"दुमका": अवतरणों में अंतर
No edit summary |
|||
(4 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 5 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
[[चित्र:Masanjore-Dam-Dumka.jpg|thumb|250px|[[मसनजोर बाँध]], दुमका]] | |||
'''दुमका''' नगर [[झारखण्ड]] राज्य, पूर्वोत्तर [[भारत]] में स्थित है। यह नया दुमका भी कहलाता है। मोर नदी के पूर्व में स्थित दुमका सिद्धू कानू विश्वविद्यालय का मुख्यालय भी है। यह सड़क जंक्शन और प्रमुख [[कृषि]] व्यापार केंद्र है। यहाँ साप्ताहिक पशु हाट लगता है। 1903 में यहाँ नगरपालिका की स्थापना हुई। यहाँ पर मुख्यत: धान, [[मक्का]], [[गेहूँ]] और सरसों की खेती की जाती है। | |||
[[चित्र:Masanjore-Dam-Dumka.jpg|thumb|250px|[[मसनजोर | |||
दुमका नगर [[झारखण्ड]] राज्य, पूर्वोत्तर [[भारत]] में स्थित है। यह नया दुमका भी कहलाता है। | |||
==इतिहास== | ==इतिहास== | ||
[[पाषाण काल]] खनन के प्राप्त औजारों से पता चला है कि यहाँ के मूल निवासी मोन-ख्मेर और मुंडा थे। इस ज़िले के प्राचीन निवासी पहाड़ी लोग थे। ग्रीक यात्री [[मेगस्थनीज]] ने इन्हें माली नाम से संबोधित किया। राजमहल की पहाड़ियों के घिरे होने के कारण दुमका जितना दुर्गम रहा है उतना है आर्थिक दृष्ट से अहम भी। 1539 में [[चौसा का युद्ध|चौसा के युद्ध]] में [[शेरशाह सूरी]] की जीत के बाद यह क्षेत्र [[अफ़ग़ान|अफ़ग़ानों]] के क़ब्ज़े में आ गया, लेकिन जब हुसैन कुली ख़ान ने [[अखण्डित बंगाल|बंगाल]] पर जीत हासिल की तो यह क्षेत्र मुग़ल सम्राट [[अकबर]] के प्रभुत्व में आ गया। | |||
==जनसंख्या== | ==जनसंख्या== | ||
[[2001]] की जनगणना के अनुसार दुमका शहर की कुल जनसंख्या 44,917 है। और दुमका ज़िले की कुल जनसंख्या 17,54,571 है। | [[2001]] की जनगणना के अनुसार दुमका शहर की कुल जनसंख्या 44,917 है। और दुमका ज़िले की कुल जनसंख्या 17,54,571 है। | ||
==पर्यटन== | ==पर्यटन== | ||
यहाँ पर पर्यटक प्रकृति की अनमोल देन जंगलों और पहाड़ों की सैर कर सकते हैं। इनकी सैर के अलावा यहाँ पर मनमोहक स्थलों के ख़ूबसूरत दृश्य देखे जा सकते हैं। बड़ा भुमका, छोटो, गारड़ो, मसनजोर और बाबा वासुकीनाथ धाम इसके प्रमुख पर्यटक स्थल है। यह सब देखने के बाद दुमका की खदानों और हरे-भरे खेतों में सैर का आनंद लेना भी पर्यटकों को बहुत पसंद आता | यहाँ पर पर्यटक प्रकृति की अनमोल देन जंगलों और पहाड़ों की [[सैर]] कर सकते हैं। इनकी सैर के अलावा यहाँ पर मनमोहक स्थलों के ख़ूबसूरत दृश्य देखे जा सकते हैं। बड़ा भुमका, छोटो, गारड़ो, मसनजोर और बाबा वासुकीनाथ धाम इसके प्रमुख पर्यटक स्थल है। यह सब देखने के बाद दुमका की खदानों और हरे-भरे खेतों में सैर का आनंद लेना भी पर्यटकों को बहुत पसंद आता है। | ||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति | ||
|आधार= | |आधार= | ||
|प्रारम्भिक= | |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 | ||
|माध्यमिक= | |माध्यमिक= | ||
|पूर्णता= | |पूर्णता= | ||
|शोध= | |शोध= | ||
}} | }} | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{झारखण्ड के नगर}} | {{झारखण्ड के नगर}} |
13:19, 18 जनवरी 2013 के समय का अवतरण

दुमका नगर झारखण्ड राज्य, पूर्वोत्तर भारत में स्थित है। यह नया दुमका भी कहलाता है। मोर नदी के पूर्व में स्थित दुमका सिद्धू कानू विश्वविद्यालय का मुख्यालय भी है। यह सड़क जंक्शन और प्रमुख कृषि व्यापार केंद्र है। यहाँ साप्ताहिक पशु हाट लगता है। 1903 में यहाँ नगरपालिका की स्थापना हुई। यहाँ पर मुख्यत: धान, मक्का, गेहूँ और सरसों की खेती की जाती है।
इतिहास
पाषाण काल खनन के प्राप्त औजारों से पता चला है कि यहाँ के मूल निवासी मोन-ख्मेर और मुंडा थे। इस ज़िले के प्राचीन निवासी पहाड़ी लोग थे। ग्रीक यात्री मेगस्थनीज ने इन्हें माली नाम से संबोधित किया। राजमहल की पहाड़ियों के घिरे होने के कारण दुमका जितना दुर्गम रहा है उतना है आर्थिक दृष्ट से अहम भी। 1539 में चौसा के युद्ध में शेरशाह सूरी की जीत के बाद यह क्षेत्र अफ़ग़ानों के क़ब्ज़े में आ गया, लेकिन जब हुसैन कुली ख़ान ने बंगाल पर जीत हासिल की तो यह क्षेत्र मुग़ल सम्राट अकबर के प्रभुत्व में आ गया।
जनसंख्या
2001 की जनगणना के अनुसार दुमका शहर की कुल जनसंख्या 44,917 है। और दुमका ज़िले की कुल जनसंख्या 17,54,571 है।
पर्यटन
यहाँ पर पर्यटक प्रकृति की अनमोल देन जंगलों और पहाड़ों की सैर कर सकते हैं। इनकी सैर के अलावा यहाँ पर मनमोहक स्थलों के ख़ूबसूरत दृश्य देखे जा सकते हैं। बड़ा भुमका, छोटो, गारड़ो, मसनजोर और बाबा वासुकीनाथ धाम इसके प्रमुख पर्यटक स्थल है। यह सब देखने के बाद दुमका की खदानों और हरे-भरे खेतों में सैर का आनंद लेना भी पर्यटकों को बहुत पसंद आता है।
|
|
|
|
|
संबंधित लेख