चित्तौड़ का लेख

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

चित्तौड़ का लेख राजस्थान का एकमात्र शिलालेख है जिसमें स्त्रियों के प्रवेश को देवालयों में निषिद्ध बताया गया है।

  • 971 ई. का यह अभिलेख चित्तौड़गढ़ से प्राप्त हुआ था, लेकिन वर्तमान में यह वहां पर नहीं है।
  • इस लेख की एक प्रतिलिपि अहमदाबाद में भारतीय मंदिर में संगृहित है।
  • लेख से चित्तौड़ के तत्कालीन शासक नरवर्मा द्वारा चित्तौड़ में महावीर जिनालय के निर्माण का उल्लेख मिलता है।
  • इस प्रशस्ति में देवालयों में स्त्रियों के प्रवेश को निषिद्ध बताया गया है, जो कि तत्कालीन सामाजिक स्थिति और धार्मिक स्तर में पतन की ओर संकेत करता है।
  • अभिलेख से परमार वंश के शासकों का उल्लेख मिलता है।
  • यह राजस्थान का एकमात्र शिलालेख है जिसमें स्त्रियों के प्रवेश को देवालयों में निषिद्ध बताया गया है।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. राजस्थान के अभिलेख (हिंदी) samanyagyanedu.in। अभिगमन तिथि: 22 दिसम्बर, 2021।

संबंधित लेख