"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/3": अवतरणों में अंतर
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{[[बोकारो इस्पात कारखाना|बोकारो इस्पात कारखाने]] को [[ | {[[बोकारो इस्पात कारखाना|बोकारो इस्पात कारखाने]] को [[लौह अयस्क]] की आपूर्ति कहाँ से की जाती है? | ||
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-नोआमुण्डी खान से | -नोआमुण्डी खान से | ||
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||'टाटानगर' के नाम से प्रसिद्ध [[जमशेदपुर]] की स्थापना [[1907]] में उद्योगपति [[जमशेदजी टाटा]] ने की थी। अपनी स्थापना के कुछ ही समय बाद जमशेदपुर तेज़ी से एक महत्त्वपूर्ण नगर बन गया। [[झारखण्ड]] का दूसरा सबसे बड़ा शहर जमशेदपुर महत्त्वपूर्ण रेल और सड़क जंक्शन है। यहाँ के उद्योगों में [[भारत]] का प्रमुख [[लोहा]] और [[इस्पात]] का कारख़ाना, वाहन संयोजन कारख़ाना, [[कृषि]] के उपकरणों का निर्माण, कलई किए हुए लोहे के बर्तन तथा रेल इंजन के पुर्जे बनाने के कारख़ाने शामिल हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जमशेदपुर]] | ||'टाटानगर' के नाम से प्रसिद्ध [[जमशेदपुर]] की स्थापना [[1907]] में उद्योगपति [[जमशेदजी टाटा]] ने की थी। अपनी स्थापना के कुछ ही समय बाद जमशेदपुर तेज़ी से एक महत्त्वपूर्ण नगर बन गया। [[झारखण्ड]] का दूसरा सबसे बड़ा शहर जमशेदपुर महत्त्वपूर्ण रेल और सड़क जंक्शन है। यहाँ के उद्योगों में [[भारत]] का प्रमुख [[लोहा]] और [[इस्पात]] का कारख़ाना, वाहन संयोजन कारख़ाना, [[कृषि]] के उपकरणों का निर्माण, कलई किए हुए लोहे के बर्तन तथा रेल इंजन के पुर्जे बनाने के कारख़ाने शामिल हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जमशेदपुर]] | ||
{[[झारखण्ड]] | {[[झारखण्ड]] में काले हीरों की नगरी कौन-सी है? | ||
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-झरिया | -झरिया | ||
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-[[दुमका]] | -[[दुमका]] | ||
+[[धनबाद]] | +[[धनबाद]] | ||
||[[चित्र:Coal-Mine-Dhanbad-Jharkhand.jpg|right|120px|कोयले की खान, धनबाद]]'धनबाद' [[भारत]] के [[झारखण्ड]] में स्थित एक मुख्य शहर है। यह कोयले की ख़ानों के लिए पूरे देश में मशहूर है। | ||[[चित्र:Coal-Mine-Dhanbad-Jharkhand.jpg|right|120px|कोयले की खान, धनबाद]]'धनबाद' [[भारत]] के [[झारखण्ड]] में स्थित एक मुख्य शहर है। यह कोयले की ख़ानों के लिए पूरे देश में मशहूर है। धनबाद औद्योगिक, सामाजिक, सांस्कृतिक व वाणिज्यिक क्षेत्र में अग्रणी है। झारखण्ड में स्थित इस शहर को 'कोयला राजधानी' नाम से भी जाना जाता है। कोयले की अत्यधिक प्रचुरता के कारण ही धनबाद को 'काले हीरे का नगर' भी कहा जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[धनबाद]] | ||
{क्षेत्रफल की दृष्टि से देश में [[झारखण्ड]] का कौन-सा स्थान है? | {क्षेत्रफल की दृष्टि से देश में [[झारखण्ड]] का कौन-सा स्थान है? | ||
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-[[देवघर]] | -[[देवघर]] | ||
-साहेबगंज | -साहेबगंज | ||
||सड़क व रेल मार्ग के लिए | ||सड़क व रेल मार्ग के लिए धनबाद [[झारखण्ड]] में अपना विशेष स्थान बना चुका है। वहीं वायुमार्ग के दृष्टिकोण से 'बरवाअड्डा' हवाई पट्टी के विस्तारीकरण का काम तेजी से प्रारम्भ हुआ। धनबाद [[भारत]] के उन कुछ चुनिंदा शहरों में से एक है, जिसकी आबादी पूरी गति से बढ़ रही है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[धनबाद]] | ||
{[[झारखण्ड]] में [[हिन्दी]] के बाद सर्वाधिक बोली जाने वाली [[भाषा]] कौन-सी है? | {[[झारखण्ड]] में [[हिन्दी]] के बाद सर्वाधिक बोली जाने वाली [[भाषा]] कौन-सी है? | ||
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-[[कुरुख भाषा|कुरुख]] | -[[कुरुख भाषा|कुरुख]] | ||
-नागपुरी | -नागपुरी | ||
+ | +[[संथाली भाषा|संथाली]] | ||
{[[मुण्डा]] लोग अपने ग्रामों को क्या कहते हैं? | {[[मुण्डा]] लोग अपने ग्रामों को क्या कहते हैं? | ||
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+[[जमशेदपुर]] | +[[जमशेदपुर]] | ||
-[[पलामू]] | -[[पलामू]] | ||
||'जमशेदपुर' शहर, [[पूर्वी सिंहभूम ज़िला]], [[झारखण्ड]] राज्य, जो [[बिहार]] से अलग होकर नवगठित राज्य बना था, | ||'जमशेदपुर' शहर, [[पूर्वी सिंहभूम ज़िला]], [[झारखण्ड]] राज्य, जो [[बिहार]] से अलग होकर नवगठित राज्य बना था, [[पूर्वोत्तर भारत]] में [[स्वर्णरेखा नदी|स्वर्णरेखा]] और खरकई नदियों के संगम पर स्थित है। यहाँ 'नेशनल मेटलर्जिकल लेबोरेट्री' स्थित है। 'ऑल इंडिया झारखण्ड स्टूडेन्ट यूनियन' का गठन भी [[जमशेदपुर]] में ही हुआ था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जमशेदपुर]] | ||
{'[[सरहुल नृत्य]]' किस जनजाति के द्वारा किया जाता है? | {'[[सरहुल नृत्य]]' किस जनजाति के द्वारा किया जाता है? | ||
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-[[मलूटी]] | -[[मलूटी]] | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||'उगमहल' [[बिहार]] प्रांत के [[राजमहल]] का मध्ययुगीन नाम है। [[अकबर]] के मुख्य सेनापति राजा [[मानसिंह]] ने 1592 ई. में '[[उगमहल]]' के स्थान पर राजमहल को बसाया था। राजा मानसिंह ने राजमहल को [[बंगाल]] प्रांत की राजधानी बनाया। राजमहल का प्राचीन नाम 'कजंगल' था। 'उगमहल' का नाम अकबर के वित्तमंत्री [[टोडरमल]] के [[अभिलेख|अभिलेखों]] में भी मिलता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[उगमहल]] | ||'उगमहल' [[बिहार]] प्रांत के [[राजमहल]] का मध्ययुगीन नाम है। [[अकबर]] के मुख्य सेनापति राजा [[मानसिंह]] ने 1592 ई. में '[[उगमहल]]' के स्थान पर राजमहल को बसाया था। राजा मानसिंह ने राजमहल को [[बंगाल]] प्रांत की राजधानी बनाया। राजमहल का प्राचीन नाम 'कजंगल' था। 'उगमहल' का नाम [[अकबर]] के वित्तमंत्री [[टोडरमल]] के [[अभिलेख|अभिलेखों]] में भी मिलता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[उगमहल]] | ||
{बिरहोर जनजाति के घर क्या कहलाते हैं? | {बिरहोर जनजाति के घर क्या कहलाते हैं? | ||
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-[[जापान]] | -[[जापान]] | ||
-[[फ़्राँस]] | -[[फ़्राँस]] | ||
||[[चित्र:Bokaro-Steel-Plant.jpg|right|120px|बोकारो स्टील प्लांट]]'बोकारो स्टील प्लांट' [[भारत]] के [[झारखण्ड]] राज्य के [[बोकारो]] नगर में स्थित है। यह स्टील प्लांट देश की प्रमुख नदियों में से एक [[दामोदर नदी]] के तट पर स्थित भारत का सबसे बड़ा स्टील प्लांट हैं। झारखण्ड राज्य के शहर बोकारो में कई पर्यटन स्थल हैं, जिनमें से यह | ||[[चित्र:Bokaro-Steel-Plant.jpg|right|120px|बोकारो स्टील प्लांट]]'बोकारो स्टील प्लांट' [[भारत]] के [[झारखण्ड]] राज्य के [[बोकारो]] नगर में स्थित है। यह स्टील प्लांट देश की प्रमुख नदियों में से एक [[दामोदर नदी]] के तट पर स्थित भारत का सबसे बड़ा स्टील प्लांट हैं। झारखण्ड राज्य के शहर बोकारो में कई पर्यटन स्थल हैं, जिनमें से एक यह है। '[[बोकारो स्टील प्लांट]] की स्थापना भारत के पुराने सहयोगी देश [[रूस]] की सहायता से [[1965]] ई. में की गई थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बोकारो स्टील प्लांट]] | ||
{'दीयपुर दलमी' नाम से प्रसिद्ध दुर्गा मन्दिर [[झारखण्ड]] के किस शहर में है? | {'दीयपुर दलमी' नाम से प्रसिद्ध दुर्गा मन्दिर [[झारखण्ड]] के किस शहर में है? | ||
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-[[राजमहल]] | -[[राजमहल]] | ||
-[[गिरिडीह]] | -[[गिरिडीह]] | ||
||'धनबाद' [[भारत]] के [[झारखण्ड]] राज्य में स्थित एक शहर है, जो कोयले की ख़ानों के लिए पूरे देश में मशहूर है। पर्यटन के लिहाज़ से भी | ||'धनबाद' [[भारत]] के [[झारखण्ड]] राज्य में स्थित एक शहर है, जो कोयले की ख़ानों के लिए पूरे देश में मशहूर है। पर्यटन के लिहाज़ से भी धनबाद में कोयले की खदानें काफ़ी महत्त्वपूर्ण हैं। देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग इन खदानों को देखने के लिए यहाँ आते हैं। इसके अलावा यहाँ एक भव्य [[दुर्गा]] माता का मन्दिर भी है, जो 'दीयपुर दलमी' के नाम से जाना जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[धनबाद]] | ||
{किस | {किस मुस्लिम शासक ने [[देवघर]] को अपनी राजधानी बनाया था। | ||
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-[[अलाउद्दीन ख़िलजी]] | -[[अलाउद्दीन ख़िलजी]] | ||
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+[[बख़्तियार ख़िलजी]] | +[[बख़्तियार ख़िलजी]] | ||
-[[जहाँगीर]] | -[[जहाँगीर]] | ||
||[[बिहार]] पर सबसे पहले विजय पाने वाला | ||[[बिहार]] पर सबसे पहले विजय पाने वाला मुस्लिम शासक 'बख़्तियार ख़िलजी' था। 12वीं शती में बख़्तियार ख़िलजी के आक्रमण से '[[नालन्दा विश्वविद्यालय]]' नष्ट हो गया था। पूर्व में तुर्क अधिक सफल रहे थे। एक ख़िलजी अधिकारी, बख़्तियार ख़िलजी, जिसके चाचा ने [[तराइन की लड़ाई]] में भाग लिया था, [[बनारस]] के पार कुछ क्षेत्रों का शासक हुआ। उसने इस बात का लाभ उठाया और बिहार में कई आक्रमण किए। इन आक्रमणों के दौरान उसने '[[नालन्दा]]' और '[[विक्रमशिला]]' जैसे [[बौद्ध]] मठों को ध्वंस कर दिया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बख़्तियार ख़िलजी]] | ||
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14:21, 5 जून 2012 का अवतरण
झारखण्ड सामान्य ज्ञान
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