"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/2": अवतरणों में अंतर
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||[[खनिज]] संपदा से ही [[छ्त्तीसगढ़]] को सालाना 600 करोड़ रुपये से ज़्यादा का राजस्व प्राप्त होता है। [[रायपुर ज़िला|रायपुर ज़िले]] के देवभोग में [[हीरा|हीरे]] के भंडार हैं। छत्तीसगढ़ [[भारत]] के खनिज समृद्ध राज्यों में से एक है। यहाँ पर चूना-पत्थर, लौह अयस्क, [[तांबा]], फ़ॉस्फ़ेट, [[मैंगनीज़]], बॉक्साइट, कोयला, एसबेस्टॅस और अभ्रक के उल्लेखनीय भंडार हैं। तांबे की सर्वाधिक मात्रा [[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] से प्राप्त होती है। यहाँ कोयला समृद्ध [[कोरबा ज़िला|कोरबा]] में तीन तापविद्युत संयंत्र हैं, और अन्य कई संयंत्र लगाने की योजना है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रायपुर]] | |||
{पंडित रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय किस नगर में स्थित है? | {पंडित रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय किस नगर में स्थित है? | ||
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-[[दन्तेवाड़ा]] | -[[दन्तेवाड़ा]] | ||
-[[रायगढ़ ज़िला|रायगढ़]] | -[[रायगढ़ ज़िला|रायगढ़]] | ||
||[[छत्तीसगढ़]] का दुर्ग एक प्रमुख [[कृषि]] बाज़ार है। यहाँ [[चावल]] एवं अरहर दाल की मिलें भी हैं। दुर्ग सर्वाधिक चना उत्पादन में सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में प्रथम है। भिलाई इस्पात संयंत्र की स्थापना के बाद इस शहर का ओद्योगिक केंद्र के रूप में महत्त्व बढ़ गया। यहाँ के लघु उद्योगों में पीतल और कांसे का काम (फुलकारी उत्पादन), तेल पेराई, धान कुटाई एवं बुनाई सहकारिता उद्योग शामिल हैं। शहर में 'पंडित रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय' से संबध्द कई महाविद्यालयों से अलावा एक पॉलीटेक्निक और अन्य तकनीकी संस्थान हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रायपुर]] | |||
{[[तीरथगढ़ जलप्रपात]] से किस नदी का [[जल]] गिरता है? | {[[तीरथगढ़ जलप्रपात]] से किस नदी का [[जल]] गिरता है? |
09:09, 28 जनवरी 2012 का अवतरण
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