"बसोहली चित्रकला": अवतरणों में अंतर
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'''बसोहली चित्रकला''' का जन्म [[हिन्दू]], [[मुग़ल]] तथा [[चित्रकला पहाड़ी शैली|पहाड़ी शैलियों]] के समन्वय से हुआ है जिसमें [[चित्रकला मुग़ल शैली|मुग़ल शैली]] की भाँति झीने परदों तथा पुरुषों के कपड़ों का प्रयोग किया गया है जबकि चेहरे स्थानीय लोक कला पर आधारित हैं। | '''बसोहली चित्रकला''' का जन्म [[हिन्दू]], [[मुग़ल]] तथा [[चित्रकला पहाड़ी शैली|पहाड़ी शैलियों]] के समन्वय से हुआ है जिसमें [[चित्रकला मुग़ल शैली|मुग़ल शैली]] की भाँति झीने परदों तथा पुरुषों के कपड़ों का प्रयोग किया गया है जबकि चेहरे स्थानीय लोक कला पर आधारित हैं। | ||
*बसोहली चित्रकला शैली [[हिन्दू धर्म]] एवं परम्परा से अधिक प्रभावित रही और [[विष्णु]] एवं उनके [[विष्णु के दशावतार|दशावतारों]] का अधिक चित्रण किया गया। | *बसोहली चित्रकला शैली [[हिन्दू धर्म]] एवं परम्परा से अधिक प्रभावित रही और [[विष्णु]] एवं उनके [[विष्णु के दशावतार|दशावतारों]] का अधिक चित्रण किया गया। | ||
*बसोहली चित्रकला शैली के अंतर्गत [[रामायण]], [[महाभारत]] तथा गीत गोविन्द पर आधारित चित्रों की भी रचना की गयी है। | *बसोहली चित्रकला शैली के अंतर्गत [[रामायण]], [[महाभारत]] तथा [[गीत गोविन्द]] पर आधारित चित्रों की भी रचना की गयी है। | ||
11:25, 19 मई 2015 का अवतरण

बसोहली चित्रकला का जन्म हिन्दू, मुग़ल तथा पहाड़ी शैलियों के समन्वय से हुआ है जिसमें मुग़ल शैली की भाँति झीने परदों तथा पुरुषों के कपड़ों का प्रयोग किया गया है जबकि चेहरे स्थानीय लोक कला पर आधारित हैं।
- बसोहली चित्रकला शैली हिन्दू धर्म एवं परम्परा से अधिक प्रभावित रही और विष्णु एवं उनके दशावतारों का अधिक चित्रण किया गया।
- बसोहली चित्रकला शैली के अंतर्गत रामायण, महाभारत तथा गीत गोविन्द पर आधारित चित्रों की भी रचना की गयी है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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