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जो जिससे मिला सिखा हमने, गैरों को भी अपनाया हमने
 
जो जिससे मिला सिखा हमने, गैरों को भी अपनाया हमने
मतलब के लिये अन्धे होकर, रोटी को नही पूजा हमने
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मतलब के लिये अन्धे होकर, रोटी को नहीं पूजा हमने
 
अब हम तो क्या सारी दुनिया, सारी दुनिया से कहती है
 
अब हम तो क्या सारी दुनिया, सारी दुनिया से कहती है
 
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं
 
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं

13:24, 21 जनवरी 2012 का अवतरण

संक्षिप्त परिचय
  • फ़िल्म : जिस देश में गंगा बहती है
  • संगीतकार : शंकर-जयकिशन
  • गायक : मुकेश
  • गीतकार: शैलेन्द्र

होठों पे सच्चाई रहती है, जहाँ दिल में सफ़ाई रहती है
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं
जिस देश में गंगा बहती है

मेहमां जो हमारा होता है, वो जान से प्यारा होता है
ज़्यादा की नहीं लालच हमको, थोड़े में गुज़ारा होता है
बच्चों के लिये जो धरती माँ, सदियों से सभी कुछ सहती है
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं
जिस देश में गंगा बहती है

कुछ लोग जो ज़्यादा जानते हैं, इन्सान को कम पहचानते हैं
ये पूरब है पूरबवाले, हर जान की कीमत जानते हैं
मिल जुल के रहो और प्यार करो, एक चीज़ यही जो रहती है
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं
जिस देश में गंगा बहती है

जो जिससे मिला सिखा हमने, गैरों को भी अपनाया हमने
मतलब के लिये अन्धे होकर, रोटी को नहीं पूजा हमने
अब हम तो क्या सारी दुनिया, सारी दुनिया से कहती है
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं
जिस देश में गंगा बहती है

होठों पे सच्चाई रहती है, जहाँ दिल में सफ़ाई रहती है
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं
जिस देश में गंगा बहती है

टीका टिप्पणी और संदर्भ

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