशी का प्रयोग होता है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-210 प्रश्न-71 | {[[मांसपेशी|मदिराशिरा (हैमस्ट्रिंग) मांसपेशी]] का प्रयोग होता है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-210 प्रश्न-71 | ||
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-प्लेटो फैलाने में | -प्लेटो फैलाने में | ||
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-कोहनी फैलाने में | -कोहनी फैलाने में | ||
-कोहनी मोड़ने में | -कोहनी मोड़ने में | ||
||मदिराशिरा (हैमस्ट्रिंग) मांसपेशी हमारे जांघों के पीछे भाग में पाई जाती है। इसका कार्य घुटने मोड़ने में तथा हिप के विस्तार में होता है। | ||[[मांसपेशी|मदिराशिरा (हैमस्ट्रिंग) मांसपेशी]] हमारे जांघों के पीछे के भाग में पाई जाती है। इसका कार्य घुटने मोड़ने में तथा हिप के विस्तार में होता है। | ||
{निम्नलिखित में कौन-सी ऐरोबिक क्रिया नहीं हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-216 प्रश्न-123 | {निम्नलिखित में कौन-सी ऐरोबिक क्रिया नहीं हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-216 प्रश्न-123 | ||
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+कलिसथेनिक्स | +कलिसथेनिक्स | ||
-परिधि प्रशिक्षण | -परिधि प्रशिक्षण | ||
||एरोबिक का अर्थ है- ऑक्सीजन के साथ एरोबिक क्रियाओं में हमारे शरीर को अधिक मात्रा में ऊर्जा तथा ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। शरीर की ऑक्सीजन प्रयोग क्षमता कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर निर्भर करती है। फेफड़ों, हृदय और रक्त के द्वारा ही हमारे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचती है। लंबी अवधि के व्यायाम में मांसपेशियों का ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। ऑक्सीजन पुष्टि के विकास के लिए साइक्लिंग, जॉगिंग, तालबद्ध व्यायाम, कैलिस्थनेक्सि आदि एरोबिक क्रियाएं प्रयोग में लाई जाती हैं। | ||एरोबिक का अर्थ है- [[ऑक्सीजन]] के साथ एरोबिक क्रियाओं में हमारे शरीर को अधिक मात्रा में ऊर्जा तथा ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। [[मानव शरीर|शरीर]] की ऑक्सीजन प्रयोग क्षमता कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर निर्भर करती है। [[फेफड़ा|फेफड़ों]], [[हृदय]] और [[रक्त]] के द्वारा ही हमारे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचती है। लंबी अवधि के व्यायाम में [[मांसपेशी|मांसपेशियों]] का ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। ऑक्सीजन पुष्टि के विकास के लिए साइक्लिंग, जॉगिंग, तालबद्ध व्यायाम, कैलिस्थनेक्सि आदि एरोबिक क्रियाएं प्रयोग में लाई जाती हैं। | ||
{अंतर्राष्ट्रीय टेबल टेनिस संघ की स्थापना किस वर्ष में हुई? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-217 प्रश्न-3 | {अंतर्राष्ट्रीय [[टेबल टेनिस]] संघ की स्थापना किस वर्ष में हुई? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-217 प्रश्न-3 | ||
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-1924 | -[[1924]] | ||
+1926 | +[[1926]] | ||
-1927 | -[[1927]] | ||
-1928 | -[[1928]] | ||
||अंतर्राष्ट्रीय टेबल टेनिस संघ की स्थापना वर्ष 1926 में हुई थी। इंग्लैंड में ही Ping-Ping Association का गठन हुआ। बाद में इसी का नाम बदलकर वर्ष 1926 में 'टेबल टेनिस एसोशिएशन' रखा गया। | ||अंतर्राष्ट्रीय [[टेबल टेनिस]] संघ की स्थापना वर्ष [[1926]] में हुई थी। [[इंग्लैंड]] में ही 'Ping-Ping Association' का गठन हुआ। बाद में इसी का नाम बदलकर वर्ष 1926 में 'टेबल टेनिस एसोशिएशन' रखा गया। | ||
