"बाबुल सुप्रियो": अवतरणों में अंतर
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'''बाबुल सुप्रियो''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Babul Supriyo'', जन्म- [[15 दिसंबर]], [[1970]]) | {{सूचना बक्सा राजनीतिज्ञ | ||
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}}'''बाबुल सुप्रियो''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Babul Supriyo'', जन्म- [[15 दिसंबर]], [[1970]]) भारतीय पार्श्वगायक, लाइव परफ़ॉर्मर, टीवी होस्ट, अभिनेता और राजनीतिज्ञ और सांसद हैं। उनका पूरा नाम 'बाबुल सुप्रियो बराल' है। वह भारतीय संसद में आसनसोल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। बाबुल सुप्रियो [[भारत]] में केंद्रीय मंत्रिपरिषद में भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम के राज्य मंत्री हैं। बाबुल सुप्रियो अपने 90 के दशक के गायक के रूप की छवि के लिए अधिक पहचाने जाते हैं, जिन्होंने अपना योगदान [[हिंदी सिनेमा]] में दिया। उन्होंने हिंदी सिनेमा के अलावा बंगाली गाने भी गाये हैं। इसके अलावा वह अन्य 11 भाषाओं में भी गीत गाने के लिए जाने जाते हैं। | |||
==परिचय== | ==परिचय== | ||
बाबुल सुप्रियो का जन्म 15 दिसंबर, 1970 को एक [[बंगाली]] [[परिवार]] में हुआ, जो [[संगीत]] से जुड़ा हुआ था। ये अपने दादा जी बांकीकांठा एन.सी. बराल से काफी प्रभावित थे, जो एक बंगाली संगीतकार और गायक थे। बाबुल सुप्रियो ने अपना मूल संगीत अपने दादा जी द्वारा ही सीखा था। इनकी शिक्षा डॉन बोस्को हाई एंड टेक्निकल स्कूल से पूर्ण हुई, वहीं इन्होंने आल इंडिया डॉन बोस्को म्यूजिक चैंपियन और द मोस्ट एनरिचिंग टैलेंट अवार्ड जीता। संगीत के चलते बाबुल सुप्रियो ने कई स्कूल और इंटर कॉलेज में परफॉर्म किया। उसके साथ ही वह [[दूरदर्शन]] और आल इंडिया रेडियो का भी भाग बने। | बाबुल सुप्रियो का जन्म 15 दिसंबर, 1970 को एक [[बंगाली]] [[परिवार]] में हुआ, जो [[संगीत]] से जुड़ा हुआ था। ये अपने दादा जी बांकीकांठा एन.सी. बराल से काफी प्रभावित थे, जो एक बंगाली संगीतकार और गायक थे। बाबुल सुप्रियो ने अपना मूल संगीत अपने दादा जी द्वारा ही सीखा था। इनकी शिक्षा डॉन बोस्को हाई एंड टेक्निकल स्कूल से पूर्ण हुई, वहीं इन्होंने आल इंडिया डॉन बोस्को म्यूजिक चैंपियन और द मोस्ट एनरिचिंग टैलेंट अवार्ड जीता। संगीत के चलते बाबुल सुप्रियो ने कई स्कूल और इंटर कॉलेज में परफॉर्म किया। उसके साथ ही वह [[दूरदर्शन]] और आल इंडिया रेडियो का भी भाग बने। | ||
सन [[1991]] में इन्होने जब अपना कॉलेज पूरा किया, तो ये स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में नौकरी करने लगे। बाबुल सुप्रियो ने बॉलीवुड में अपना करियर बनाने के लिए [[1992]] में [[मुंबई]] में स्थित बैंक में छोटी अवधि के लिए काम किया। मुंबई आने के बाद इन्हें पहला ब्रेक कल्याणजी द्वारा प्राप्त हुआ जो एक संगीत निदेशक और संगीतकार हैं। इन्हें विदेशी लाइव शो में प्रदर्शन करने के लिए चुना गया था। '''मनोरंजन उद्योग में प्रवेश करने के बाद उन्होंने अपना नाम ''बाबुल सुप्रियो बराल'' से ''बाबुल सुप्रियो'' कर लिया। सन [[1993]] में बाबुल सुप्रियो [[अमिताभ बच्चन]] के साथ लाइव शो करने के लिए यूएसए और कनाडा गए। इसके अलावा [[आशा भोंसले]] के साथ भी यूएस की यात्रा कर चुके हैं।