"अनुराधा नक्षत्र" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Text replacement - "विद्वान " to "विद्वान् ")
 
(4 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 5 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 +
अनुराधा [[नक्षत्र]] का स्वामी शनि है, जो राशि स्वामी मंगल का शत्रु है। अनुराधा में उत्तरीय सहित वस्त्र का दान करने का नियम है।
 
<poem>अर्थ - सफलता
 
<poem>अर्थ - सफलता
 
देव - मित्र</poem>  
 
देव - मित्र</poem>  
*अनुराधा [[नक्षत्र]] का स्वामी शनि है, जो राशि स्वामी मंगल का शत्रु है।
 
*अनुराधा में उत्तरीय सहित वस्त्र का दान करने का नियम है।
 
 
*अनुराधा में मित्र का व्रत और पूजन किया जाता है।
 
*अनुराधा में मित्र का व्रत और पूजन किया जाता है।
*अनुराधा नक्षत्र के देवता शनि को माना जाता है।  
+
*अनुराधा नक्षत्र के [[देवता]] [[शनि देव|शनि]] को माना जाता है।  
 
*मौल श्री के पेड  को अनुराधा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग मौल श्री की पूजा करते है।  
 
*मौल श्री के पेड  को अनुराधा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग मौल श्री की पूजा करते है।  
*इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के खाली हिस्से में मौल श्री के पेड को लगाते है।  
+
*इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में मौल श्री के पेड को लगाते है।  
 
*तुला राशि के पास ही दक्षिण-पूर्व की ओर एक बड़ा ‘वृश्चिक मण्डल’ या वृश्चिक राशि’ है, जिसकी आकृति बिच्छु के समान है।  
 
*तुला राशि के पास ही दक्षिण-पूर्व की ओर एक बड़ा ‘वृश्चिक मण्डल’ या वृश्चिक राशि’ है, जिसकी आकृति बिच्छु के समान है।  
 
*यह राशि मानचित्र में 225 अंश देशान्तर से 255 अंश देशान्तर तथा 30 अंश दक्षिणी अक्षांश तक फैली हुई है।  
 
*यह राशि मानचित्र में 225 अंश देशान्तर से 255 अंश देशान्तर तथा 30 अंश दक्षिणी अक्षांश तक फैली हुई है।  
पंक्ति 13: पंक्ति 12:
 
*इस तारे को अरबी साहित्य में ‘अलइकलील’ (अर्थात् ताज) ग्रीक भाषा में ‘स्कार पियोनिस’ तथा चाइनीज स्यू में ‘फंग’ कहते हैं।  
 
*इस तारे को अरबी साहित्य में ‘अलइकलील’ (अर्थात् ताज) ग्रीक भाषा में ‘स्कार पियोनिस’ तथा चाइनीज स्यू में ‘फंग’ कहते हैं।  
 
*अनुराधा का अर्थ होता है ‘सफलता’।  
 
*अनुराधा का अर्थ होता है ‘सफलता’।  
*काव्य के अनुसार अनुराधा 3 तारों का समूह है, जबकि अधिकारी विद्वान इसमें 4 तारों का समूह मानते हैं।  
+
*काव्य के अनुसार अनुराधा 3 तारों का समूह है, जबकि अधिकारी विद्वान् इसमें 4 तारों का समूह मानते हैं।  
 