{द्रोणाचार्य और अर्जुन पुरस्कारों के लिए नाम | {[[द्रोणाचार्य पुरस्कार|द्रोणाचार्य]] और [[अर्जुन पुरस्कार|अर्जुन पुरस्कारों]] के लिए नाम किसके द्वारा मंगाए जाते हैं। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-168 प्रश्न-169 | ||
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- | -गैर-सरकारी संगठनों द्वारा (NGO) | ||
-नेताजी सुभाष राष्ट्रीय खेल संस्थान (NSNIS) | -नेताजी सुभाष राष्ट्रीय खेल संस्थान द्वारा (NSNIS) | ||
-भारतीय ओलंपिक संघ | -भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा | ||
+राष्ट्रीय खेल परिसंघों व युवा कार्य और खेल मंत्रालय | +राष्ट्रीय खेल परिसंघों व युवा कार्य और खेल मंत्रालय द्वारा | ||
||द्रोणाचार्य एवं अर्जुन पुरस्कार के लिए नामांकन सभी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय खेल से संघ जो भारत सरकार, भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन व राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों द्वारा मान्यता प्राप्त हों, युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष | ||[[द्रोणाचार्य पुरस्कार|द्रोणाचार्य]] एवं [[अर्जुन पुरस्कार]] के लिए नामांकन सभी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय खेल से संघ जो [[भारत सरकार]], भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन व राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों द्वारा मान्यता प्राप्त हों, युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष आमंत्रित किए जाते हैं। | ||
{अंतरंगता के उद्देश्यों के रूप में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-174 प्रश्न-113 | {अंतरंगता के उद्देश्यों के रूप में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-174 प्रश्न-113 | ||
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||स्किन फोल्ड कैलीपुर से शरीर की वसा को मापा जाता है। | ||स्किन फोल्ड कैलीपुर से शरीर की वसा को मापा जाता है। | ||
{वह कौन सा-फ्रैक्चर है जिसमें हड्डियों के कुछ हिस्से में ब्रेक आता हैं(शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-22 प्रश्न-4 | {वह कौन सा-फ्रैक्चर है जिसमें हड्डियों के कुछ हिस्से में ब्रेक आता हैं-(शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-22 प्रश्न-4 | ||
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-साधारण | -साधारण | ||
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+ग्रीन स्टिक | +ग्रीन स्टिक | ||
-इम्पैक्ट | -इम्पैक्ट | ||
||फ्रैक्चर मुख्यत: निम्न प्रकार के होते हैं- साधारण फ्रैक्चर-इनमें हड्डी टूटती है, ऊपरी त्वचा नहीं। | ||फ्रैक्चर मुख्यत: निम्न प्रकार के होते हैं- साधारण फ्रैक्चर-इनमें हड्डी टूटती है, ऊपरी त्वचा नहीं। मिश्रित फ्रैक्चर- इसमें हड्डी एवं त्वचा दोनों टूटती है तथा संक्रमण (Infrction) का खतरा रहता है। मल्टीपल (Multipal) फ्रैक्चर- इसमें हड्डी एक से ज्यादा जगह से टूटती है। कामिनूटेड (Comminuted) फ्रैक्चर-इसमें क्रशिंग चोट के कारण हड्डी कई खण्डों में टूट पाती है या चकनाचूर (Splinter or shattar) हो जाती है। स्पायरल फैक्चर- इसमें हड्डियों का कम से कम एक भाग टूटकर मुड़ जाता (Twisted) है। ग्रीन स्टिक फ्रैक्चर-इसमें हड्डियों के कुछ हिस्से में ब्रेक आता है। इम्पैक्ट फ्रैक्चर-इसमें एक हड्डी टूट कर दूसरी में प्रवेश कर जाती है। | ||