<ref>{{cite web |url=https://oyehero.com/political/babul-supriyo-biography-in-hindi/ |title=बाबुल सुप्रियो का जीवन परिचय|accessmonthday=09 अगस्त|accessyear=2020 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=oyehero.com |language=हिंदी}}</ref> | सन [[1991]] में इन्होने जब अपना कॉलेज पूरा किया, तो ये स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में नौकरी करने लगे। बाबुल सुप्रियो ने बॉलीवुड में अपना करियर बनाने के लिए [[1992]] में [[मुंबई]] में स्थित बैंक में छोटी अवधि के लिए काम किया। मुंबई आने के बाद इन्हें पहला ब्रेक कल्याणजी द्वारा प्राप्त हुआ जो एक संगीत निदेशक और संगीतकार हैं। इन्हें विदेशी लाइव शो में प्रदर्शन करने के लिए चुना गया था। '''मनोरंजन उद्योग में प्रवेश करने के बाद उन्होंने अपना नाम ''बाबुल सुप्रियो बराल'' से ''बाबुल सुप्रियो'' कर लिया।''' सन [[1993]] में बाबुल सुप्रियो [[अमिताभ बच्चन]] के साथ लाइव शो करने के लिए यूएसए और कनाडा गए। इसके अलावा [[आशा भोंसले]] के साथ भी यूएस की यात्रा कर चुके हैं।<ref>{{cite web |url=https://oyehero.com/political/babul-supriyo-biography-in-hindi/ |title=बाबुल सुप्रियो का जीवन परिचय|accessmonthday=09 अगस्त|accessyear=2020 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=oyehero.com |language=हिंदी}}</ref> | ||
वैसे तो बाबुल सुप्रियो ने बहुत से गाने गाये हैं लेकिन इन्हें पहली बार प्रसिद्धि फिल्म 'कहो न प्यार है' के गाने 'दिल ने दिल को पुकारा' से प्राप्त | वैसे तो बाबुल सुप्रियो ने बहुत-से गाने गाये हैं, लेकिन इन्हें पहली बार प्रसिद्धि फिल्म 'कहो न प्यार है' के गाने 'दिल ने दिल को पुकारा' से प्राप्त हुई। इसके अलावा इन्होंने फिल्म 'हम तुम' के टाइटल सांग 'हम तुम', 'परी परी एक परी', फिल्म 'फना' का 'चंदा चमके चम चम' गाया। इन्होंने [[हिंदी]] के अलावा 11 अन्य भाषाओं में भी गाने गाये हैं। बाबुल सुप्रियो ने गायक के अलावा कई फिल्मों में भी काम किया है और साथ ही कुछ टीवी शो भी होस्ट किये हैं। [[2014]] में इन्होंने राजनीति में अपना कदम बढ़ाया और पहली बार में ही सांसद बन गए। जबकि इन्होंने कभी राजनीतिज्ञ बनने का सपना नहीं देखा था। | ||
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#[[मई]], [[2014]] में 16वीं लोकसभा के लिये चुने गए। | #[[मई]], [[2014]] में 16वीं लोकसभा के लिये चुने गए। |
10:00, 9 अगस्त 2020 का अवतरण
बाबुल सुप्रियो
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पूरा नाम | बाबुल सुप्रियो बरल |
जन्म | 15 दिसंबर, 1970 |
जन्म भूमि | उत्तारपारा, पश्चिम बंगाल |
अभिभावक | पिता- सुनील चंद्र बरल, माता- सुमित्रा बरल |
पति/पत्नी | रचना शर्मा |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | गायक, संगीतकार तथा राजनीतिज्ञ |
पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
कार्य काल | राज्यमंत्री-31 मई, 2019 पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री-12 जुलाई, 2016 से 30 मई, 2019 |
अन्य जानकारी | वैसे तो बाबुल सुप्रियो ने बहुत-से गाने गाये हैं, लेकिन इन्हें पहली बार प्रसिद्धि फिल्म 'कहो न प्यार है' के गाने 'दिल ने दिल को पुकारा' से प्राप्त हुई। |
अद्यतन | 15:30, 9 अगस्त 2020 (IST)