*यह नक्षत्र कभी [[कमल]] के समान नजर आता है, तो कभी छतरी के समान दिखता है।  
 
*यह नक्षत्र कभी [[कमल]] के समान नजर आता है, तो कभी छतरी के समान दिखता है।  
 
*इस नक्षत्र का अधिदेवता मित्र है।  
 
*इस नक्षत्र का अधिदेवता मित्र है।  
*मित्र भी 12 [[आदित्य]] में से एक है, जो कि [[दक्ष|दक्ष प्रजापति]] की संतान है, जिसमें सूर्य प्रधान है, जिसने '[[अदिति]]' की कोख से जन्म लिया है। इस कारण सूर्य को आदित्य भी कहते हैं।  
+
*मित्र भी 12 [[आदित्य देवता|आदित्य]] में से एक है, जो कि [[दक्ष|दक्ष प्रजापति]] की संतान है, जिसमें सूर्य प्रधान है, जिसने '[[अदिति]]' की कोख से जन्म लिया है। इस कारण सूर्य को आदित्य भी कहते हैं।  
*‘मित्र’ सूर्य का ही सहोदर है।
+
*‘मित्र’ [[सूर्य]] का ही सहोदर है।
{{प्रचार}}
+
 
 
{{लेख प्रगति
 
{{लेख प्रगति
|आधार=आधार1
+
|आधार=  
|प्रारम्भिक=  
+
|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1
 
|माध्यमिक=
 
|माध्यमिक=
 
|पूर्णता=
 
|पूर्णता=
 
|शोध=
 
|शोध=
 
}}
 
}}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 
{{नक्षत्र}}
 
{{नक्षत्र}}
{{काल गणना}}
 
 
[[Category:ग्रह-नक्षत्र ज्योतिष]]
 
[[Category:ग्रह-नक्षत्र ज्योतिष]]
 
[[Category:पौराणिक_कोश]]
 
[[Category:पौराणिक_कोश]]
[[Category:नया पन्ना]]
+
[[Category:काल गणना]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__

14:24, 6 जुलाई 2017 के समय का अवतरण

अनुराधा नक्षत्र का स्वामी शनि है, जो राशि स्वामी मंगल का शत्रु है। अनुराधा में उत्तरीय सहित वस्त्र का दान करने का नियम है।

अर्थ - सफलता
देव - मित्र

  • अनुराधा में मित्र का व्रत और पूजन किया जाता है।
  • अनुराधा नक्षत्र के देवता शनि को माना जाता है।
  • मौल श्री के पेड को अनुराधा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग मौल श्री की पूजा करते है।
  • इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में मौल श्री के पेड को लगाते है।
  • तुला राशि के पास ही दक्षिण-पूर्व की ओर एक बड़ा ‘वृश्चिक मण्डल’ या वृश्चिक राशि’ है, जिसकी आकृति बिच्छु के समान है।
  • यह राशि मानचित्र में 225 अंश देशान्तर से 255 अंश देशान्तर तथा 30 अंश दक्षिणी अक्षांश तक फैली हुई है।
  • इसके मुहँ की ओर पाँच चमकीले सितारे हैं, जिनमें दक्षिण की ओर चौथे नम्बर का सितारा ‘अनुराधा’ नक्षत्र है।
  • आकाश गंगा का 17वां नक्षत्र ‘अनुराधा’ का विस्तार 213 अंश 20 कला से 226 अंश 40 कला तक निर्धारित है।
  • इस तारे को अरबी साहित्य में ‘अलइकलील’ (अर्थात् ताज) ग्रीक भाषा में ‘स्कार पियोनिस’ तथा चाइनीज स्यू में ‘फंग’ कहते हैं।
  • अनुराधा का अर्थ होता है ‘सफलता’।
  • काव्य के अनुसार अनुराधा 3 तारों का समूह है, जबकि अधिकारी विद्वान् इसमें 4 तारों का समूह मानते हैं।
  • यह नक्षत्र कभी कमल के समान नजर आता है, तो कभी छतरी के समान दिखता है।
  • इस नक्षत्र का अधिदेवता मित्र है।
  • मित्र भी 12 आदित्य में से एक है, जो कि दक्ष प्रजापति की संतान है, जिसमें सूर्य प्रधान है, जिसने 'अदिति' की कोख से जन्म लिया है। इस कारण सूर्य को आदित्य भी कहते हैं।
  • ‘मित्र’ सूर्य का ही सहोदर है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख