माले महादेश्वर बेट्टा
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माले महादेश्वर बेट्टा कर्नाटक की बिलगिरि रंगन पर्वतमाला से 160 किलोमीटर दूर स्थित है। माले का अर्थ होता है- 'पर्वत'।
- यहां स्थित मंदिर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है।
- कहा जाता है कि जब भी वीरप्पन किसी व्यक्ति का अपहरण करता था तो पीड़ित परिवार यहीं पर प्रार्थना करने आता था।
- शिव जी को समर्पित इस मंदिर में पूजा करने का तरीका भी अनोखा है। यहां श्रद्धालु जिन्हें देवरा गुड्डरु कहा जाता है, अपने माथे और गले में भस्म लगाते हैं और हाथों में मंजीरा लेकर नृत्य करते हैं। इसे कमसले नृत्य अथवा मंजीरों का नृत्य कहा जाता है।[1]
- शिवरात्रि का त्योहार यहां बडी धूमधाम से मनाया जाता है।
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