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बाबुल सुप्रियो (अंग्रेज़ी: Babul Supriyo, जन्म- 15 दिसंबर, 1970) भारतीय पार्श्वगायक, लाइव परफ़ॉर्मर, टीवी होस्ट, अभिनेता और राजनीतिज्ञ और सांसद हैं। उनका पूरा नाम 'बाबुल सुप्रियो बराल' है। वह भारतीय संसद में आसनसोल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। बाबुल सुप्रियो भारत में केंद्रीय मंत्रिपरिषद में भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम के राज्य मंत्री हैं। बाबुल सुप्रियो अपने 90 के दशक के गायक के रूप की छवि के लिए अधिक पहचाने जाते हैं, जिन्होंने अपना योगदान हिंदी सिनेमा में दिया। उन्होंने हिंदी सिनेमा के अलावा बंगाली गाने भी गाये हैं। इसके अलावा वह अन्य 11 भाषाओं में भी गीत गाने के लिए जाने जाते हैं।
परिचय
बाबुल सुप्रियो का जन्म 15 दिसंबर, 1970 को एक बंगाली परिवार में हुआ, जो संगीत से जुड़ा हुआ था। ये अपने दादा जी बांकीकांठा एन.सी. बराल से काफी प्रभावित थे, जो एक बंगाली संगीतकार और गायक थे। बाबुल सुप्रियो ने अपना मूल संगीत अपने दादा जी द्वारा ही सीखा था। इनकी शिक्षा डॉन बोस्को हाई एंड टेक्निकल स्कूल से पूर्ण हुई, वहीं इन्होंने आल इंडिया डॉन बोस्को म्यूजिक चैंपियन और द मोस्ट एनरिचिंग टैलेंट अवार्ड जीता। संगीत के चलते बाबुल सुप्रियो ने कई स्कूल और इंटर कॉलेज में परफॉर्म किया। उसके साथ ही वह दूरदर्शन और आल इंडिया रेडियो का भी भाग बने।
सन 1991 में इन्होने जब अपना कॉलेज पूरा किया, तो ये स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में नौकरी करने लगे। बाबुल सुप्रियो ने बॉलीवुड में अपना करियर बनाने के लिए 1992 में मुंबई में स्थित बैंक में छोटी अवधि के लिए काम किया। मुंबई आने के बाद इन्हें पहला ब्रेक कल्याणजी द्वारा प्राप्त हुआ जो एक संगीत निदेशक और संगीतकार हैं। इन्हें विदेशी लाइव शो में प्रदर्शन करने के लिए चुना गया था। मनोरंजन उद्योग में प्रवेश करने के बाद उन्होंने अपना नाम बाबुल सुप्रियो बराल से बाबुल सुप्रियो कर लिया। सन 1993 में बाबुल सुप्रियो अमिताभ बच्चन के साथ लाइव शो करने के लिए यूएसए और कनाडा गए। इसके अलावा आशा भोंसले के साथ भी यूएस की यात्रा कर चुके हैं।[1]
वैसे तो बाबुल सुप्रियो ने बहुत-से गाने गाये हैं, लेकिन इन्हें पहली बार प्रसिद्धि फिल्म 'कहो न प्यार है' के गाने 'दिल ने दिल को पुकारा' से प्राप्त हुई। इसके अलावा इन्होंने फिल्म 'हम तुम' के टाइटल सांग 'हम तुम', 'परी परी एक परी', फिल्म 'फना' का 'चंदा चमके चम चम' गाया। इन्होंने हिंदी के अलावा 11 अन्य भाषाओं में भी गाने गाये हैं। बाबुल सुप्रियो ने गायक के अलावा कई फिल्मों में भी काम किया है और साथ ही कुछ टीवी शो भी होस्ट किये हैं। 2014 में इन्होंने राजनीति में अपना कदम बढ़ाया और पहली बार में ही सांसद बन गए। जबकि इन्होंने कभी राजनीतिज्ञ बनने का सपना नहीं देखा था।
राजनीति
- मई, 2014 में 16वीं लोकसभा के लिये चुने गए।
- 9 नवंबर, 2014 से 12 जुलाई, 2016 - केंद्रीय राज्य मंत्री, शहरी विकास मंत्रालय और आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय दिया गया।
- 12 जुलाई, 2016 - केंद्रीय राज्य मंत्री, भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय दिया गया।
- 1 सितंबर, 2014 से 9 नवंबर, 2014 - परिवहन, पर्यटन और संस्कृतु समिति के सदस्य नियुक्त किए गए।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ बाबुल सुप्रियो का जीवन परिचय (हिंदी) oyehero.com। अभिगमन तिथि: 09 अगस्त, 2020।
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