"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/2": अवतरणों में अंतर
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-[[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] | -[[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] | ||
-[[चांपा]] | -[[चांपा]] | ||
||[[चित्र:Bastar-District-Map.jpg|right| | ||[[चित्र:Bastar-District-Map.jpg|right|120px|बस्तर ज़िले का मानचित्र]]शिक्षा के क्षेत्र में [[छत्तीसगढ़]] ने धीरे-धीरे विकास की गति को अपनाया है। हालांकि इस राज्य का [[बस्तर ज़िला]] अन्य ज़िलों की अपेक्षा साक्षरता की निम्न दर रखता है। शायद इसकी वजह यह है कि यहाँ आदिवासी लोगों की संख्या सर्वाधिक है। ऐतिहासिक दृष्टि से देखें तो छत्तीसगढ़ की शिक्षा पद्धति में [[संस्कृत]] का महत्त्वपूर्ण स्थान है। महंत वैष्णवदास जी संस्कृत शिक्षा के बड़े प्रेमी थे। शिक्षा के प्रसार-प्रचार के लिए उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[छत्तीसगढ़]] | ||
{स्वतंत्रता के उपरान्त [[छत्तीसगढ़]] में प्रारम्भ होने वाला रेल खण्ड कौन-सा है? | {स्वतंत्रता के उपरान्त [[छत्तीसगढ़]] में प्रारम्भ होने वाला रेल खण्ड कौन-सा है? | ||
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+पहाड़ी [[मैना]] | +पहाड़ी [[मैना]] | ||
-गोरैया | -गोरैया | ||
||[[चित्र:Starling.jpg|right| | ||[[चित्र:Starling.jpg|right|110px|मैना]]छत्तीसगढ़ राज्य में 3 राष्ट्रीय पार्क और 11 वाइल्ड लाइफ़ सेंचुरी हैं, जहाँ विंटर सीजन के लिए जंगल सफारी और कैंपिंग सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसके अतिरिक्त छत्तीसगढ़ राज्य में [[कांगेर घाटी नेशनल पार्क|कांकेर घाटी]], [[अचानकमार वन्य जीवन अभयारण्य|अचानकमार]], बारनवापारा और चित्रकोट, मैनपाट जैसे स्थल एडवेंचर के लिए विकसित किए जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में 'पहाड़ी मैना' को राजकीय पक्षी का गौरव प्रदान किया गया है। बारनवापारा राज्य का प्रथम पक्षी विहार था, जिसे ब्रिटिशकाल में विकसित किया गया था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[छत्तीसगढ़]] | ||
{[[छत्तीसगढ़]] शासन द्वारा सामाजिक सुरक्षा व निराश्रितों को दी जाने वाली पेन्शन राशि का आधा हिस्सा किस रूप से दिये जाने का निर्णय लिया गया है? | {[[छत्तीसगढ़]] शासन द्वारा सामाजिक सुरक्षा व निराश्रितों को दी जाने वाली पेन्शन राशि का आधा हिस्सा किस रूप से दिये जाने का निर्णय लिया गया है? | ||
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-जगदलपुर | -जगदलपुर | ||
-[[दुर्ग छत्तीसगढ़|दुर्ग]] | -[[दुर्ग छत्तीसगढ़|दुर्ग]] | ||
||[[चित्र:Dantewada-District-Map.jpg|right| | ||[[चित्र:Dantewada-District-Map.jpg|right|120px|दंतेवाड़ा ज़िले का मानचित्र्]][[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] में रतनपुर का 'महामाया मंदिर', डूंगरगढ में 'बंबलेश्वरी देवी मंदिर', दन्तेवाड़ा में '[[दंतेश्वरी देवी मंदिर]]' और छठी से दसवीं शताब्दी में [[बौद्ध धर्म]] का प्रमुख केंद्र रहा 'सिरपुर' भी महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं। महाप्रभु [[वल्लभाचार्य]] का जन्मस्थान चंपारण, खूटाघाट जल प्रपात, मल्लाहार में 'डिंडनेश्वरी देवी मंदिर', [[अचानकमार वन्य जीवन अभयारण्य|अचानकमार अभयारण्य]], [[रायपुर]] के पास उदंति अभयारण्य, [[कोरबा ज़िला|कोरबा ज़िले]] में पाली और कंडई जलप्रपात भी पर्यटकों के मनपसंद स्थल हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[छत्तीसगढ़]] | ||
{सिरपुर किस [[धर्म]] का महत्त्वपूर्ण स्थल था? | {सिरपुर किस [[धर्म]] का महत्त्वपूर्ण स्थल था? | ||
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-[[हिन्दू धर्म]] | -[[हिन्दू धर्म]] | ||
-[[ईसाई धर्म]] | -[[ईसाई धर्म]] | ||
||[[चित्र:Buddha-National-Museum-Delhi.jpg|right| | ||[[चित्र:Buddha-National-Museum-Delhi.jpg|right|80px|बुद्ध प्रतिमा]][[छत्तीसगढ़]] राज्य का 'सिरपुर' छठी से दसवीं शताब्दी तक [[बौद्ध धर्म]] के लिए विख्यात था। यहाँ पर बौद्ध धर्म का बहुत प्रसार-प्रचार हुआ था। आज भी अनेक [[बौद्ध]] अवशेष यहाँ मौजूद हैं। [[चांपा]] का साबरी मंदिर, शिवरीनारायण का नरनारायण मंदिर, रंजिम का राजीव लोचन और कुलेश्वर मंदिर, सिरपुर का लक्ष्मण मंदिर और [[जंजगीर-चम्पा ज़िला|जंजगीर]] का [[विष्णु]] मंदिर यहाँ के महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[छत्तीसगढ़]] | ||
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10:14, 28 जनवरी 2012 का अवतरण
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