मिश्रित फ्रैक्चर- इसमें हड्डी एवं त्वचा दोनों टूटती है तथा संक्रमण (Infrction) का खतरा रहता है। मल्टीपल (Multipal) फ्रैक्चर- इसमें हड्डी एक से ज्यादा जगह से टूटती है। कामिनूटेड (Comminuted) फ्रैक्चर-इसमें क्रशिंग चोट के कारण हड्डी कई खण्डों में टूट पाती है या चकनाचूर (Splinter or shattar) हो जाती है। स्पायरल फैक्चर- इसमें हड्डियों का कम से कम एक भाग टूटकर मुड़ जाता (Twisted) है। ग्रीन स्टिक फ्रैक्चर-इसमें हड्डियों के कुछ हिस्से में ब्रेक आता है। इम्पैक्ट फ्रैक्चर-इसमें एक हड्डी टूट कर दूसरी में प्रवेश कर जाती है। | |||
{इनमें | {इनमें से कौन-सा शारीरिक तंत्र है जो शारीरिक व्यायाम में शायद सम्मिलित नहीं होता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-5 प्रश्न-4 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+पाचन तंत्र | +[[पाचन तंत्र]] | ||
-हृदय श्वसन तंत्र | -हृदय श्वसन तंत्र | ||
- | -श्वसन तंत्र | ||
-मांसपेशीय तंत्र | -मांसपेशीय तंत्र | ||
||पाचन तंत्र एक ऐसा शारीरिक तंत्र है | ||पाचन तंत्र एक ऐसा शारीरिक तंत्र है जिसका कार्य भोजन का पाचन एवं अवशोषण करना होता है। यह मानव की मुख्य गुहा से लेकर मलद्वार तक विभिन्न सहायक पाचन ग्रंथियों के मिलने से निर्मित होता है। इसका कार्य भोजन का पाचन एवं शेष वर्ज्य पदार्थों का उत्सर्जन करना होता है। शारीरिक व्यायाम में [[मांसपेशी|मांसपेशियां]], श्वसन तंत्र तथा [[हृदय]] सक्रिय रूप से सम्मिलित रहते हैं। | ||
{खजान सिंह किस खेल से जुड़े हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-37 प्रश्न-16 | {[[खजान सिंह]] किस खेल से जुड़े हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-37 प्रश्न-16 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-वॉलीबॉल | -वॉलीबॉल | ||
-वेटलिफ्टिंग | -वेटलिफ्टिंग | ||
+तैराकी | +[[तैराकी]] | ||
-एथलीट | -एथलीट | ||
||खजान सिंह | ||खजान सिंह तैराकी से संबंधित हैं। इन्होंने वर्ष [[1986]] में सियोल एशियन गेम्स में रजत पदक जीता था। | ||
{पुरुषों के डिस्कस का | {पुरुषों के डिस्कस (चक्का) का वज़न होता है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-202 प्रश्न-4 | ||
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-2.50 किग्रा | -2.50 किग्रा | ||
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-2.75 किग्रा | -2.75 किग्रा | ||
-2.25 किग्रा | -2.25 किग्रा | ||
||पुरुषों की स्पर्धा में डिस्कस (चक्का) का वजन 2.00 किलोग्राम होता है, जबकि महिलाओं की स्पर्धा में 1.00 किग्रा का डिस्कस प्रयुक्त होता है। | ||पुरुषों की स्पर्धा में डिस्कस (चक्का) का वजन 2.00 किलोग्राम होता है, जबकि महिलाओं की स्पर्धा में 1.00 किग्रा का डिस्कस (चक्का) प्रयुक्त होता है। | ||
{शारीरिक शिक्षा के आधारभूतों को शक्ति प्रदान करते हैं- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-210 प्रश्न-72 | {शारीरिक शिक्षा के आधारभूतों को शक्ति प्रदान करते हैं- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-210 प्रश्न-72 | ||
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||शारीरिक शिक्षा के आधारभूतों को वैज्ञानिक तथ्य एक नई शक्ति प्रदान करते हैं जिससे बालकों में मानसिक कौशल का विकास होता है। | ||शारीरिक शिक्षा के आधारभूतों को वैज्ञानिक तथ्य एक नई शक्ति प्रदान करते हैं जिससे बालकों में मानसिक कौशल का विकास होता है। | ||
{शरीर | {शरीर गर्माने का मानव पर क्या प्रभाव पड़ता है-(शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-216 प्रश्न-124 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-हृदय गति | -हृदय गति कम जाती है। | ||
