"कनडेलावोलु" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
 
पंक्ति 2: पंक्ति 2:
 
*'''कनडेलावोलु''' [[आंध्र प्रदेश]] में है। कनडेलावोलु का प्राचीन नाम [[कुरुनूल]], [[कुर्नूल]] है।  
 
*'''कनडेलावोलु''' [[आंध्र प्रदेश]] में है। कनडेलावोलु का प्राचीन नाम [[कुरुनूल]], [[कुर्नूल]] है।  
 
*कनडेलावोलु का अर्थ है, गाड़ी के पहिये में तेल डालने का स्थान।  
 
*कनडेलावोलु का अर्थ है, गाड़ी के पहिये में तेल डालने का स्थान।  
*[[किंवदंती]] है कि कुरुनूल से आठ मील{{मील|मील=8}}दूर एक विशाल मंदिर बनाया जा रहा था; पत्थर ढोने वाली गाड़ियों के पहियों में [[तुंगभद्रा नदी|तुंगभद्रा]] के इस पार ठहर कर गाड़ी वाले तेल डालते थे जिससे इस स्थान का नाम '''कनडेलावोलु''' पड़ गया।  
+
*[[किंवदंती]] है कि कुरुनूल से आठ मील (लगभग 12.8 कि.मी.) दूर एक विशाल मंदिर बनाया जा रहा था; पत्थर ढोने वाली गाड़ियों के पहियों में [[तुंगभद्रा नदी|तुंगभद्रा]] के इस पार ठहर कर गाड़ी वाले तेल डालते थे जिससे इस स्थान का नाम '''कनडेलावोलु''' पड़ गया।  
*कालांतर में कनडेलावोलु बस्ती बन गई जिसका कनडेलावोलु का [[अपभ्रंश]] रूप कुरुनूल नाम पड़ गया।  
+
*कालांतर में कनडेलावोलु बस्ती बन गई जिसका कनडेलावोलु का [[अपभ्रंश]] रूप '''कुरुनूल''' नाम पड़ गया।  
  
  

08:07, 24 मई 2018 के समय का अवतरण

  • कनडेलावोलु आंध्र प्रदेश में है। कनडेलावोलु का प्राचीन नाम कुरुनूल, कुर्नूल है।
  • कनडेलावोलु का अर्थ है, गाड़ी के पहिये में तेल डालने का स्थान।
  • किंवदंती है कि कुरुनूल से आठ मील (लगभग 12.8 कि.मी.) दूर एक विशाल मंदिर बनाया जा रहा था; पत्थर ढोने वाली गाड़ियों के पहियों में तुंगभद्रा के इस पार ठहर कर गाड़ी वाले तेल डालते थे जिससे इस स्थान का नाम कनडेलावोलु पड़ गया।
  • कालांतर में कनडेलावोलु बस्ती बन गई जिसका कनडेलावोलु का अपभ्रंश रूप कुरुनूल नाम पड़ गया।



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  • ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 130| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार


बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख