"घण्टा": अवतरणों में अंतर
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'''घण्टा''' एक [[घन वाद्य]] है। यह प्राय: काँसा मिश्रित पीतल अथवा लौह [[धातु]] से निर्मित किया जाता है। [[हिन्दू धर्म]] में इसका प्रयोग बड़े पैमाने पर होता है। [[हिन्दू|हिन्दुओं]] में किसी भी धार्मिक उत्सव या क्रियाविधि आदि में घण्टे का प्रयोग अनिवार्य माना गया है। | '''घण्टा''' एक [[घन वाद्य]] है। यह प्राय: काँसा मिश्रित [[पीतल]] अथवा लौह [[धातु]] से निर्मित किया जाता है। [[हिन्दू धर्म]] में इसका प्रयोग बड़े पैमाने पर होता है। [[हिन्दू|हिन्दुओं]] में किसी भी धार्मिक उत्सव या क्रियाविधि आदि में घण्टे का प्रयोग अनिवार्य माना गया है। | ||
*घण्टे का व्यवहार कई प्रकार का और इनकी आकृति भी कई प्रकार की होती है। | *घण्टे का व्यवहार कई प्रकार का और इनकी आकृति भी कई प्रकार की होती है। |
08:42, 9 जून 2013 के समय का अवतरण

घण्टा एक घन वाद्य है। यह प्राय: काँसा मिश्रित पीतल अथवा लौह धातु से निर्मित किया जाता है। हिन्दू धर्म में इसका प्रयोग बड़े पैमाने पर होता है। हिन्दुओं में किसी भी धार्मिक उत्सव या क्रियाविधि आदि में घण्टे का प्रयोग अनिवार्य माना गया है।
- घण्टे का व्यवहार कई प्रकार का और इनकी आकृति भी कई प्रकार की होती है।
- भारत में देवताओं की पूजा आदि में जिस घण्टे का प्रयोग होता है, उसके साथ पीतल या काँसा निर्मित एक दण्ड भी रहता है, बायें हाथ में यह दण्ड रखकर घण्टा बजाया जाता है।
- मंदिरों में जंजीर की सहायता से घण्टा बाँधा जाता है, जहाँ पर यह झूलता रहता है।
- देवदर्शनाकांक्षी व्यक्ति मंदिरों में प्रवेश करते समय यह घण्टा बजाता है।
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