+शरीर व | +शरीर व मांसपेशियों का तापमान बढ़ जाता है। | ||
-फेफड़ों | -फेफड़ों का वॉल्यू बढ़ जाता है | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||किसी भी कार्य को सुचारु रूप से तथा कुशलतापूर्वक करने के लिए उसके शरीर को उसके लिए तैयार करना बहुत आवश्यक होता है। शरीर को प्रारंभ में हल्के-फुल्के व्यायामों से गर्माने में मांसपेशियों का संकुचन दूर हो जाता है और उनमें फैलाव आ जाता है। | ||किसी भी कार्य को सुचारु रूप से तथा कुशलतापूर्वक करने के लिए उसके शरीर को उसके लिए तैयार करना बहुत आवश्यक होता है। [[मानव शरीर|शरीर]] को प्रारंभ में हल्के-फुल्के व्यायामों से गर्माने में [[मांसपेशी|मांसपेशियों]] का संकुचन दूर हो जाता है और उनमें फैलाव आ जाता है। | ||
{ओलंपिक में भारत ने बास्केटबॉल स्पर्धा में भाग लिया- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-217 प्रश्न-4 | {[[ओलंपिक खेल|ओलंपिक]] में [[भारत]] ने बास्केटबॉल स्पर्धा में भाग लिया- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-217 प्रश्न-4 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-टोक्यो, 1964 | -टोक्यो, [[1964]] | ||
-म्यूनिच, 1972 | -म्यूनिच, [[1972]] | ||
-मॉन्ट्रियल, 1976 | -मॉन्ट्रियल, [[1976]] | ||
+मॉस्को, 1980 | +मॉस्को, [[1980]] | ||
||मॉस्को ओलंपिक, 1980 में भारत ने बास्केटबॉल स्पर्धा में भाग लिया। | ||मॉस्को ओलंपिक, 1980 में भारत ने बास्केटबॉल स्पर्धा में भाग लिया। | ||
{बी एम आई (शरीर आकार सूचकांक) मोटापा जानने की विधि है। बी एम आई की गणना करने का सूत्र है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-168 प्रश्न-170 | {बी एम आई ([[मानव शरीर|शरीर]] आकार सूचकांक) मोटापा जानने की विधि है। बी एम आई की गणना करने का सूत्र है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-168 प्रश्न-170 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-मीटर में कद (लंबाई)2/किग्रा. में वजन | -मीटर में कद (लंबाई)2/किग्रा. में वजन | ||
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{हॉकी खेल में अंपायर के ग्रीन कार्ड दिखाने का संकेत है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-36 प्रश्न-5 | {[[हॉकी|हॉकी खेल]] में अंपायर के ग्रीन कार्ड दिखाने का संकेत है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-36 प्रश्न-5 | ||
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+चेतावनी | +चेतावनी | ||
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-ब्रूइस | -ब्रूइस | ||
+स्ट्रेन | +स्ट्रेन | ||
||स्क्रेप त्वचा व म्यूकस झिल्ली को एबरेसन (Adrasion) कहते हैं जो मामूली चोट है। यदि | ||स्क्रेप त्वचा व म्यूकस झिल्ली को एबरेसन (Adrasion) कहते हैं जो मामूली चोट है। यदि जब यह बड़े क्षेत्र में फैलती है, तो समस्या बन जाती है। इसमें खून बहने लगता है तथा कुछ देर दर्द रहता है। | ||
{मांसपेशियों को पूर्ण टोन रखने का एकमात्र उपाय है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-5 प्रश्न-4 | {[[मांसपेशी|मांसपेशियों]] को पूर्ण टोन रखने का एकमात्र उपाय है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-5 प्रश्न-4 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-यौगिक आसन और क्रिया करना | -यौगिक आसन और क्रिया करना | ||
-मांसपेशियों को हर समय गरिशील रखना | -[[मांसपेशी|मांसपेशियों]] को हर समय गरिशील रखना | ||
+उचित और पर्याप्त व्यायाम करना | +उचित और पर्याप्त व्यायाम करना | ||
