"मारने वाला है भगवान बचाने वाला है भगवान" के अवतरणों में अंतर
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− | श्रद्धा रखो | + | श्रद्धा रखो जगत् के लोगों, अपने दीनानाथ में। |
लाभ हानि जीवन और मृत्यु, सब कुछ उस के हाथ में॥ | लाभ हानि जीवन और मृत्यु, सब कुछ उस के हाथ में॥ | ||
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त्याग दो रे भाई फल की आशा, स्वार्थ बिना प्रीत जोड़ो। | त्याग दो रे भाई फल की आशा, स्वार्थ बिना प्रीत जोड़ो। | ||
− | कल क्या होगा इस की चिंता, | + | कल क्या होगा इस की चिंता, जगत् पिता पर छोड़ो। |
क्या होनी है क्या अनहोनी, सब का उसको ज्ञान॥ | क्या होनी है क्या अनहोनी, सब का उसको ज्ञान॥ | ||
13:57, 30 जून 2017 के समय का अवतरण
मारने वाला है भगवान बचाने वाला है भगवान
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विवरण | मारने वाला है भगवान बचाने वाला है भगवान एक प्रसिद्ध फ़िल्मी एवं भक्ति गीत है। |
रचनाकार | कवि प्रदीप |
फ़िल्म | हरि दर्शन (1972) |
संगीतकार | कल्याणजी-आनन्दजी |
गायक/गायिका | लता मंगेशकर |
अन्य जानकारी | कवि प्रदीप का मूल नाम 'रामचंद्र नारायणजी द्विवेदी' था। प्रदीप हिंदी साहित्य जगत् और हिंदी फ़िल्म जगत् के एक अति सुदृढ़ रचनाकार रहे। कवि प्रदीप 'ऐ मेरे वतन के लोगों' सरीखे देशभक्ति गीतों के लिए जाने जाते हैं। |
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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