-प्रत्येक सुबह तेल शामिल करना | -प्रत्येक सुबह तेल शामिल करना | ||
||मांसपेशियों को पूर्ण टोन रखने का एकमात्र उपाय उचित मात्रा में पर्याप्त एवं संतुलित व्यायाम करना है। पेशीय टोन मांसपेशियों की आंतरिक विशेषता नहीं है अपितु यह तंत्रिका की एक प्रतिवर्ती क्रिया का रूप है। | ||मांसपेशियों को पूर्ण टोन रखने का एकमात्र उपाय उचित मात्रा में पर्याप्त एवं संतुलित व्यायाम करना है। पेशीय टोन मांसपेशियों की आंतरिक विशेषता नहीं है अपितु यह [[तंत्रिका तंत्र |तंत्रिका]] की एक प्रतिवर्ती क्रिया का रूप है। | ||
{बैडमिंटन कोर्ट की लंबाई और चौड़ाई होती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-37 प्रश्न-17 | {बैडमिंटन कोर्ट की लंबाई और चौड़ाई होती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-37 प्रश्न-17 | ||
पंक्ति 373: | पंक्ति 366: | ||
-35x15 फीट | -35x15 फीट | ||
-44x22 फीट | -44x22 फीट | ||
{खेल सामग्री के चयन में सबसे अधिक ध्यान में रखने वाला कारक है, उसका-- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-202 प्रश्न-5 | {खेल सामग्री के चयन में सबसे अधिक ध्यान में रखने वाला कारक है, उसका-- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-202 प्रश्न-5 | ||
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-स्त्रोत | -स्त्रोत | ||
-उपयोगिता | -उपयोगिता | ||
+ | +गुणवत्ता | ||
||किसी भी वस्तु को खरीदते समय सदैव उस वस्तु की | ||किसी भी वस्तु को खरीदते समय सदैव उस वस्तु की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखना चाहिए, खेल सामग्री के संदर्भ में भी यह उपयोगिता अत्यंत आवश्यक है। | ||
{शरीरिक दक्षता क्षमता है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-210 प्रश्न-73 | {शरीरिक दक्षता क्षमता है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-210 प्रश्न-73 | ||
पंक्ति 389: | पंक्ति 381: | ||
-समूह का वर्गीकरण करने की | -समूह का वर्गीकरण करने की | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
||शारीरिक दक्षता क्षमता व्यक्ति का दैनिक कार्य करने की क्षमता है। सामान्यत: शारीरिक दक्षता व्यायाम, सही आहार और पर्याप्त आराम द्वारा हासिल होती है। निक्सन के अनुसार, "शारीरिक शिक्षा व्यक्ति की अवयव क्षमता संबद्ध है जिसमें हम अपने रोजाना के सामान्य कार्य बिना थके संपन्न करते हैं और अचानक आने वाली किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त बल और ऊर्जा सुरक्षित | ||शारीरिक दक्षता क्षमता व्यक्ति का दैनिक कार्य करने की क्षमता है। सामान्यत: शारीरिक दक्षता व्यायाम, सही आहार और पर्याप्त आराम द्वारा हासिल होती है। निक्सन के अनुसार, "शारीरिक शिक्षा व्यक्ति की अवयव क्षमता संबद्ध है जिसमें हम अपने रोजाना के सामान्य कार्य बिना थके संपन्न करते हैं और अचानक आने वाली किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त [[बल]] और [[ऊर्जा]] सुरक्षित रखते हैं। | ||
{कौन-सी एरोबिक क्रिया मुख्यत: मनोरंजन के काम आती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-216 प्रश्न-125 | {कौन-सी एरोबिक क्रिया मुख्यत: मनोरंजन के काम आती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-216 प्रश्न-125 | ||
पंक्ति 397: | पंक्ति 389: | ||
-जॉगिंग | -जॉगिंग | ||
-साइक्लिंग | -साइक्लिंग | ||
||तालबद्ध व्यायाम एरोबिक क्रिया मनोरंजन के काम | ||तालबद्ध व्यायाम एरोबिक क्रिया मनोरंजन के काम आती है। इसमें एक समूह में लोग आपसी प्रतिस्पर्धा करते हैं। | ||
{मनुष्य की कबड्डी खेल खेलने की समय सीमा क्या है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-217 प्रश्न-5 | {मनुष्य की [[कबड्डी|कबड्डी खेल]] खेलने की समय सीमा क्या है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-217 प्रश्न-5 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+20-20 मिनट | +20-20 मिनट | ||
पंक्ति 410: | पंक्ति 402: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+टेटनस | +टेटनस | ||
- | -[[रेबीज़]] | ||
-कुष्ठ (कोढ़) | -कुष्ठ (कोढ़) | ||
-खसरा | -खसरा | ||
||टेटनस रोग क्लॉस्ट्रीडियम टिटेनी नामक बैक्टीरिया से होता है। यह एक गंभीर बैक्टीरिया जन्य संक्रमण है जो हमारे तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। इसे 'लॉक जॉ' भी कहते हैं क्योंकि यह संक्रमण सर्वप्रथम जबड़े तथा गले की पेशियों में संचुकन पैदा करता है और बाद में यह शरीर के अन्य भागों में फैल जाता है। | ||टेटनस रोग क्लॉस्ट्रीडियम टिटेनी नामक [[बैक्टीरिया]] से होता है। यह एक गंभीर बैक्टीरिया जन्य संक्रमण है जो हमारे [[तंत्रिका तंत्र]] को प्रभावित करता है। इसे 'लॉक जॉ' भी कहते हैं क्योंकि यह संक्रमण सर्वप्रथम जबड़े तथा गले की पेशियों में संचुकन पैदा करता है और बाद में यह शरीर के अन्य भागों में फैल जाता है। | ||
{निम्नलिखित में से कौन सकारात्मक खेलकूद माहौल के लिए सही अनिवार्य तत्त्व हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-175 प्रश्न-115 | {निम्नलिखित में से कौन सकारात्मक खेलकूद माहौल के लिए सही अनिवार्य तत्त्व हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-175 प्रश्न-115 | ||
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-अधिकारियों और दर्शकों का रवैया और व्यवहार | -अधिकारियों और दर्शकों का रवैया और व्यवहार | ||
+उपर्युक्त सभी | +उपर्युक्त सभी | ||
||सकारात्मक | ||सकारात्मक वातावरण के लिए निम्नलिखित अवयवों की आवश्यकता होती है- जलवायु संबंधी सामान्य दशाएं, समाज की संस्कृति एवं परंपरा, खेल अधिकारियों एवं दर्शकों का रवैया एवं व्यवहार, माता-पिता एवं खिलाडियों का रवैया एवं व्यवहार, खेल, प्रशिक्षण एवं सुरक्षात्मक उपकरण, नशीली दवाओं, तंबाकू व मदिरा से मुक्त वातावरण | ||
{ | {रेडियश अल्ना अस्थि कहां स्थित होती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-36 प्रश्न-7 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+फोर आर्म | +फोर आर्म | ||
- | -लोअर लेग | ||
-पैर | -[[पैर]] | ||
-अपर आर्म | -अपर आर्म | ||
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{समाचार | |||
{[[समाचार पत्र]], टीवी एवं प्रदर्शनी किसके मुख्य साधन है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-22 प्रश्न-6 | |||
-शिक्षण | -शिक्षण | ||
-मूल्यांकन | -मूल्यांकन | ||
-पत्रकारिता | -[[पत्रकारिता]] | ||
+जनसंपर्क | +जनसंपर्क | ||
समाचार पत्र, टीवी, प्रदर्शनी तथा आजकल प्रचलित इंटरनेट एवं ऑनलाइन-समाचार | [[समाचार पत्र]], टीवी, प्रदर्शनी तथा आजकल प्रचलित इंटरनेट एवं ऑनलाइन-समाचार और वीडियो एडिटिंग करके अपने-अपने विषय वस्तु का प्रस्तुतीकरण कहते हैं जो जनसाधारण के लिए मनोरंजनकारी, आवश्यक एवं उपयोगी होता है। | ||
{किसी परीक्षण की विधता (Validity) किसके द्वारा निर्धारित होती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-5 प्रश्न-5 | {किसी परीक्षण की विधता (Validity) किसके द्वारा निर्धारित होती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-5 प्रश्न-5 |
12:02, 18 दिसम्बर 2016 का अवतरण
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